तेहरान, 14 जून (लाइव 7) ईरान की सेना ने कहा है कि वह इजरायल पर हमला जारी रखेगी और पश्चिम एशिया में अमेरिकी सैन्य ठिकानों पर हमला करने की भी योजना बना रही है।
ईरानी सेना के अनुसार अमेरिका ईरानी ठिकानों पर इजरायल की ओर से किये गये मिसाइल हमलों का सक्रिय सहयोगी था। ईरानी रिवोल्यूशनरी गार्ड (आईआरजीसी) की आधिकारिक समाचार एजेंसी ‘फ़ार्स न्यूज़’ ने शनिवार को एक अज्ञात स्रोत का हवाला देते हुए सरकार की योजनाओं का खुलासा किया। सूत्र ने एजेंसी को बताया कि यह युद्ध इज़रायली शासन के आक्रमण द्वारा शुरू किया गया था। अब यह इजरायल द्वारा कब्जा किये गये सभी क्षेत्रों और उस क्षेत्र में अमेरिकी ठिकानों तक फैल जाएगा। हमलावरों को ईरान से निर्णायक और बड़े पैमाने पर जवाब मिलेगा।
फ़ार्स न्यूज़ के अनुसार सेना के आत्मघाती अरेश ड्रोन कथित तौर पर ‘कब्जे वाले क्षेत्रों’ में इज़रायल में लक्षित लक्ष्यों पर सफलतापूर्वक हमला करने में सक्षम हैं। आईआरजीसी ने कहा कि प्रतिक्रिया (जिसका कोड नाम ऑपरेशन ट्रू प्रॉमिस III था) में एयरोस्पेस डिवीजन ने सिलसिलेवाल मिसाइलें दागीं और रणनीतिक इज़रायीली लक्ष्यों के खिलाफ सशस्त्र ड्रोन तैनात किए। बयान में कहा गया है कि ऑपरेशन में ‘सटीक और स्मार्ट हथियार प्रणालियों के संयोजन’का इस्तेमाल किया गया, विशेष रूप से इज़राइली सैन्य केंद्रों और एयरबेसों को लक्षित किया गया, जहाँ से शासन ने अपने आपराधिक आक्रमण की शुरुआत की थी। एजेंसी ने कहा कि ईरान इज़रायल पर हमला करना जारी रखेगा और पहले उठाए गए कदमों तक खुद को सीमित नहीं रखेगा।
संतोष,
लाइव 7
पश्चिम एशिया में अमेरिका के सैन्य ठिकानों को लक्षित करेगा ईरान: आईआरजीसी
Leave a Comment
Leave a Comment

