जम्मू 22 फरवरी (लाइव 7) केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने शनिवार को जम्मू-कश्मीर के युवाओं से ‘सरकारी नौकरी’ की मानसिकता छोड़ने की अपील की।
डॉ सिंह ने आज यहां गांधी नगर स्थित सरकारी महिला कॉलेज में सीएसआईआर-इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ इंटीग्रेटिव मेडिसिन द्वारा आयोजित दो दिवसीय “राष्ट्रीय स्टार्टअप महोत्सव” का उद्घाटन किया। उन्होंने इस महोत्सव को जम्मू-कश्मीर के युवाओं को समर्पित किया और स्टार्टअप की सफलता सुनिश्चित करने में नवाचार, उद्यमशीलता तथा शुरुआती उद्योग संबंधों के महत्व पर जोर दिया।
डॉ. सिंह ने क्षेत्र में कृषि आधारित स्टार्टअप , विशेष रूप से पर्पल रिवोल्यूशन पर प्रकाश डाला, जिसने जम्मू-कश्मीर में 3,000 से अधिक युवाओं को लैवेंडर स्टार्टअप पहल के माध्यम से लाखों कमाने में सक्षम बनाया है। उन्होंने युवाओं को अपनी योग्यता को पहचानने और केवल सरकारी नौकरियों पर ध्यान केंद्रित करने के बजाय उद्यमशील उपक्रमों को आगे बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित किया।
उन्होंने जोर दिया कि जम्मू-कश्मीर का कृषि-स्टार्टअप इकोसिस्टम फल-फूल रहा है तथा डोडा जिले के भद्रवाह में लैवेंडर की खेती ने इस क्षेत्र को वैश्विक स्टार्टअप मानचित्र पर ला खड़ा किया है। उन्होंने शहरी क्षेत्रों को कृषि-स्टार्टअप में अधिक से अधिक शामिल करने का आग्रह किया, जिसमें लैवेंडर की खेती और अन्य उच्च-मूल्य वाले कृषि उपक्रमों के विस्तार पर ध्यान केंद्रित किया जाना चाहिए। उन्होंने स्टार्टअप की दीर्घकालिक स्थिरता सुनिश्चित करने में उद्योग संबंधों और बाजार अनुसंधान की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया, युवा उद्यमियों को शुरू से ही बाजार की गतिशीलता का अध्ययन करने के लिए प्रोत्साहित किया।
डॉ. सिंह ने भारत की अंतरिक्ष अर्थव्यवस्था के तेजी से विकास की सराहना की तथा इसकी सफलता का श्रेय सार्वजनिक और निजी क्षेत्रों के बीच सहयोग को दिया। उन्होंने चंद्रयान-2 और आदित्य एल1 सहित प्रमुख अंतरिक्ष मिशनों में महिलाओं के नेतृत्व वाली टीमों के योगदान की भी सराहना की। उन्होंने शिक्षा के मोर्चे पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 की सराहना की, जिसने समान अवसर प्रदान करके और डिजिटल समावेशिता सुनिश्चित करके भारत की शिक्षा प्रणाली को नया रूप दिया है। उन्होंने छात्रों से सरकारी योजनाओं के बारे में जानने और उपलब्ध अवसरों का लाभ उठाने के लिए प्रतिदिन कम से कम 30 मिनट बिताने का आग्रह किया।
उन्होंने बताया कि एम्स, आईआईआईएम, आईआईटी, आईआईएम और जीएमसी जम्मू के बीच एकीकृत अनुसंधान के लिए स्नातकोत्तर छात्रों के लिए सह-मार्गदर्शन साझा करने के लिए समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किये गये हैं।
महोत्सव के दौरान डॉ. सिंह ने 45 स्टार्टअप स्टॉल का दौरा किया, जहां उन्होंने नवोदित उद्यमियों और छात्रों के साथ बातचीत की और उनके नवाचारों को प्रदर्शित किया। उन्होंने भारत के स्टार्टअप इकोसिस्टम में योगदान देने के उनके प्रयासों की सराहना की और उन्हें नवाचार जारी रखने के लिए प्रोत्साहित किया।
अशोक
लाइव 7
सरकारी नौकरी’ की मानसिकता छोड़ें , केंद्रीय मंत्री की युवाओं से अपील

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