नयी दिल्ली 01 फरवरी (लाइव 7) राष्ट्रपति द्रौपद्री मुर्मु ने शनिवार को विश्व पुस्तक मेला 2025 का उद्घाटन किया।
श्रीमती मुर्मु ने उद्घाटन सत्र के इस अवसर पर बचपन की यादें साझा करते हुए कहा ‘पढ़ना सिर्फ़ शौक नहीं है यह एक परिवर्तनकारी अनुभव है। जब आप किसी बच्चे को पढ़ने का आनंद देते हैं तो आप राष्ट्र निर्माण में योगदान देते हैं।’
विश्व के सबसे बड़े पुस्तक मेलों में से शामिल नई दिल्ली विश्व पुस्तक मेला के 2025 संस्करण का उद्घाटन आज भारत मंडपम में हुआ।
इस अवसर पर भारत में रूस के राजदूत डेनिस अलीपोव, प्रमुख रूसी लेखक डॉ. एलेक्सी वर्लामोव, भारतीय प्रशासनिक सेवा अधिकारी (आईएएस) कुमार , सचिव, स्कूल शिक्षा और साक्षरता, विनीत जोशी (आईएएस), सचिव उच्च शिक्षा विभाग, प्रो. मिलिंद सुधाकर मराठे (अध्यक्ष) , राष्ट्रीय पुस्तक न्यास , भारत एवं श्री युवराज मलिक उपस्थित रहे।
श्रीमती मुर्मु ने विश्व पुस्तक मेले में इस वर्ष के थीम गणतंत्र भारत के 75 वर्षों के उत्सव के चयन पर कहा, ‘पुस्तक मेला भारत की सांस्कृतिक विविधता, इसकी एकता और प्रभावशाली प्रगति की उत्कृष्ट अभिव्यक्ति प्रदान करता है।’ राष्ट्रपति ने थीम मंडप का उद्घाटन भी किया और मेले का दौरा किया।
श्री डेनिस अलीपोव ने हिंदी में अपना संबोधन शुरू करते हुए भारत और रूस के बीच लंबे समय से चली आ रही साहित्यिक, आर्थिक, वैज्ञानिक, शैक्षिक और सांस्कृतिक साझेदारी पर जोर देते हुए कहा, ‘दोनों देश कहानियों के प्रति अपने और जीवन को बदलने की उनकी शक्ति में विश्वास से एकजुट हैं। इस वर्ष फोकस देश के रूप में हम इसे भारत और रूस के बीच साहित्य में सहयोग की नयी संभावनाओं को तलाशेंगे।’
उद्घाटन सत्र को सम्बोधित करते हुए सचिव स्कूली शिक्षा कुमार ने कहा ‘भाषा और साहित्य का जितना दुनिया में जितना अधिक आदान प्रदान होता है , यह दुनिया उतनी ही अधिक सुंदर बनती है’ उन्होंने मेले को संस्कृतियों के बीच एक सेतु कहा जो “कई मायनों में यह पुस्तक मेला देश की भाषाई बहुलता को दर्शाता है।’
विश्व पुस्तक मेला में दुनिया भर के विभिन्न देश जैसे न्यूजीलैंड, जर्मनी, लिथुआनिया, स्पेन, यूएई, इजरायल, नेपाल, जापान, हांगकांग, पोलैंड, मिस्र, नाइजीरिया, श्रीलंका, ईरान, ऑस्ट्रेलिया, ईरान, यूएसए, यूके, फ्रांस, इटली, सऊदी अरब, कतर और रूस भाग लेंगे।
किताबों की दुनिया में बच्चों का एक विशेष स्थान है, यह बात प्रोफेसर मिलिंद सुधाकर मराठे ने आज बाल मंडप के उद्घाटन समारोह पर कही। उन्होंने कहा कि ‘सभी के लिए किताबें’ पहल के माध्यम से एनबीटी, इंडिया का लक्ष्य ऑडियोबुक और ब्रेल में प्रकाशनों सहित पढ़ने के समावेशी अवसर उपलब्ध कराना है ।
विश्व पुस्तक मेले के साहित्यिक मंचों पर कल प्रसिद्ध फिल्म निर्माता प्रकाश झा,पत्रकार रुबिका लियाकत और मशहूर प्रेरणादायक वक्ता और लेखक शिव खेरा पाठकों से जुड़ेंगे |
विश्व पुस्तक मेला 2025, एक से नौ फरवरी तक हॉल दो से छह, भारत मंडपम में सुबह 11 बजे से शाम आठ बजे तक चलेगा।
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मुर्मु ने विश्व पुस्तक मेला 2025 का उद्घाटन किया

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