चेन्नई, 01 मार्च (लाइव 7) तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एवं द्रविड़ मुनेत्र कषगम् (द्रमुक) अध्यक्ष एम.के. स्टालिन शनिवार को 72 वर्ष के हो गए। उन्होंने राज्य की स्वायत्तता और दो-भाषा नीति के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराते हुए कहा कि यह मुद्दा इस वर्ष उनके जन्मदिन संदेश का सार हैं।
श्री स्टालिन ने अपनी मां दयालु अम्मल से आशीर्वाद लेने के बाद गोपालपुरम में अपने आवास पर संवाददाताओं से बातचीत के दौरान हिंदी थोपे जाने का विरोध करते कहा कि दो-भाषा नीति जारी रहनी चाहिए। उन्होंने कहा, “यह मेरे जन्मदिन का संदेश है। मेरी चिंताएं हमेशा देश और अपने राज्य को लेकर हैं। हमें अपने राज्य के अधिकारों को सुरक्षित करना चाहिए।”
उन्होंने इस बात पर बल दिया कि तमिलनाडु में हिंदी थोपने का विरोध जारी रहना चाहिए और तमिल-अंग्रेजी द्विभाषा प्रणाली कायम रहना चाहिए, जो राज्य के शैक्षिक और प्रशासनिक संरचना की नींव रही है।
उल्लेखनीय है कि तमिलनाडु लंबे समय से त्रिभाषा नीति का विरोध करता रहा है और स्कूलों में तमिल तथा अंग्रेजी की वकालत की है। राज्य सरकार ने इस बात पर बार-बार बल दिया है कि केंद्र की ओर से भाषा थोपने की बजाए चुनने का विकल्प दिया जाना चाहिए।
श्री स्टालिन की यह टिप्पणी क्षेत्रीय भाषाओं की कीमत पर हिंदी को बढ़ावा देने की कोशिश करने वाली नीतियों पर बढ़ती चिंताओं के बीच आई है। उन्होंने राज्य की स्वायत्तता का सम्मान करने वाली संघीय संरचना की आवश्यकता को दोहराते हुए भाषा एवं शासन पर अपनी सरकार के लंबे समय से चले आ रहे रुख की पुष्टि की।
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लाइव 7
स्टालिन ने मनाया 72वां जन्मदिन, कहा तमिलनाडु में दो भाषा नीति जारी रहना चाहिए

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