नई दिल्ली, 3 अगस्त (लाइव 7) भारतीय महिला शूटर मनु भाकर ने पेरिस ओलंपिक में अपने अभियान की समाप्ति के बाद कहा कि उनके लिये दो ओलंपिक पदक जीतना एक सपना सच होने जैसा है।
22 साल की उम्र में मनु भाकर ने पेरिस 2024 ओलंपिक में दो कांस्य पदक जीतकर इतिहास रच दिया है। एक ही ओलंपिक खेलों में यह उपलब्धि हासिल करने वाले वह पहली भारतीय हैं।
उन्होंने महिलाओं की 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा और सरबजोत सिंह के साथ 10 मीटर एयर पिस्टल मिश्रित टीम स्पर्धा में ये पदक अर्जित किए। हालाँकि वह महिलाओं की 25 मीटर पिस्टल फाइनल में चौथे स्थान पर रहकर तीसरा पदक जीतने से चूक गईं, लेकिन मनु के प्रदर्शन ने उन्हें एक ओलंपिक में सबसे सफल भारतीय एथलीट के रूप में स्थापित किया।
मनु भाकर ने कहा, “ मैंने यहां पेरिस में जो हासिल किया है, उस पर मुझे अविश्वसनीय रूप से गर्व है। दो ओलंपिक पदक जीतना एक सपना सच होने जैसा है और जबकि मैं तीसरे के बहुत करीब थी। यह हमारे कोचों के समर्थन और हम पर उनके विश्वास के बिना संभव नहीं होता। मैं एनआरएआई, ओजीक्यू, एसएआई,खेल मंत्रालय, हमारे प्रायोजकों और हरियाणा सरकार का भी धन्यवाद देना चाहती हूं। मैंने बहुत कुछ सीखा है, लेकिन अभी और काम किया जाना बाकी है, लेकिन अब आ करने और जो मैंने हासिल किया है उसका जश्न मनाने का समय है।”
2020 टोक्यो ओलंपिक में असफलताओं का सामना करने के बाद मनु ने मजबूत वापसी के लिए अपने कौशल और मानसिक खेल को परिष्कृत किया। पेरिस 2024 में अपने दो पदकों के साथ मनु एक ओलंपिक में दो पदक जीतने वाली भारत की पहली एथलीट बन गई हैं।
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दो ओलंपिक पदक जीतना सपने के सच होने जैसा है: मनु भाकर
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