आने वाले अधिकारियों के लिए चुनौती सहित स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार की छोड़ गए अमिट छाप
सिमडेगा: जिले में स्वास्थ्य सेवाओं की दिशा और दशा बदलने वाले सिविल सर्जन डॉ. रामदेव पासवान का तबादला हो गया है। ज्ञात हो कि डॉ. पासवान ने न केवल प्रशासनिक कार्यों में दक्षता दिखाई बल्कि ज़मीनी स्तर पर लोगों से जुड़कर स्वास्थ्य सेवाओं को नए आयाम दिए। चाहे दिन हो या रात, हर स्थिति में वे स्वयं उपस्थित होकर आम लोगों के बीच भरोसे की मिसाल बने। डॉ. पासवान के नेतृत्व में सिमडेगा जिले में कई स्वास्थ्य योजनाओं का कुशल क्रियान्वयन हुआ। उनकी कार्य के प्रति तत्परता और त्वरित निर्णय क्षमता ने जिले को एक मजबूत सुरक्षा कवच प्रदान किया। इसके अतिरिक्त ‘रात्रि चौपाल’, ‘चाय पर चर्चा’, ‘स्वास्थ्य रथ’, नुक्कड़ सभा, सर्प दंश को लेकर जागरूकता अभियान जैसे नवीन प्रयासों ने ग्रामीण क्षेत्रों तक स्वास्थ्य जागरूकता पहुँचाई।

वहीं झाड़-फूंक जैसी कुप्रथाओं के विरुद्ध उन्होंने जन संवाद और जागरूकता रैलियों के माध्यम से जो मुहिम चलाई, उसका सकारात्मक असर आज जिले के सुदूर गाँवों में भी देखा जा सकता है। उनकी पहल पर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों, प्राथमिक स्वास्थ्य उपकेंद्रों और आंगनवाड़ी केंद्रों की कार्यप्रणाली में भी व्यापक सुधार हुआ। जिले भर के अस्पतालों में नियमित निरीक्षण, औचक भ्रमण, और कर्मचारियों के साथ संवाद ने स्वास्थ्य प्रणाली में पारदर्शिता और जवाबदेही को बढ़ावा दिया। उन्होंने यह भी सुनिश्चित किया कि ज़रूरतमंदों को दवाएं और चिकित्सा सुविधाएं समय पर और निःशुल्क मिलें। सिविल सर्जन डॉ. पासवान ने तकनीकी नवाचारों को भी स्वास्थ्य सेवाओं से जोड़ा।

वर्तमान में डिजिटल स्वास्थ्य रजिस्ट्रेशन, ई-संजीवनी जैसी सेवाओं को लेकर कार्य किया जा रहा था। महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों के लिए विशेष स्वास्थ्य शिविरों का आयोजन कर उनके स्वास्थ्य की अनदेखी रोकने में भी अहम भूमिका निभाई।स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों और अधिकारियों के बीच वे एक प्रेरणा स्रोत रहे। उनके साथ काम कर चुके कर्मियों का कहना है कि डॉ. पासवान हमेशा टीम वर्क को प्राथमिकता देते थे। उनकी नेतृत्व क्षमता, विनम्रता और कर्मठता सभी के लिए उदाहरण बनी रही। हालांकि उनका स्थानांतरण एक औपचारिक प्रक्रिया है, परंतु सिमडेगा की जनता के दिलों में उनकी छवि एक जनसेवक के रूप में बनी रहेगी। उन्होंने अपने कार्यकाल में जो मापदंड स्थापित किए हैं, वह आने वाले सिविल सर्जनों के लिए मार्गदर्शन का कार्य करेगा। अब यह देखना होगा कि उनकी जगह आने वाले अधिकारी किस तरह से इस विकसित स्तर को आगे ले जाते हैं।

लेकिन इस बात से नहीं नकारा जा सकता कि डॉ. रामदेव पासवान की निस्वार्थ सेवा और समर्पण भाव सिमडेगा जिले के इतिहास में सुनहरे अक्षरों में दर्ज रहेगा। जनता और स्वास्थ्य विभाग उन्हें एक कर्मयोगी के रूप में सदैव याद रखेगा।

