नयी दिल्ली 21 मई (लाइव 7) वित्त वर्ष 2024 -25 में देश में 20 हजार टन से अधिक शहद का उत्पादन हुआ है, जिससे किसानों को 325 करोड़ रुपए की आय हुई है।
खादी एवं ग् ोद्योग आयोग (केवीआईसी) के अध्यक्ष मनोज कुमार ने बुधवार को अंतरराष्ट्रीय मधुमक्खी दिवस के अवसर पर मुंबई में ‘मीठी क्रांति उत्सव’ को संबोधित करते हुए कहा कि ‘मीठी क्रांति’ ने मधुमक्खी पालकों और किसानों के जीवन में बदलाव ला दिया है। आयाेग के शहद मिशन के अंतर्गत 20 हजार टन से अधिक शहद का उत्पादन किया जा चुका है, जिससे मधुमक्खी पालकों को 325 करोड़ रुपये की आय हुई है। वित्त वर्ष 2024-25 में केवीआईसी से जुड़े मधुमक्खी पालकों ने 25 करोड़ रुपये मूल्य का शहद निर्यात किया है। शहद मिशन में 2,29,409 मधुमक्खी बक्से और मधुमक्खी कालोनियां वितरित की जा चुकी हैं।
मीठी क्रांति से बदला किसानों का भाग्य
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