औद्योगिक उत्पादन वृद्धि दर जुलाई में 4.8 प्रतिशत

Live 7 Desk

नयी दिल्ली, 12 सितंबर (लाइव 7) औद्योगिक उत्पादन सूचकांक पर आधारित देश के औद्योगिक उत्पादन में जुलाई, 2024 में सालाना आधार पर 4.8 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गयी।
सरकार द्वारा गुरुवार को जारी अनंतिम आंकड़ों के अनुसार जुलाई के आंकड़े में जून, 2024 के 4.7 प्रतिशत की तुलना में हल्का सुधरा है पर पिछले साल जुलाई की तुलना में कम है। जुलाई, 2023 में औद्योगिक वृद्धि 6.2 प्रतिशत रही थी।
आंकड़ों के अनुसार चालू वित्त वर्ष के पहले चार महीनों (अप्रैल-जुलाई) में संचयी औद्योगिक उत्पादन में वृद्धि 5.2 प्रतिशत रही जो पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में 5.1 प्रतिशत थी।
देश के औद्योगिक उत्पादन में 77 प्रतिशत से अधिक का योगदान करने वाले विनिर्माण में जुलाई में 4.6 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जबकि पिछले साल इसी महीने में विनिर्माण क्षेत्र में 5.3 प्रतिशत की वृद्धि हुई थी।
आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार खनन क्षेत्र के उत्पादन में इस वर्ष जुलाई में वृद्धि 3.7 प्रतिशत रही, जबकि पिछले वर्ष इसी माह में उत्पादन 10.7 प्रतिशत बढ़ा था।
जुलाई, 2024 में बिजली उत्पादन 7.9 प्रतिशत के स्तर पर स्थिर बना रहा। पिछले वर्ष इसी महीने में बिजली उत्पादन वृद्धि आठ प्रतिशत थी। इन आंकड़ों पर आधारित सरकारी विज्ञप्ति के अनुसार विनिर्माण क्षेत्र में, जुलाई 2024 के महीने में सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाले प्रमुख क्षेत्रों में मूल धातुओं का विनिर्माण करने वाले उद्योगों के उत्पादन में 6.4 प्रतिशत, कोक और परिष्कृत पेट्रोलियम उत्पादों के उत्पादन में 6.9 प्रतिशत और विद्युत उपकरण क्षेत्र के उत्पादन में 28.3 प्रतिशत की वृद्धि देखी गयी।
उपयोग आधारित वर्गीकरण के अनुसार, जुलाई 2024 में प्राथमिक वस्तु क्षेत्र में वृद्धि 5.9 प्रतिशत, पूंजीगत वस्तुओं के क्षेत्र में 12.0 प्रतिशत, मध्यवर्ती वस्तुओं में 6.8 प्रतिशत, बुनियादी ढांचे/निर्माण वस्तुओं में 4.9 प्रतिशत और टिकाऊ उपभोक्ता वस्तु क्षेत्र में 8.2 प्रतिशत की वृद्धि देखी गयी।
गैर-टिकाऊ उपभोक्ता वस्तुओं के उत्पादन में सालाना आधार पर 4.4 प्रतिशत की गिरावट रही। वस्तुओं के उपयोग के आधार पर किए गए वर्गीकरण में जुलाई में प्राथमिक वस्तु क्षेत्र, माध्यमिक वस्तु क्षेत्र और टिकाऊ उपभोक्ता वस्तु क्षेत्र-तीनों के उत्पादन में वृद्धि दर्ज की गयी।
केयरएज रेटिंग्स की मुख्य अर्थशास्त्री रजनी सिन्हा ने औद्योगिक उत्पादन सूचकांक के इन आंकड़ों पर कहा, “खपत से जुड़े क्षेत्रों की तस्वीर मिलीजुली है। टिकाऊ उपभोक्तु वस्तु क्षेत्र का उत्पादन इस वर्ष जुलाई में सालाना आधार पर 8.2 प्रतिशत बढ़ा, जबकि गैर-टिकाऊ वस्तुओं के उत्पादन 4.4 प्रतिशत की गिरावट दिखी है। अच्छे मानसून के बीच खरीफ की बुआई में सुधार निजी खपत की मांग के लिए अच्छा संकेत है। कुल मिलाकर, खपत और निजी पूंजीगत व्यय में निरंतर और सार्थक सुधार औद्योगिक गतिविधि के प्रदर्शन के लिए महत्वपूर्ण बना हुआ है।”
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लाइव 7

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