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नई दिल्ली, 7 दिसंबर — सशस्त्र सेना झंडा दिवस 2025 के अवसर पर देशभर में सेना, नौसेना और वायुसेना के वीर जवानों, पूर्व सैनिकों और वीर नारियों के प्रति कृतज्ञता व्यक्त की गई। इस अवसर पर देश के शीर्ष सैन्य नेतृत्व—चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS), नौसेना प्रमुख और रक्षा मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों—ने भारतीय सशस्त्र बलों के त्याग, समर्पण और साहस को नमन किया।
CDS ने सैनिकों के अदम्य साहस को सराहा
चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान ने सभी सैनिकों, पूर्व सैनिकों और वीर नारियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि भारतीय सशस्त्र बलों के सभी रैंक राष्ट्र की सुरक्षा में असाधारण योगदान दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि सैनिकों की अटूट निष्ठा, अदम्य साहस और निरंतर सेवा भावना के कारण देश हर परिस्थिति में सुरक्षित है।उन्होंने नागरिकों से सशस्त्र बल फ्लैग डे फंड में सहयोग करने की अपील भी की।

नौसेना प्रमुख ने वीरों के प्रति सम्मान व्यक्त किया
भारतीय नौसेना अध्यक्ष एडमिरल दिनेश कुमार त्रिपाठी ने नौसेना कर्मियों की ओर से सभी सैनिकों और वीर नारियों के प्रति गहरा सम्मान व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि नौसेना जवानों के कल्याण के प्रति प्रतिबद्ध है और राष्ट्रीय सुरक्षा तथा विकसित भारत के निर्माण में अपनी जिम्मेदारियों का निष्ठापूर्वक निर्वहन करती रहेगी।
रक्षा मंत्री और रक्षा राज्यमंत्री ने किया योगदान का आग्रह
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने झंडा दिवस पर सशस्त्र बलों के पराक्रम को सलाम करते हुए कहा कि जवानों की निस्वार्थ सेवा ऐसा ऋण है जिसे राष्ट्र कभी चुका नहीं सकता। उन्होंने नागरिकों से अपील की कि वे फ्लैग डे में उदारतापूर्वक योगदान दें ताकि सैनिकों और उनके परिवारों के कल्याण कार्यों को मजबूती मिल सके।
रक्षा राज्यमंत्री संजय सेठ ने इस अवसर को वीर सैनिकों और वीर नारियों की त्यागमयी सेवा को सम्मानित करने का दिन बताया। उन्होंने केंद्रीय सैनिक बोर्ड द्वारा झंडा लगाए जाने को अपने लिए गर्व का क्षण बताया और जनता से फ्लैग डे अभियान को सशक्त करने का आग्रह किया।
देशभर में आयोजित हुए श्रद्धांजलि कार्यक्रम
सशस्त्र सेना झंडा दिवस पर सैन्य प्रतिष्ठानों, शिक्षण संस्थानों और सरकारी दफ्तरों में कार्यक्रम आयोजित किए गए। कई जगह नागरिकों ने सैनिकों के परिवारों के लिए फंड में योगदान देकर अपनी श्रद्धा व्यक्त की।
यह दिवस न केवल वर्दीधारी वीरों के प्रति आभार प्रकट करने का अवसर है, बल्कि नागरिकों को देश की सुरक्षा में लगे योद्धाओं और उनके परिवारों के साथ खड़े होने का संकल्प भी दिलाता है।

