विशाल कलश यात्रा में शामिल हुईं 2100 महिलाएं,

पुज्य श्री इंद्रेश जी सुनाएंगे भागवत के प्रसंग, 10,000 से अधिक भक्तों के बैठने की व्यवस्था
देर शाम रांची पहुंचे इंद्रेश जी महाराज , एयरपोर्ट में भव्य स्वागत के बाद टाटीसिलवे के लिए हुए रवाना
रांची : श्रीमद् भागवत कथा के आयोजन से पहले शुक्रवार को विशाल कलश यात्रा का आयोजन किया गया, जिसमें 2100 महिलाएं शामिल हुईं। यह यात्रा टाटीसिलवे के ईईएफ मैदान से शुरू होकर टाटीसिलवे चौक, बैंक मोड़ और गायत्री मंदिर होते हुए वापस कथा स्थल पहुंची। यात्रा के दौरान महिलाएं राधा नाम का जाप करती हुईं, कलश सिर पर लेकर यात्रा की शोभा बढ़ा रही थीं। सभी महिला भक्तों का उत्साह और जोश देखकर क्षेत्र में राधा नाम की गूंज सुनाई दी। कथा स्थल पहुंचने पर सभी कलशों को स्टेज के सामने सजाकर रखा गया। यह कलश आठ दिनों तक कथा स्थल पर रहेंगे। यात्रा के बाद सभी महिलाओं के बीच फल-आहार का वितरण किया गया और एक घंटे तक भजन संध्या का आयोजन हुआ।

27 तीर्थों का पावन जल कलश के डालकर निकाली गई कलश यात्रा
इस कलश यात्रा को और खास बनाते हुए, 27 पवित्र तीर्थों का जल एकत्र किया गया, जिसमें त्रिवेणी संगम, सरयू, गंगोत्री, यमुनोत्री, राधा कुंड (गोवर्धन) और नंदीग्राम अयोध्या से जल लाया गया। इस जल को कलश में डाला गया और महिलाओं को वितरित किया गया। यात्रा में 150 ध्वज और 7 खंडों में विभाजित 2100 महिलाओं ने भाग लिया। प्रत्येक खंड में 300 महिलाएं शामिल थीं, और यात्रा के दौरान विभिन्न वाद्ययंत्रों और बैंड की व्यवस्था की गई थी।
8 दिन पूज्य इंद्रेश जी सुनाएंगे श्रीमद् भागवत कथा

शनिवार, 15 फरवरी से श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन प्रारंभ होगा। कथा वाचक पुज्य इंद्रेश जी दोपहर 3 बजे से व्यासपीठ पर विराजमान होकर भागवत कथा सुनाएंगे। कथा का आयोजन प्रतिदिन 3 बजे से 7 बजे तक होगा। कथा स्थल पर विशाल पंडाल तैयार किया गया है, जिसमें 10,000 से अधिक श्रद्धालु कथा सुन सकेंगे। आयोजन के दौरान सुरक्षा के लिए 100 कार्यकर्ता, 30 पुलिस बल, 14 सिक्योरिटी गार्ड, और 25 सीसीटीवी कैमरों की व्यवस्था की गई है। इसके अलावा पंडाल में दो एलईडी स्क्रीन और परिसर में अन्य एलईडी साउंड सिस्टम की व्यवस्था की गई है, ताकि सभी श्रद्धालु कथा का आनंद ले सकें।

कथा स्थल पर अन्य व्यवस्थाएं
- गुलाब जल इत्र सेवा: कथा के मध्य में गुलाब जल इत्र की सेवा की जाएगी।
- धार्मिक वस्तुओं की बिक्री: धर्मिक स्टॉल पर धार्मिक वस्तुएं उपलब्ध होंगी।
- निःशुल्क आरती पुस्तिका वितरण: कथा स्थल पर श्रद्धालुओं के लिए निःशुल्क आरती पुस्तिका वितरित की जाएगी।
- प्रसाद वितरण: 10 काउंटरों पर प्रसाद वितरण की व्यवस्था होगी।
- शू स्टैंड: परिसर में शू स्टैंड होंगे, जिनका संचालन दिल्ली की एक्सपर्ट टीम करेगी।
- पानी, चाय, मेडिकल सुविधा: निःशुल्क पानी, चाय और चिकित्सा सुविधा उपलब्ध होगी।
- शौचालय सुविधा: परिसर में 4 शौचालय वाहन होंगे, जिनमें कुल 28 शौचालय होंगे।
- पार्किंग व्यवस्था: तीन बड़े पार्किंग स्थल बनाए गए हैं, जिसमें कार और बाइक के लिए निर्धारित शुल्क लिया जाएगा।
थैलेसिमिया और अन्य रोगों के लिए रक्तदान शिविर
कथा आयोजन के दौरान प्रतिदिन ब्लड डोनेशन कैंप का भी आयोजन किया जाएगा, जो थैलेसिमिया, सिकल-सेल-एनिमिया, हिमोफिलिया जैसे रोगों से पीड़ित जरूरतमंदों के लिए किया जाएगा। आयोजन समिति ने श्रद्धालुओं से आग्रह किया है कि वे कथा सुनने के साथ-साथ रक्तदान करके पुण्य के भागी बनें।
वहीं देर शाम इंद्रेश जी महाराज रांची पहुंचे। एयरपोर्ट में भव्य स्वागत के बाद टाटीसिलवे के लिए रवाना हुए। जहां भागवत प्रेमियों ने उनका भव्य स्वागत किया, जिसके बाद गाजे बाजे के साथ उनका एयरपोर्ट से प्रस्थान टाटीसिलवे स्थित अतिथिशाला के लिए हुआ।
