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झारखंड-बिहार सीमा से सटे बिहार के गया जिले के रानीचक में स्थित एक अवैध नर्सिंग होम की करतूत सामने आई है, जिसने एक हंसते-खेलते परिवार को उजाड़ दिया। बंध्याकरण (नसबंदी) के लिए गई एक महिला की, सुई देने के कुछ देर बाद ही संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। मौत की खबर फैलते ही जहां मृतका के गांव नावाडीह (हंटरगंज, चतरा) में चीख-पुकार मच गई है, वहीं आरोपी डॉक्टर और नर्स फरार हो गए हैं।

मृतक महिला की पहचान चतरा जिले के हंटरगंज थाना क्षेत्र के गेजना पंचायत अंतर्गत नावाडीह गांव निवासी कविता देवी (उम्र करीब 25 वर्ष) पति नकुल यादव के रूप में हुई है। पीड़ित पति नकुल यादव ने बताया कि वह अपनी पत्नी कविता देवी को इलाज के लिए आज गोमाईडीर, रानीचक स्थित ‘माँ लक्ष्मी क्लिनिक’ में लाए थे। क्लीनिक पर डॉ. धीरज भारती उर्फ धीरज यादव और डॉ. सुमित्रा कुमारी मौजूद थे। दोपहर 1:30 बजे क्लीनिक पहुंचने पर, कविता देवी को इंजेक्शन देकर बेहोश किया गया और बच्चादानी का ऑपरेशन किया गया। ऑपरेशन के बाद जब कविता देवी को होश नहीं आया, तो नकुल ने डॉक्टर और नर्स से कई बार पूछा। उन लोगों ने कहा कि घबराने की बात नहीं है, शाम तक होश आ जाएगा, और उसे दो इंजेक्शन और दिए। शाम करीब 5:30 बजे, जब कविता देवी की हालत और बिगड़ने लगी, तो दोनों डॉक्टरों (धीरज भारती और सुमित्रा देवी) ने नकुल को बताया कि उनकी पत्नी की हालत बिगड़ रही है, उन्हें गया मेडिकल में भर्ती कराना होगा। डॉक्टरों ने नकुल, उनकी फुआ देवरानी देवी और पत्नी कविता देवी को अपनी सफेद स्कॉर्पियो में बिठाया और सराय मेडिकल की तरफ निकल गए। जैसे ही वे अस्पताल पहुंचे और नकुल भर्ती के बारे में पता करने गए, मौका पाकर दोनों डॉक्टर, ड्राइवर और गाड़ी लेकर चोरी से फरार हो गए। इसके बाद, मगध मेडिकल के डॉक्टरों ने नकुल को बताया कि उनकी पत्नी मर चुकी है। नकुल एम्बुलेंस से पत्नी का शव लेकर वापस क्लिनिक पर आए, तो देखा कि डॉक्टर क्लीनिक का बोर्ड हटाकर और ताला लगाकर फरार हो गए हैं, और दोनों के मोबाइल स्विच ऑफ थे।
नकुल ने तुरंत पुलिस को खबर की, ग्रामीणों ने बताया कि धीरज भारती और सुमित्रा कुमारी अवैध रूप से फर्जी क्लीनिक चला रहे थे। इस मौत की खबर सनसनीखेज तरीके से फैलने के बाद, बिहार के स्वास्थ्य विभाग की टीम ने मौके पर पहुंचकर उस अवैध फर्जी क्लिनिक को सील कर दिया है। नकुल यादव ने बहेरा थाना (बिहार) में लिखित आवेदन देकर दोनों फर्जी डॉक्टरों पर सख्त कार्रवाई की मांग की है।

