बंगाल घटनाक्रम को लेकर भाजपा ने ममता पर साधा निशाना

Live 7 Desk

नयी दिल्ली 28 अगस्त (लाइव 7) भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) ने कोलकाता में आरजी कर मेडिकल कॉलेज में महिला डॉक्टर के दुष्कर्म एवं नृशंस हत्या के मामले प्रदर्शनकारी डॉक्टरों को धमकाने, पीड़िता को न्याय दिलाने के बदले अपराधियों को बचाने तथा भाजपा के बंगाल बंद के दौरान कार्यकर्ताओं पर हिंसक हमला की घटनाओं को लेकर बुधवार को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर जमकर निशाना साधा।
भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता एवं राज्यसभा सांसद डॉ सुधांशु त्रिवेदी ने आज यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा कि पश्चिम बंगाल में लोकतंत्र नहीं है और संविधान को तार-तार किया जा रहा है तथा इसमें कांग्रेस समेत इंडिया समूह के सभी घटक दल शामिल हैं। पश्चिम बंगाल की घटना के मामले में जांच को भटकाने, आरोपी को बचाने तथा सबूतों को मिटाने के बाद अब मुख्यमंत्री की डॉक्टरों को धमकाने की एक नयी रणनीति दिखाई पड़ रही है। उन्होंने कहा कि सुश्री बनर्जी का यह कहना कि चुनाव करा लो , यह एक प्रकार से राज्य सरकार की खिसियाहट की अभिव्यक्ति है।
डॉ त्रिवेदी ने कहा कि पीड़िता के साथ न्याय का विषय कोई चुनाव का विषय नहीं है बल्कि सबूतों के आधार पर कानून की अदालत में साबित होकर दोषियों को सजा दिलाने का विषय है तथा यह सोच बहुत ही खतरनाक है कि जिसकी सत्ता होगी, न्याय उसी के पक्ष में होगा।
भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ त्रिवेदी ने कहा कि संविधान खतरे में कहीं है तो पश्चिम बंगाल में है। जहां का मंत्री उदयन गुहा कहते हैं कि मुख्यमंत्री के खिलाफ जो उंगली उठेगी, उसे उंगली को तोड़ दी जाएगी। जहां का सांसद अरूप चक्रवर्ती कहता है कि जो लोग (प्रदर्शनकारी डॉक्टरों) यह कर रहे हैं उन्हें अंजाम भुगतना होगा। जहां की मुख्यमंत्री कहती हैं कि मैं नहीं चाहती कि एफआईआर हो, कैरियर खराब हो। जरा सोचिए, ख्वाबों ख्यालों में यदि केंद्र में इनकी सत्ता होती तो उंगली तोड़ दी गयी होती। अंजाम भुगतवा दिया गया होता। कैरियर बर्बाद कर दिया गया होता। इसमें किसी प्रकार का संशय नहीं है, क्योंकि पश्चिम बंगाल में यह सब बहुत साफ दिख रहा है। कांग्रेस के एक नेता अधीर रंजन चौधरी ने पहले ही कह चुके हैं कि पश्चिम बंगाल में लोकतंत्र नहीं है, जब वे लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष थे। कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी के शब्द आज पश्चिम बंगाल में चरितार्थ होता दिख रहा है।
डॉ त्रिवेदी ने सवालिया लहजे में कहा कि क्या ये वही ममता बनर्जी हैं जिन्होंने दुष्कर्म के खिलाफ बहुत बड़ा आंदोलन और संघर्ष किया था। उन्होंने कहा “ममता जी, क्या आज आपकी संवेदना इतनी मृत हो गयी कि दोषियों को सजा दिलाने के बदले किसी को बचाने में लगी हैं।”
उन्हाेंने आरोप लगाया कि ध्यान भटकाने के लिए सुश्री बनर्जी अब दोषियों को फांसी देने की बात करती हैं जबकि उन्हें मालूम होना चाहिए कि किसी दोषी को फांसी एक प्रक्रिया के तहत दी जाती है। अफसोस की बात यह है कि शीर्ष न्यायालय ने पश्चिम बंगाल सरकार को कहा है कि आपने इतने सबूतों को मिटा दिए हैं और सबूतों के साथ छेड़छाड़ कर दिए हैं कि इसकी जांच अब आसान नहीं है।
उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में जो हो रहा है , वह न्याय के साथ मजाक और आघात ही नहीं है, बल्कि संविधान की मूलभावना पर सबसे बड़ा अघात है। इंडिया समूह के सभी दल इसमें शामिल हैं। तृणमूल कांग्रेस सरकार के वकील कपिल सिब्बल हैं , जो उत्तर प्रदेश से समाजवादी पार्टी के समर्थन से राज्यसभा सांसद हैं और कांग्रेस पार्टी के पूर्व मंत्री हैं। अर्थात इस अपराध और अपराधियों को बचाने के लिए इंडी गठबंधन के सभी लोग शामिल हैं।
अशोक
लाइव 7

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