भाजपा मनरेगा का बकाया पैसा नहीं दे रही, बदल रहे हैं सिर्फ नाम उसका: सुखदेव भगत

Shashi Bhushan Kumar

नई दिल्ली, LIVE 7 TV। मनरेगा का नाम बदलने को लेकर केंद्र सरकार के फैसले के बाद से ही विपक्ष सरकार पर हमलावर है। इसी कड़ी में कांग्रेस सांसद सुखदेव भगत ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि ये लोग मनरेगा का पैसा नहीं दे रहे हैं और नाम बदलने में लगे हुए हैं।

कांग्रेस सांसद सुखदेव भगत ने समाचार एजेंसी आईएएनएस से खास बातचीत में कहा, “निश्चित रूप से इस पर पॉइंट-टू-पॉइंट चर्चा के लिए एक व्यवस्था होनी चाहिए कि इसे क्यों लाया गया है और मौजूदा स्थिति क्या है। उन्होंने मनरेगा का बकाया पैसा भी नहीं दिया है। इनका केवल एक ही काम बचा है, नाम बदलने का है। इससे ज्यादा ये लोग और कुछ नहीं कर पा रहे हैं। मेरी राय में उनका इरादा तब साफ हो गया जब उन्होंने महात्मा गांधी की मूर्ति की जगह बदली और अब उन्होंने नाम बदल दिया है। कल, वे राष्ट्रपिता से जुड़ा नाम भी बदल सकते हैं।”

संसद में प्रदूषण पर प्रस्तावित चर्चा पर कांग्रेस सांसद ने कहा, “राहुल गांधी ने कहा था कि एक ब्लूप्रिंट होना चाहिए जिसमें उठाए जाने वाले कदमों की रूपरेखा हो। मेरी राय में यह आरोप-प्रत्यारोप में नहीं बदलना चाहिए। मकसद यह सुनिश्चित करना होना चाहिए कि लोगों को ऐसे प्रदूषित माहौल में रहने के लिए मजबूर न होना पड़े, खासकर दिल्ली जैसे बड़े शहरों में। सरकार को ठोस कदम और पक्के फैसले लेने चाहिए।”

उन्होंने आगे कहा कि आज प्रदूषण का ग्राफ लगातार बढ़ता जा रहा है। इसको बचाने के लिए सरकार की तरफ से कुछ नहीं किया जा रहा है। ये लोग बस राजनीति कर रहे हैं। सरकार को जल्द से जल्द कोई ठोस कदम उठाना चाहिए। लोगों की परेशानी का समाधान नहीं कर पा रहे हैं। 2014 से हम लोग देख रहे हैं ये लोग कुछ नहीं कर पा रहे हैं।

जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला के हालिया बयान पर सुखदेव भगत ने कहा कि राजनीतिक मजबूरी नाम की कोई चीज होती है, जिसे उमर अब्दुल्ला बेहतर समझा सकते हैं। हालांकि, हम अपनी विचारधारा और राहुल गांधी के फैसलों के साथ हैं। हम उनके कैंपेन में मजबूती से उनके साथ हैं।

बता दें कि सीएम उमर अब्दुल्ला ने नीतीश कुमार के हिजाब हटाने की कोशिश से जुड़े वायरल वीडियो पर कहा है कि पहले नीतीश को एक सेक्युलर नेता माना जाता था, लेकिन अब उनका असली चेहरा सामने आ रहा है। अगर मुख्यमंत्री नीतीश को हिजाब लगाए महिला को जॉइनिंग लेटर नहीं देना था, तो वह उसे एक तरफ कर देते। जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री ने कहा कि इस तरह से सार्वजनिक मंच पर किसी को अपमानित करना ठीक नहीं है।

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