चेन्नई, 13 मार्च (लाइव 7) केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कल पेश किये जाने वाले बजट दस्तावेज में भारतीय रुपये के प्रतीक चिन्ह को तमिल अक्षर “रु” से बदलने के मुद्दे पर सत्तारूढ़ द्रमुक को आड़े हाथों लेते हुये गुरुवार रात इसे क्षेत्रीय अंधराष्ट्रवाद करार दिया और कहा कि यह प्रतीकवाद से कहीं अधिक है, यह एक खतरनाक मानसिकता का संकेत है जो भारतीय एकता को कमजोर करेगा और अलगाववाद को बढ़ावा देगा।
उन्होंने यह भी जानना चाहा कि द्रमुक ने इस पर तब आपत्ति क्यों नहीं जताई जब 2010 में कांग्रेस के नेतृत्व वाली संप्रग सरकार ने इसे आधिकारिक रूप से अपनाया था, जिसमें वह भागीदार थी।
उन्होंने कहा कि इसे मिटाकर द्रमुक न केवल एक राष्ट्रीय प्रतीक को खारिज कर रही है, बल्कि एक तमिल युवा के रचनात्मक योगदान की भी पूरी तरह से अवहेलना कर रही है और देश के अपने राष्ट्रीय मुद्रा प्रतीक को कमजोर कर रही है।
सैनी
लाइव 7
रुपये का प्रतीक हटाना क्षेत्रीय अन्ध राष्ट्रवाद:निर्मला सीतारमण

Leave a Comment
Leave a Comment