राहुल का आचरण असभ्य, गैर भारतीय, देश माफ नहीं करेगा: शिवराज

Live 7 Desk

 नयी दिल्ली, 19 दिसंबर (लाइव 7) भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने आज कांग्रेस और उसके नेता राहुल गांधी पर अशालीन, अशिष्ट और गुंडागर्दी भरे ‘गैर भारतीय’ आचरण के साथ लोकतंत्र और संविधान को पांवों तले रौंदने का आरोप लगाया और कहा कि पश्चाताप करने पर भी देश उन्हें माफ नहीं करेगा।
भाजपा के केंद्रीय कार्यालय में भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान, पीयूष गोयल और पूर्व केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने संवाददाता सम्मेलन में कांग्रेस पर करारा हमला किया तथा कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा संसद परिसर में भाजपा सांसदों को धक्का दिए जाने की हिंसक घटना और महिला आदिवासी सांसद के साथ अभद्र व्यवहार की निंदा की।
श्री चौहान ने कहा कि आज राहुल गांधी और कांग्रेस ने संसद में न केवल लोकतंत्र को कुचला है बल्कि आसन को भी पैरों तले रौंदने का पाप किया है। राहुल गांधी ने आदिवासी महिला सांसद के साथ अशालीन, असभ्य और अमर्यादित आचरण किया है, जो गैर-भारतीय संस्कृति का परिचायक है। आज कांग्रेस ने संसदीय प्रणाली की धारा बदलने की कोशिश की है जहां तर्कों की जगह शारीरिक ताकतों का वह प्रयोग कर रहे हैं।
वरिष्ठ भाजपा नेता ने कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी और उनके साथियों द्वारा की गई धक्का-मुक्की के कारण भाजपा के सांसद प्रताप सारंगी का आईसीयू में इलाज चल रहा है और श्री मुकेश राजपूत की एमआरआई की जा रही है। भारतीय संस्कृति और लोकतंत्र के मंदिर में ऐसे अभद्र व्यवहार की अपेक्षा नहीं की जा सकती है।
श्री चौहान ने कहा, “अभी कुछ देर पहले ही कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रेस लाइव 7 की। हम सोच रहे थे कि वे संसद में अपने द्वारा किए गए कुकृत्यों और पापों के लिए क्षमा मांगेगे लेकिन क्षमा मांगना तो दूर, प्रेस कॉन्फ्रेंस में भी उनका अहंकार झलक रहा था। मुझे समझ में आया नहीं कि उन्होंने प्रेसलाइव 7 क्यों की? मैं कई बार संसद और विधानसभा का सदस्य रहा हूँ लेकिन आज तक ऐसा आचरण और व्यवहार नहीं देखा है। आज संसद में जो कुछ हुआ, उसकी कल्पना नहीं की जा सकती। आज राहुल गाँधी का अशालीन, असभ्य, उदंड और गुंडागर्दी से जो भरा व्यवहार देखा, जिसकी सभ्य समाज में कोई कल्पना नहीं कर सकता है।”
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि किसी भी दल के सांसदों को यह अधिकार है कि वो किसी विषय पर विरोध प्रकट कर सकते हैं, कांग्रेस भी कई दिनों से विरोध प्रकट कर रही थी। मकर द्वार पर उनके सांसद इकट्ठा होते थे, ऐसे में यदि भाजपा के सांसदों को जाना होता था तो वे किनारे से अंदर चले जाते थे या प्रवेश द्वार ही बदल लेते थे, शार्दूल गेट से संसद के अंदर चले जाते थे। जब भाजपा के सांसद मकर द्वार पर विरोध का प्रकटीकरण कर रहे थे, तब राहुल गांधी वहां घुस आए। सुरक्षाकर्मियों ने उनसे कहा कि बगल से अंदर चले जाएँ लेकिन जानबूझकर, सोच समझकर राहुल गांधी भाजपा सांसदों के बीच पहुंच गए। सिर्फ वे पहुंचे नहीं, वहां पर उन्होंने ऐसा व्यवहार किया, जिसकी कल्पना नहीं की जा सकती है। कोई कल्पना नहीं कर सकता है कि संसद पपरिसर में धक्का-मुक्की और गुंडगर्दी हो। राहुल गाँधी की उस धक्का-मुक्की की वजह से भाजपा बुजुर्ग, गरीब और शालीन सांसद प्रताप सारंगी जी गिर गए और उन्हें गंभीर चोटें आईं। उनके सिर पर चोट लगी। प्रताप सारंगी जी का आईसीयू में इलाज चल रहा है और हमारे एक और सांसद मुकेश राजपूत की एमआरआई की जा रही है। कांग्रेस के सांसद तो इस संसद सत्र में हर दिन मकर द्वार पर प्रदर्शन करती थी, हमारे सांसद तो कभी भी जानबूझ कर उनके प्रदर्शन में नहीं घुसे, हमारे सांसद तो बगल से अंदर चले जाते थे। आज हमारे सांसदों का वहां प्रदर्शन हुआ तो राहुल गाँधी धक्कामुक्की पर उतारू हो गए!
श्री चौहान ने राहुल गाँधी, कांग्रेस और इंडी एलायंस के सांसदों से सवाल पूछे और उनसे जवाब मांगा, “क्या संसद में ऐसे दृश्य होंगे? क्या संसद में तर्को का सहारा लेने के बजाए शारीरिक ताकत का प्रयोग किया जाएगा? मुझे यह कहते हुए भी शर्म आती है कि हमारी एक आदिवासी बहन सांसद फांगनोन कोन्याक जी के साथ जो अभद्रता हुई। उन्होंने राज्यसभा के सभापति जी को जो अपनी पीड़ा सुनाई है, उसे सुनकर हमारा दिल व्यथा से भर गया है। संसद में यह क्या हो रहा है? सुश्री फांगनोन कोन्याक ने राज्यसभा के सभापति को पत्र लिखकर शिकायत की है। उनके साथ अशालीन, असभ्य और अमर्यादित व्यवहार किया गया है। सभापति ने कहा कि महिला आदिवासी सांसद उनके पास रोते हुए आई और शिकायत की। क्या महिला आदिवासी सांसद के साथ ऐसा व्यवहार किया जाएगा।”
वरिष्ठ भाजपा नेता ने कहा , “राहुल गांधी महिला सांसद के इतने निकट पहुंचे कि वह असहज हो गयी। हमारे देश की यह मान्यता है कि ‘यत्र नार्यस्तु पूज्यन्ते, रमन्ते तत्र देवताः’। मां, बहन और बेटी का सम्मान भारत की प्राथमिकता रही है। मैं तो जब भी सार्वजनिक कार्यक्रमों में जाता हूं तो बेटियों के पैर धोता हूं लेकिन आदिवासी महिला सांसद के ऐसा व्यवाहर की कोई कल्पना नहीं कर सकता है। राहुल गांधी और कांग्रेस को क्या हो गया है?”
श्री चौहान ने कहा कि धक्कामुक्की और महिला सांसद के साथ अभद्रता के बाद दो बजे फिर से जब कांग्रेस सांसद, संसद की कार्यवाही में शरीक हुए तो कांग्रेस के सांसदों ने संसदीय परम्परा को तार-तार करते हुए आसन पर चढ़ गए। मैंने तो आजतक ऐसा नहीं देखा था। कांग्रेस और इंडी गठबंधन के सांसदों ने आज लोकसभा में आसन की मर्यादा को भी पैरों तले रौंदा है। कांग्रेस ने आज सदन में लोकतंत्र की धज्जियां उड़ायी हैं। कांग्रेस और इंडी गठबंधन के सांसदों ने संविधान को कुचला और लोकतंत्र को कलंकित किया है। इसके लिए देश उन्हें कभी माफ नहीं करेगा।
केंद्रीय मंत्री ने राहुल गांधी से प्रश्न किया कि आज जो व्यवहार उन्होंने संसद में किया, क्या वह सभ्य और शालीन था? क्या यह भारत के संस्कार और स्वभाव है? क्या यह भारत की सोच है? भारत की संस्कृति और सभ्यता इस प्रकार के व्यवहार की अपेक्षा नहीं कर सकती है। आज सांसद में राहुल गाँधी द्वारा जो किया गया, वह गैर-भारतीय व्यवहार और आचरण था। अब तक संसद के लिए उम्मीदवारों का चयन लोकप्रियता, सेवा भाव और मेधा के आधार पर किया जाता था जो तर्क और तथ्यों के साथ जनता की आवाज सदन में बन सकें लेकिन कांग्रेस इस धारा को बदल रही है। कांग्रेस अब संसद में शारीरिक ताकत का प्रयोग करने वाले, पहलवानों, गुंडों और उठापाठक करने वालों को भेजना चाहती है।
उन्होंने पूछा कि कांग्रेस देश के लोकतंत्र को किस दिशा में ले जा रही है? राहुल गाँधी का यह व्यवहार अशोभनीय और निंदनीय होने के साथ-साथ अत्यंत शर्मनाक भी है।
श्री चौहान ने कहा कि हमारे सांसदों ने इसकी शिकायत की है और जो भी उचित और वैधानिक कार्रवाई विधिसम्मत हो, वह की जाए। यही मांग की है। उन्होंने कहा कि हम आरोप नहीं लगा रहे हैं। हम सच्चाई बता रहे हैं।
श्री पीयूष गोयल ने कहा कि हमारे सांसदों को धक्का मार कर घायल कर दिया और जब श्री गांधी को बताया गया कि देखिए आपने ये क्या कर दिया तो उन्होंने इतनी शिष्टता भी दिखाई कि वे माफी मांगते। उनके उपचार की चिंता करते लेकिन वह बांहें झटक कर चले गए।
  अशोक
लाइव 7

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