मध्यप्रदेश सरकार का एक साल पूरा, यादव आज रातापानी टाइगर रिजर्व का करेंगे लोकार्पण

Live 7 Desk

भोपाल, 13 दिसंबर (लाइव 7) मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव आज राज्य सरकार के एक वर्ष पूर्ण होने पर राजधानी भोपाल में प्रदेश के 8वें टाइगर रिजर्व रातापानी टाइगर रिजर्व का लोकार्पण करेंगे।
लोकार्पण अवसर पर डॉ यादव और अभिनेता, लेखक, निर्देशक रणदीप हुड्डा रातापानी टाइगर रिजर्व से जुड़ी जागरूकता के लिये स्थानीय कोलार रोड से ‘विरासत से विकास की अनूठी दौड़’ बाइक रैली को हरी झण्डी दिखाकर रवाना करेंगे। यह रैली गोल जोड़ चौराहे से एकांत पार्क तक निकाली जाएगी।
इस संबंध में श्री हुड्डा ने एक वीडियो जारी कर बताया कि वे आज भोपाल में इस रैली में शामिल होंगे। उन्होंने आम जन से इसमें शामिल होने की अपील भी की।
लोकार्पण कार्यक्रम में अपर मुख्य सचिव वन अशोक बर्णवाल, मुख्य वन संरक्षक एवं वन बल प्रमुख असीम श्रीवास्तव, वन विभाग के अधिकारी-कर्मचारी और आमजन भी उपस्थित रहेंगे।
मुख्यमंत्री की पहल और मार्गदर्शन पर विगत दो दिसंबर को रातापानी को प्रदेश का आठवां टाइगर रिजर्व घोषित किया गया है। राज्य शासन द्वारा इसकी अधिसूचना जारी कर दी गयी है। रातापानी टाइगर रिजर्व के कोर एरिया का रकबा 763.812 वर्ग किलोमीटर तथा बफर एरिया का रकबा 507.653 वर्ग किलोमीटर है। इस प्रकार टाइगर रिजर्व का कुल रकबा 1271.465 वर्ग किलोमीटर होगा।
रातापानी टाइगर रिजर्व के कोर क्षेत्र की सीमा के अंदर स्थित राजस्व ग्  झिरी बहेड़ा, जावरा मलखार, देलावाड़ी, सुरई ढाबा, पांझिर, कैरी चौका, दांतखो, साजौली एवं जैतपुर का रकबा 26.947 वर्ग किलोमीटर राजस्व भूमि इन्क्लेव के रूप में बफर क्षेत्र में शामिल है। टाइगर रिजर्व में भौगोलिक रूप से स्थित, उक्त 9 ग्   ारण्य की अधिसूचना में कोर क्षेत्र में शामिल नहीं हैं।
रातापानी टाइगर रिजर्व बनने से टाइगर रिजर्व का सम्पूर्ण कोर क्षेत्र रातापानी टाइगर  ारण्य की सीमा के भीतर है। इससे ग् ीणों के वर्तमान अधिकार में कोई परिवर्तन नहीं होगा। इससे स्थानीय ग् ीणों को पर्यटन से नये रोजगार सृजित होंगे, जिससे आर्थिक लाभ होगा। टाइगर रिजर्व गठित होने से भारत सरकार के राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण से बजट प्राप्त होने से वन्य-प्राणियों का और बेहतर ढंग से प्रबंधन किया जा सकेगा। इसके साथ ही स्थानीय ग् ीणों को पर्यटन बढ़ने से लाभ प्राप्त होगा। टाइगर रिजर्व बनने से रातापानी को अंतर्राष्ट्रीय पहचान मिलेगी तथा भोपाल की पहचान ‘टाइगर राजधानी’ के रूप में होगी।
गरिमा
लाइव 7

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