बोकारो। सेक्टर-4 थाना क्षेत्र स्थित सब्जी मार्केट के पास सोमवार रात भीषण आगजनी की घटना सामने आई, जिसमें फुटपाथ पर बनी आठ दुकानें जलकर राख हो गईं। हादसा रात करीब 8:30 बजे हुआ, जब अचानक एक दुकान से उठी चिंगारी ने देखते-देखते आसपास की दुकानों को भी अपनी चपेट में ले लिया। इस आग ने कुछ ही मिनटों में दुकानदारों की वर्षों की मेहनत को खाक कर दिया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, आग लगने के तुरंत बाद स्थानीय लोग मौके पर पहुंचे और उसे बुझाने का प्रयास करने लगे। लेकिन आग इतनी तेज थी कि लोग उसे नियंत्रित नहीं कर सके। थोड़ी ही देर में सूचना फायर ब्रिगेड और पुलिस तक पहुंची, जिसके बाद चार दमकल गाड़ियां घटनास्थल पर भेजी गईं। दमकल कर्मियों ने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया, लेकिन तब तक अधिकांश दुकानें जलकर नष्ट हो चुकी थीं।
शॉर्ट सर्किट को माना जा रहा कारण
प्रारंभिक जांच में आग की वजह शॉर्ट सर्किट होने की आशंका जताई गई है। घटना में जिन दुकानों को नुकसान पहुंचा, उनमें चिकन-चिली और अन्य फास्टफूड स्टॉल, कपड़े की दुकानें, मोबाइल एक्सेसरीज़ की दुकानें और जनरल स्टोर शामिल हैं। दुकानदारों ने बताया कि आग अचानक भड़की और बहुत तेज़ी से फैल गई, जिससे वे अपनी दुकान का सामान बचा नहीं पाए। पीड़ित व्यापारियों के अनुसार, घटना में लाखों रुपये का नुकसान हुआ है। कई दुकानदारों का कहना है कि इस हादसे ने उनकी रोज़ी-रोटी पर बड़ा असर डाला है, क्योंकि त्योहारों के बाद बिक्री बढ़ने की उम्मीद थी, लेकिन आग ने सब कुछ खत्म कर दिया। कई दुकानदार घटना स्थल पर रोते-बिलखते देखे गए।
पुलिस ने की इलाके की घेराबंदी
घटना के बाद थाना प्रभारी संजय कुमार पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे और पूरे क्षेत्र की घेराबंदी की। सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करते हुए पुलिस ने आग के बीच अफरा-तफरी को रोकने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। विद्युत विभाग ने भी स्थिति को देखते हुए आसपास की बिजली आपूर्ति अस्थायी रूप से बंद कर दी, ताकि आग दोबारा न भड़के।
बड़ा हादसा टला: अग्निशमन विभाग
अग्निशमन विभाग के अधिकारी भगवान ओझा ने बताया कि फुटपाथ पर दुकानों के बीच कम दूरी और ज्वलनशील सामग्री के कारण आग तेजी से फैलने का खतरा बहुत ज्यादा था। हालांकि समय रहते दमकल की टीम पहुंच गई और आग को अन्य दुकानों तक फैलने से रोक लिया, जिससे एक बड़ा हादसा टल गया।
स्थानीय प्रशासन कर रहा नुकसान का आकलन
घटना के बाद प्रशासन ने नुकसान का आकलन शुरू कर दिया है। जल्द ही पीड़ित दुकानदारों को राहत देने के लिए रिपोर्ट तैयार की जाएगी। स्थानीय लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि पीड़ितों को तत्काल आर्थिक सहायता उपलब्ध कराई जाए, क्योंकि अधिकांश दुकानें ही उनकी आजीविका का एकमात्र साधन थीं। यह आगजनी की घटना बाजार क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल खड़े करती है। स्थानीय निवासियों का कहना है कि अक्सर यहां विद्युत तार खुले रहते हैं और अवैध कनेक्शन भी लगाए जाते हैं, जिससे हादसों की आशंका बनी रहती है। उन्होंने प्रशासन से इलाके में बिजली व्यवस्था सुधारने और सुरक्षा उपाय बढ़ाने की मांग की है।

