नयी दिल्ली 21 दिसम्बर (लाइव 7) केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा है पूर्वोत्तर क्षेत्र लंबे समय तक केन्द्र की सरकारों के लिए सिर्फ भाषणों का मुद्दा रहा था, लेकिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने विज़न और संवेदनशीलता के साथ इस क्षेत्र को विकास के केन्द्र में लाकर खड़ा कर दिया जो समूचे पूर्वोत्तर के लिए युगांतकारी है।
श्री शाह ने शनिवार को त्रिपुरा की राजधानी अगरतला में पूर्वोत्तर परिषद की 72वीं पूर्ण बैठक को संबोधित किया।
केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि मोदी सरकार के कार्यकाल में में पूरे पूर्वोत्तर के लिए पिछले 10 वर्ष बहुत महत्वपूर्ण रहे हैं। उन्होंने कहा , “ प्रधानमंत्री ने जिस प्रकार इस क्षेत्र को दुनिया के फोकस में लाकर खड़ा किया है, वह पूरे नॉर्थईस्ट के लिए युगांतकारी है। लंबे समय तक यह क्षेत्र दिल्ली के लिए सिर्फ भाषणों का मुद्दा रहा था, लेकिन श्री मोदी ने अपने विज़न और संवेदनशीलता के साथ इस क्षेत्र को विकास केन्द्र में लाकर खड़ा कर दिया है।”
उन्होंने कहा कि पिछले 10 साल में अभूतपूर्व ढांचागत विकास के कारण जहां दिल्ली से पूर्वोत्तर की भौगोलिक दूरी कम हुई ही है, वहीं प्रधानमंत्री ने दिलों की दूरी को भी कम करने का काम किया है।
श्री शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री द्वारा इस क्षेत्र को प्रमुखता दिये जाने से स्वाभाविक रूप से यह क्षेत्र पूरी केन्द्र सरकार की प्राथमिकता बन गया। आज पूर्वोत्तर अनेक प्रकार की विविधताओं के बावजूद निरंतर विकास के रास्ते पर आगे बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि 10 साल पहले इस क्षेत्र के 200 से अधिक जनजातीय समूह और 195 से अधिक बोलियां और भाषाएं एक प्रकार से हमारी कमज़ोरी बनकर अलग-अलग तरह के विवादों का कारण बनी हुई थीं। लेकिन आज जब हम पीछे मुड़कर देखते हैं तो उसी कमज़ोरी को मज़बूती और ताकत में बदलने का काम प्रधानमंत्री ने किया है। उन्होंने कहा कि आज 200 से अधिक जनजातीय समूह अपनी सांस्कृतिक विविधता के कारण पूरी दुनिया के आकर्षण का केन्द्र बने हुए हैं और 195 से अधिक बोलियों और भाषाओं ने पूर्वोत्तर को विश्व के 36 बायोडायवर्सिटी हॉटस्पॉट्स में से एक बनाने का काम किया है।
केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि मोदी सरकार ने सबसे महत्वपूर्ण काम पूर्वोत्तर में शांति स्थापित करने का किया है। पिछले 10 साल में अनेक शांति समझौते हुए हैं और लगभग 10 हजार 574 हथियारबंद युवा आत्मसमर्पण कर समाज की मुख्यधारा में शामिल हुए हैं, जिससे पूर्वोत्तर में शांति आई है और विकास की नींव पड़ी है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के अष्टलक्ष्मी की अवधारणा को आज पूरा देश व दुनिया स्वीकार कर रही है।
प्रधानमंत्री के विजन और संवेदनशीलता से पूर्वोत्तर विकास के केन्द्र में आया: शाह
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