झारखंड में कड़ाके की ठंड का प्रकोप, सात जिलों में शीतलहर का येलो अलर्ट जारी – गुमला सबसे ठंडा, रांची में तापमान सामान्य से नीचे

Ravikant Upadhyay

झारखंड में ठंड ने एक बार फिर अपने तेवर दिखाने शुरू कर दिए हैं। राज्य के कई हिस्सों में तापमान में अचानक गिरावट दर्ज की गई है, जिसके चलते लोगों को कड़ाके की सर्दी का सामना करना पड़ रहा है। मौसम विभाग ने राज्य के सात जिलों—गढ़वा, पलामू, चतरा, लातेहार, लोहरदगा, गुमला और सिमडेगा—में शीतलहर की स्थिति को देखते हुए येलो अलर्ट जारी किया है। सोमवार को कई स्थानों पर न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से नीचे पहुंच गया, जिससे सुबह और रात के समय ठिठुरन बढ़ गई है। सोमवार को गुमला झारखंड का सबसे ठंडा जिला साबित हुआ, जहां न्यूनतम तापमान 6.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। इसके अलावा लोहरदगा में तापमान 7.6 डिग्री, खूंटी में 7.8 डिग्री और लातेहार में 8.6 डिग्री सेल्सियस रहा। राजधानी रांची में भी ठंड ने रिकॉर्ड तोड़ा, जहां न्यूनतम तापमान 10.2 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड हुआ, जो सामान्य से लगभग 2.9 डिग्री सेल्सियस कम है। डाल्टनगंज में तापमान 8.8 डिग्री और सरायकेला-खरसावां में 11.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

झारखंड के अधिकांश जिलों में सुबह धुंध छाई हुई दिखी, जिससे सड़क परिवहन पर भी असर पड़ा। सुबह स्कूल जाने वाले बच्चों, दिहाड़ी मजदूरों और सब्जी विक्रेताओं को सबसे अधिक कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है। लंबी दूरी की बस सेवाओं पर भी शीतलहर का असर दिखाई दिया है, जबकि कई ग्रामीण इलाकों में लोग दिन चढ़ने के बाद ही घरों से निकल रहे हैं। रांची मौसम विज्ञान केंद्र के उप निदेशक अभिषेक आनंद ने बताया कि पिछले 24 घंटों में झारखंड के पश्चिमी और मध्य भागों में शीतलहर की स्थिति दर्ज की गई है। तापमान में गिरावट का सबसे बड़ा कारण उत्तर-पश्चिमी हवाओं का प्रभाव है, जो पर्वतीय इलाकों से होकर झारखंड में प्रवेश कर रही हैं। इन हवाओं ने न्यूनतम तापमान को तेजी से नीचे धकेला है और ठंड में अचानक बढ़ोतरी ला दी है।

हालांकि, मौसम विभाग ने मंगलवार से ठंड में हल्की राहत मिलने की संभावना जताई है। अनुमान है कि पूर्वी हवाओं के प्रवेश के बाद बंगाल की खाड़ी से नमी आएगी, जिससे तापमान में धीरे-धीरे बढ़ोतरी होगी। अगले तीन दिनों में न्यूनतम तापमान में 3 से 4 डिग्री तक बढ़ने की संभावना है, हालांकि सुबह और रात की ठंड यथावत बनी रह सकती है। इसके बाद दो दिनों तक मौसम में किसी बड़े बदलाव की संभावना नहीं है। राज्य सरकार और स्वास्थ्य विभाग ने लोगों से अपील की है कि वे सुबह और रात के समय घर से निकलते समय गर्म कपड़ों का उपयोग करें, खासकर बच्चे, बुजुर्ग और बीमार लोग विशेष सावधानी बरतें। किसानों को भी सलाह दी गई है कि वे खेतों में पाला से फसलों की सुरक्षा के लिए उचित उपाय करें।

झारखंड में ठंड का यह दौर कुछ दिनों और जारी रह सकता है, लेकिन मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि जनवरी के मध्य तक तापमान में उतार-चढ़ाव का सिलसिला जारी रहेगा। फिलहाल, राज्यभर में लोगों को कड़ाके की सर्दी से राहत की उम्मीद मौसम के बदलते रुख पर टिकी हुई है।

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