नयी दिल्ली 29 नवंबर (लाइव 7) केंद्रीय पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने शुक्रवार को कहा, महाकुंभ, भारत की समृद्ध और विविध संस्कृति तथा मानवता का उत्सव है।
श्री शेखावत ने यहां उत्तर प्रदेश पर्यटन की ओर से ‘महाकुंभ-2025 प्रील्यूड’ कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि
प्रयागराज में आयोजित होने वाले आगामी महाकुंभ-2025 के लिए पूरे विश्व के लोगों को आमंत्रित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि यह आयोजन वर्तमान के भू-राजनीतिक अशांत समय में वैश्विक एकता और सहयोग की भावना का प्रतीक है। उन्होंने कहा, ‘हम महाकुंभ को सांस्कृतिक आदान-प्रदान के एक अनूठे अवसर के रूप में देखते हैं। यदि आप भारत घूमना चाहते हैं तो अवश्य महाकुंभ का हिस्सा बनें।’
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि हम सभी यात्रियों के अनुभव को अद्वितीय बनाने के लिए आवास, परिवहन और महाकुंभ मेला क्षेत्र और उसके आसपास की यात्रा के लिए हर प्रकार की सहायता प्रदान करने के लिए तत्परता से काम कर रहे हैं।
कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह, केंद्र सरकार के विभिन्न मंत्रालयों एवं संस्थानों के प्रतिनिधि, कई देशों के राजदूत, उच्चायुक्त एवं उच्चायोग के अधिकारियों, उत्तर प्रदेश के प्रधान पर्यटन एवं संस्कृति
सचिव मुकेश कुमार मेश् , विशेष पर्यटन सचिव ईशा प्रिया की गरिमामय उपस्थिति रही।
‘महाकुंभ-2025 प्रील्यूड’ का प्रमुख उद्देश्य संगम नगरी प्रयागराज और तीर्थ स्थलों की झलक पेश करना रहा। यह विशेष आयोजन आध्यात्मिकता, संस्कृति और परंपराओं की उस महायात्रा का आरंभ है, जो 2025 में विश्व के सबसे बड़े आध्यात्मिक समागम के रूप में सामने आएगी। ‘प्रिल्यूड’ का उद्देश्य महाकुंभ- 2025 के आयोजन से पूर्व उसकी महत्ता, मूल्यों और तैयारियों को वैश्विक मंच तक पहुंचाना है।
श्री जयवीर सिंह ने कहा कि भारत, वसुधैव कुटुंबकम और सर्वे भवन्तु सुखिनः सर्वे सन्तु नि या के मूलमंत्र को चरितार्थ करता है। महाकुंभ-2025 विश्व का सबसे बड़ा धार्मिक समागम होने वाला है। बारह वर्ष बाद संगम नगरी प्रयागराज में यह सनातनी योग आया है, जिसका वैज्ञानिक कारण भी है। इस दिव्य, भव्य एवं नव्य महाकुम्भ में कई विश्व कीर्तिमान स्थापित होने जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि महाकुंभ मेले में विभिन्न तिथियों पर लगभग 40 करोड़ लुओं के आने का अनुमान है। त्रिवेणी में डुबकी लगाकर लु अपने जीवन को धन्य और मोक्ष प्राप्त करने का कार्य करेंगे। यह मानव कल्याण का बड़ा संयोग बनेगा।
उन्होंने कहा कि सभी आगंतुक न केवल भारत की सांस्कृतिक, दार्शनिक और धार्मिक-आध्यात्मिक स्वरूप का आरक्षण करेंगे, बल्कि भव्य-दिव्य और नव्य आयोजन का अद्भुत आनंद लेंगे।
श्री मेश् ने कहा कि महाकुंभ के मद्देनजर आधारभूत संरचनाओं का विकास किया जा रहा है। परेड ग्राउंड के पास एक अत्याधुनिक टेंट सिटी का निर्माण हो रहा है जिसमें विला, महाराजा टेंट और डीलक्स टेंट जैसी तीन श्रेणियों की आवासीय सुविधाएं होंगी। इसके अतिरिक्त निजी क्षेत्र भी इस प्रयास में योगदान दे रहा है जिसमें अरैल में 1,600 स्विस कॉटेज और झूंसी में 200 कॉटेज बनाए जा रहे हैं। लुओं और पर्यटकों की सुविधा के लिए स्थानीय गाइड प्रशिक्षण कार्यशालाएं आयोजित की जा रही हैं। साथ ही रोमांचक हेलीकॉप्टर राइड्स और वॉटर स्पोर्ट्स जैसी गतिविधियां भी पेश की जा रही हैं।
‘महाकुंभ-2025 प्रिल्यूड’ कार्यक्रम में सूरीनाम, मलेशिया, सेसेल्स, नेपाल, नीदरलैंड, इरिट्रिया, इराक, इजिप्ट, ग्रीस, मोजाम्बिक, श्रीलंका, इंडोनेशिया, कजाकिस्तान, ताइवान, गाम्बिया, स्विट्जरलैंड, सिंगापुर और पोलैंड आदि के राजदूत, उच्चायुक्त एवं उच्चायोग के अधिकारी शामिल हुए। कार्यक्रम में पर्यटन उद्योग से जुड़े उद्यमी, टूर एवं ट्रेवल ऑपरेटर की भी उपस्थिति रही।
सत्या ,
लाइव 7
भारत घूमना है तो महाकुंभ आएं-शेखावत
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