बाल उमंग पखवाड़ा: किलकारी के बच्चों की झांकी ने जीता सबका दिल

Shashi Bhushan Kumar

बाल दिवस के मौके को खास बनाने के लिए किलकारी बिहार बाल भवन, सहरसा में चल रहा ‘बाल उमंग पखवाड़ा’ बच्चों के उत्साह और रचनात्मकता से लगातार गुलज़ार है। शिक्षा विभाग द्वारा संचालित यह आयोजन 30 नवंबर तक चलेगा।

शुक्रवार को पखवाड़े का प्रमुख आकर्षण रही रंग-बिरंगी, सांस्कृतिक और सृजनशीलता से भरी भव्य झांकी, जिसमें सैकड़ों बच्चों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। झांकी किलकारी परिसर से शुरू होकर कचहरी ढाला, शिवपुरी, पासवान टोला, महाराणा प्रताप चौक, बम्फर चौक, पंचवटी और गंगजला मार्गों से होते हुए वापस बाल भवन पहुंची। पूरे मार्ग में बच्चों की ऊर्जा और उनकी प्रतिभा ने माहौल को आनंदमय बना दिया।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जिला शिक्षा पदाधिकारी का स्वागत बच्चों ने पारंपरिक बिहू और अन्य नृत्यों से किया, जिसने पूरे समारोह में सांस्कृतिक उमंग भर दी। उन्होंने झांकी को हरी झंडी दिखाकर कार्यक्रम की शुरुआत की और बच्चों की समझ, शिल्पकला और अनुशासन की प्रशंसा करते हुए किलकारी की टीम को बधाई दी।

झांकी में बच्चों ने कार्टून कैरेक्टर्स, सांस्कृतिक वेशभूषा, थीम-आधारित परिधान और स्लोगन के माध्यम से अपनी रचनात्मकता का शानदार प्रदर्शन किया। “संस्कृति मन और आत्मा का विस्तार”, “किलकारी मन को भाती है, खुशियाँ जीवन में लाती है” जैसे संदेशों ने कार्यक्रम में एक सकारात्मक संदेश भरा।

यह आयोजन न केवल बच्चों की कला और प्रतिभा को मंच देता है, बल्कि उनके आत्मविश्वास और सांस्कृतिक समझ को भी मजबूत बनाता है।

आयोजन को सफल बनाने में किलकारी की पूरी टीम—प्रणव भारती, मधु कुमारी, विश्व विजय झा, मौसमी कुमारी, विकास भारती, निभाष कुमार, आर्ची कुमारी, शिखा कुमारी, अन्नू कुमारी, राम कुमार समेत कई अन्य प्रशिक्षकों और बच्चों का विशेष योगदान रहा। कई बाल स्वयंसेवकों ने भी झांकी के संचालन में पूरा सहयोग दिया।

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