नयी दिल्ली, 24 दिसंबर (लाइव 7) कांग्रेस ने कहा है कि महात्मा गांधी की अध्यक्षता में हुई ऐतिहासिक बेलगामी अधिवेशन की 100वीं वर्षगांठ पर कांग्रेस कार्य समिति की विस्तारित बैठक बेलगावी में 26 दिसंबर को ही आयोजित की जा रही है जिसमें देश भर के 200 से ज्यादा प्रमुख नेता हिस्सा लेंगे।
कांग्रेस महासचिव के सी वेणुगोपाल, संचार विभाग के प्रभारी जय रमेश तथा संचार विभाग के प्रमुख पवन खेड़ा ने बुधवार को यहां पार्टी मुख्यालय में संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में कहा कि कार्य समिति की बैठक बेलगावी के महात्मा गांधी नगर में उसी स्थान पर आयोजित होगी, जहां 100 साल पहले हुए कांग्रेस अधिवेशन में महात्मा गांधी को पहली बार भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की अध्यक्षता सौंपी गई थी। बैठक का नाम ‘नव सत्याग्रह’ रखा गया है क्योंकि 100 साल पहले गांधी जी ने इसी जगह से सत्याग्रह का विचार रखा था। विस्तारित बैठक में केंद्र की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार की नीतियों की कारण देश के सामने खड़ी हो रही चुनौतियों पर विचार विमर्श किया जाएगा और अगले दिन विशाल रैली होगी।
श्री वेणुगोपाल ने कहा, “ऐतिहासिक अधिवेशन की 100वीं वर्षगांठ मनाने के लिए हम बेलगावी में एक विस्तारित कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक ‘नव सत्याग्रह’ का आयोजन कर रहे हैं और इसमें कार्यसमिति की बैठक उसी स्थान पर होगी, जहां महात्मा गांधी जी ने भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की अध्यक्षता संभाली थी। कर्नाटक कांग्रेस ने ऐतिहासिक अधिवेशन के लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं। इसके लिए शहर को सजाया गया है। सीडब्ल्यूसी सदस्य, स्थायी आमंत्रित, विशेष आमंत्रित, केंद्रीय चुनाव समिति के सदस्य, प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सदस्य, राज्य के सीएलपी नेता, संसदीय दल के पदाधिकारी और कांग्रेस पार्टी के पूर्व मुख्यमंत्री सहित कुल लगभग 200 नेता ऐतिहासिक अधिवेशन में भाग लेंगे।”
उन्होंने कहा, “बैठक 26 दिसंबर को दोपहर 2.30 बजे महात्मा गांधी नगर में शुरू होगी। 27 दिसंबर को सुबह 11.30 बजे बेलगावी में जय बापू, जय भीम, जय संविधान रैली होगी। महात्मा गांधी नगर में होने वाली रैली में कांग्रेस पार्टी के सांसद, पदाधिकारी और लाखों कांग्रेस कार्यकर्ता भाग लेंगे। कार्यसमिति की बैठक में आगामी वर्षों के लिए कांग्रेस की कार्ययोजना और कार्यक्रम पर चर्चा की जाएगी, जिसमें दो प्रस्ताव शामिल होंगे। बैठक में भाजपा शासन में राष्ट्र के सामने आने वाली गंभीर चुनौतियों पर विचार- विमर्श किया जाएगा, जिसमें आर्थिक असमानता, लोकतंत्र का क्षरण और संवैधानिक संस्थाओं पर हमले शामिल हैं। यह भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के ऐतिहासिक कार्यक्रमों में से एक होगा।”
श्री वेणुगोपाल ने कहा, “दिसंबर 1924 में, सौ साल पहले, महात्मा गांधी की अध्यक्षता में बेलगावी में 39वां कांग्रेस अधिवेशन आयोजित किया गया था। यह महात्मा गांधी की अध्यक्षता में कांग्रेस का एकमात्र अधिवेशन था और इस अधिवेशन में मोतीलाल नेहरू, जवाहरलाल नेहरू, लाला लाजपत राय, सरोजिनी नायडू और वल्लभभाई पटेल सहित कई प्रमुख राष्ट्रीय नेताओं ने भाग लिया था। हमें इस आयोजन पर वास्तव में गर्व है। कांग्रेस पार्टी और राष्ट्रवाद में विश्वास रखने वाले लोगों को इस महान आंदोलन पर गर्व है।”
उन्होंने कहा, “बेलगावी में गांधीजी के अध्यक्षीय भाषण में अहिंसा, राजनीतिक स्वतंत्रता प्राप्त करने के साधन के रूप में असहयोग, अस्पृश्यता को दूर करना, समुदायों के बीच एकता को बढ़ावा देना, सामाजिक- आर्थिक असमानताओं को दूर करना और न्याय और समानता के सिद्धांतों को मजबूत करना शामिल था। ये 1924 में गांधीजी के भाषण के मुख्य बिंदु थे। बेलगावी अधिवेशन स्वतंत्रता आंदोलन और सामाजिक-आर्थिक सुधारों का आधार बन गया।”
कांग्रेस नेताओं ने कहा, “कांग्रेस कार्यसमिति की 26 दिसंबर को बेलगावी में विस्तृत विशेष बैठक हो रही है। बेलगावी वही जगह है, जहां 100 साल पहले महात्मा गांधी कांग्रेस के अध्यक्ष बने थे। इस बैठक का नाम ‘नव सत्याग्रह’ रखा गया है, क्योंकि सौ साल पहले गांधी जी ने सत्याग्रह का ऐलान बेलगावी से किया था। उसी जगह से कांग्रेस ‘नव सत्याग्रह का संकल्प’ लेकर आगे बढ़ेगी।”
उन्होंने कहा, “बेलगावी में 27 दिसंबर को एक बड़ी रैली होगी, जिसमें देश भर से कांग्रेस के सभी नेता, कार्यकर्ता शामिल होंगे। इस रैली का नाम ‘जय बापू-जय भीम-जय संविधान’ होगा। इससे पहले 26 दिसंबर को दो प्रस्ताव पारित होंगे, जिन्हें देश के सामने रखा जाएगा- इसमें कांग्रेस पार्टी के अगले एक साल का एक्शन प्लान शामिल होगा।”
कांग्रेस नेताओं ने कहा, “पिछले सात दिन से कांग्रेस पार्टी ‘अंबेडकर सम्मान सप्ताह’ मना रही है। हमने गृहमंत्री अमित शाह द्वारा अंबेडकर के अपमान के मामले में देश के 100 से ज्यादा शहरों में प्रेस कांफ्रेंस भी की हैं। आज सभी जिलों में बैठक हो रही है, मोर्चा निकालकर एक दस्तावेज तैयार किया जा रहा है, जिसे राष्ट्रपति को सौंपा जाएगा। हमारी मांग है कि श्री शाह माफी मांगें और उन्हें कैबिनेट से बर्खास्त किया जाए।”
बेलगावी सम्मेलन को लेकर उन्होंने कहा, “हमारे लिए यह ऐतिहासिक बैठक है। कुछ साल पहले उदयपुर में चिंतन शिविर हुआ था, जिससे ‘भारत जोड़ो यात्रा’ का निर्णय सामने आया था। उम्मीद है कि बेलगावी से भी कुछ ऐतिहासिक निर्णय निकलेंगे।”
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बेलगावी बैठक में गांधी के सत्याग्रह को ‘नव सत्याग्रह’ में तब्दील करेगी कांग्रेस
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