_शिखर सम्मेलन में स्कॉच अवॉर्ड के लिए सिमडेगा उपायुक्त को किया गया आमंत्रित_
*राज्यभर में सबसे पहले _”सिटी बजाओ”_ अभियान का सन्मार्ग समूह ने किया था विशेष प्रसारण*
सिमडेगा: सिमडेगा के लिए आज गौरव की बात है। इस जिले को शिक्षा के क्षेत्र में नए और सफल प्रयोग पर राष्ट्रीय स्तर के अवार्ड के लिए चयन किया गया है। इस महत्वपूर्ण अवार्ड की घोषणा के बाद से सिमडेगा को अब शिक्षा के क्षेत्र में भी राष्ट्रीय पटल पर पहचान मिली है। राष्ट्रीय अवार्ड “स्कॉच अवार्ड” से सिमडेगा को नवाजा जाना गर्व की बात है। इस संबंध में स्कॉच ग्रुप के मैनेजिंग डायरेक्टर दीपक दयाल ने उपायुक्त सिमडेगा को सूचित करते हुआ कहा कि आगामी 21 सितंबर को उन्हे नई दिल्ली में आयोजित समारोह में अवार्ड से सम्मानित किया जाएगा। ज्ञात हो कि सिमडेगा शिक्षा विभाग तथा डायट की टीम द्वारा “सीटी बजाओ, उपस्थिति बढ़ाओ” जैसे अनुपम प्रयोग ने ही सिमडेगा को इस अवार्ड तक पहुंचाया। 11 जनवरी 2024 को बंगरू में बजाई गई सीटी की अनुगूंज पूरे देश भर में सिमडेगा को अलग पहचान दिलाई।
_यहां इस बात का जिक्र करना प्रासंगिक होगा कि सिमडेगा के *तत्कालीन एसडीईओ तथा तत्कालीन डायट के प्राचार्य बादल राज* ने ही इस कार्यक्रम की रूपरेखा तैयार कर इस प्रोजेक्ट पर अपनी पूरी मेहनत झोंक दी। इसमें शिक्षा विभाग के आला अधिकारियों सहित जिले के शिक्षक और छात्रों का महती योगदान रहा।_
*उसी समय में सबसे पहले इस ख़बर को “सन्मार्ग” समूह तथा “लाइव 7 टीवी” पर विशेष प्रमुखता प्रसारित किया गया था जिसपर उन्होनें ज़िले भर रिजल्ट के प्रतिशत को सुधारने का दावा भी किया जिसका सीधा सकारात्मक परिणाम पिछले परीक्षाओं में निकलकर सामने आया था। गांव के बच्चों को नियमित स्कूल से जोड़ने के लिए सिमडेगा के एक छोटे से स्कूल से शुरू हुआ सीटी बजाओ अभियान पूरे जिले में सफलता है हासिल करते हुए राज्य के लिए एक मॉडल अभियान बन गया। लेकिन इस सिटी की गूंज यहीं नहीं रुकी सिमडेगा की सीटी बजाओ अभियान को राष्ट्रीय स्तर पर भी पहचान मिली है।*
_इस अभियान की कामयाबी की गूंज आगे कितने ऊपर तक जायेगी ये तो आने वाला वक्त बताएगा। लेकिन राष्ट्रीय स्तर पर इस अभियान को नवाजा जाना, निश्चित रूप से इस अभियान के पीछे की गई सकारात्मक मेहनत और लगन का सुखद परिणाम है।_