नयी दिल्ली, 15 अगस्त (लाइव 7) स्वतंत्रता दिवस की 79वीं वर्षगांठ शुक्रवार को पूरे देश में हर्षोल्लास के साथ मनायी गयी और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ऐतिहासिक लाल किले की प्राचीर से बारहवीं बार राष्ट्र को संबोधित किया।
राष्ट्रीय राजधानी में स्वतंत्रता दिवस का मुख्य समारोह लालकिले के प्रांगण में मनाया गया। श्री मोदी ने लालकिले की
प्राचीर पर श्री मोदी ने तिरंगा फहराया। इससे पहले वह राजधाट गये, जहां उन्होंने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को सुमन अर्पित किये।
प्रधानमंत्री ने देशवासियों को स्वतंत्रता दिवस की बधाई दी और कहा,“ आप सभी को स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनायें। मेरी कामना है कि यह सुअवसर सभी देशवासियों के जीवन में नया जोश और नयी स्फूर्ति लेकर आये, जिससे विकसित भारत के निर्माण को नयी गति मिले। ”
उन्होंने अपने संबोधन में अगली पीढ़ी के सुधारों की घोषणा करते हुए भारत दुनिया में बढ़ते आर्थिक स्वार्थ और वैश्विक चुनौतियों से निपटने के लिए स्वदेशी और आत्मनिर्भरता को अपना हथियार बनायेगा।
श्री मोदी ने 140 करोड़ देशवासियों और सभी राजनीतिक दलों से एकजुट होकर ‘समृद्ध भारत’ को अपना मूल बनाने का आह्वान किया और कहा कि यह किसी एक व्यक्ति या दल का एजेन्डा नहीं, बल्कि प्रत्येक भारतीय के जीवन का लक्ष्य होना चाहिए। उन्होंने स्वदेशी की भावना को मजबूत करने के लिए भी पूरे देश से एकजुट होने का आह्वान किया और छोटे बड़े सभी दुकानदारों से अपनी दुकान पर ‘यहां स्वदेशी माल बिकता है’ के बोर्ड लगाने की अपील की।
उन्होंने आत्मनिर्भरता को विकसित भारत का आधार बताते हुए अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी, रक्षा और सुरक्षा प्रणालियों, सेमीकंडक्टर, विनिर्माण, महत्वपूर्ण खनिज, ऊर्जा, उर्वरक, औषधि, अंतरिक्ष तथा आर्थिक, डिजिटल तथा सोशल मीडिया प्लेटफार्म और सामाजिक जीवन के हर क्षेत्र में देश की ताकत बढ़ाने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि सरकार कारोबार और जीवनयापन की सुगमता के लिए अगली पीढ़ी के सुधारों के लिए प्रतिबद्ध है।
अपने अब तक के सबसे लंबे भाषण में श्री मोदी ने देश के समक्ष चुनौतियों, देश की ताकत और देश के भविष्य का खाका प्रस्तुत किया। इसमें रक्षा और सुरक्षा से लेकर आर्थिक, सामाजिक और तकनीकी क्षेत्र में आत्मनिर्भरता पर जोर दिया गया है। उन्होंने इसी संदर्भ में नयी योजनाओं और पहलों की घोषणा की जिसमें युवाओं के लिए रोजगार योजना, सैन्य और असैन्य प्रतिष्ठानों की सुरक्षा के लिए मिशन सुदर्शन चक्र, अवैध घुसपैठियों से निपटने के लिए उच्च अधिकार प्राप्त मिशन, जीएसटी में नयी पीढी के सुधार, देश को 10 लाख करोड़ डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के लिए सुधारों पर कार्य बल के गठन, लड़ाकू विमानों के लिए स्वदेशी इंजन के विकास, परमाणु ऊर्जा उत्पादन क्षमता में विस्तार और खनिज तेल तथा
गैस के लिए गहरे समुद्र में अन्वेषण के लिए समुद्र मंथन जैसी कई घोषणायें शामिल हैं।
उन्होंने सेमीकंडक्टर मिशन की सफलता का उल्लेख करते हुए कहा कि भारत में इसी वर्ष माइक्रोचिप का विनिर्माण शुरू
हो जायेगा। उन्होंने अंतरिक्ष में भारत की ऊंची उड़ान का जिक्र किया और कहा कि देश गगनयान मिशन की अपने बल पर सफलता तथा अपना अंतरिक्ष स्टेशन बनाने की दिशा में काम कर रहा है।
श्री मोदी ने पाकिस्तान को कड़ा संदेश देते हुए कहा कि भारत अब परमाणु धमकी में आने वाला नहीं है और आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई के लिए सेनाओं को खुली छूट दी गयी है। सिंधु जल संधि को अन्यायपूर्ण बताते हुए प्रधानमंत्री ने दो टूक शब्दों में कहा कि भारत इसे मौजूदा स्वरूप में स्वीकार नहीं करेगा। उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान दुश्मन की ओर से स्कूलों, अस्पतालों और धर्मस्थलों को निशाना बनाये जाने का जिक्र किया। उन्होंने सभी महत्वपूर्ण सैन्य और असैन्य प्रतिष्ठानों की सुरक्षा को चाक-चौबंद करने के लिए ‘सुदर्शन चक्र मिशन’ की घोषणा की। अगले वर्षों में मिशन के तहत सभी प्रतिष्ठानों को प्रौद्योगिकी आधारित सुरक्षा प्रणालियों के कवच से लैस किया जायेगा। उन्होंने जोर दिया कि यह मिशन सुदर्शन चक्र एक ‘पावरफुल वेपन सिस्टम’ होगा जो दुश्मन के हमले को न्यूट्रलाइज तो करेगा ही करेगा, लेकिन कई गुना ज्यादा दुश्मन पर हिट बैक करेगा।
लाल किले पर स्वतंत्रता दिवस के मौके पर आयोजित समारोह के दौरान वायु सेना के हेलिकॉप्टर ने पुष्प बरसाये तो लोगों ने उस दृश्य को अपने मोबाइल फोन के कैमरों में कैद किया।
प्रधानमंत्री अपना संबोधन समाप्त कर वहां मौजूद राष्ट्रीय कैडेट कोर के छात्रों के बीच पहुंचे। श्री मोदी को अपने बीच पाकर एनसीसी के छात्र काफी उत्साहित नजर आये और कई छात्रों ने अपने मोबाइल पर उनकी तस्वीरें ली।
स्वतंत्रता दिवस के मौके पर सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किये गये थे। दिल्ली पुलिस और अर्ध सैनिक बलों के जवान यहां आने वाले हर व्यक्ति की गतिविधियों पर नजर रख रहे थे और उन्हें सुरक्षा कर्मियों के निर्देशों का पालन करने की हिदायत दे रहे थे।
केंद्रशासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर के उप राज्यपाल मनोज सिन्हा ने श्रीनगर स्थित राजभवन में राष्ट्रीय ध्वज फहराया और सलामी दी। इस मौके पर उन्होंने कहा, “स्वतंत्रता दिवस के इस अवसर पर आइए हम संकल्प लें कि शांति एवं प्रगति की इस ऐतिहासिक यात्रा से कोई भी व्यक्ति या गांव अछूता न रहे। तिरंगा को ऊंचा लहराते हुए देखते हुए आइए हम गर्व, विश्वास एवं के साथ केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर के बेहतर एवं उज्जवल भविष्य की ओर देखें। मैं हर नागरिक के साथ हमारे स्वतंत्रता सेनानियों को ंजलि अर्पित करता हूं, जिनकी मातृभूमि के प्रति अटूट ने हमें ी दिलायी। मैं उन नागरिक शहीदों को ंजलि अर्पित करता हूं, जिनकी 22 अप्रैल को पहलगाम में पाकिस्तान समर्थित आतंकवादियों ने बेरहमी से हत्या कर दी थी। उन्होंने पहलगाम आतंकवादी हमले का बदला लेने के लिए सशस्त्र बलों, सैनिकों, सुरक्षा, खुफिया एजेंसियों, जम्मू-कश्मीर पुलिस और ‘ऑपरेशन सिंदूर’ तथा ‘ऑपरेशन महादेव’ में शामिल सभी कर्मियों को उनकी बहादुरी एवं प्रतिबद्धता के लिए धन्यवाद दिया।
जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने श्रीनगर के बख्शी स्टेडियम में आयोजित समारोह में मिरंगा फहराया। श्री अब्दुल्ला ने इस मौके पर राज्य का दर्जे की बहाली के लिए पूरे केंद्र शासित प्रदेश में घर-घर जाकर हस्ताक्षर अभियान शुरू करने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि उनका मानना है कि केंद्र से लड़ने और उसके साथ अच्छे संबंधों से जम्मू-कश्मीर को कोई फायदा नहीं होगा, लेकिन ताली बजाने के लिए दोनों हाथों की जरूरत होती है। उन्होंने कहा, “अब समय आ गया है, “हम कार्यालयों से बाहर निकलें और दिल्ली के दरवाज़ों पर अपनी आवाज़ उठायें जहां हमारे लिए फ़ैसले लिए जा रहे हैं।”
उन्होंने राज्य का दर्जा बहाल करने को पहलगाम आतंकवादी हमले से जोड़ने को अन्यायपूर्ण और लोगों को उस अपराध की सजा देना बताया जो उन्होंने किया ही नहीं।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने सरकारी आवास पर ध्वजारोहण करने के बाद कहा कि आज का दिन उन सभी शहीदों को याद करने दिन है, जिन्होंने इस देश के लिए अपना सर्वस्व न्योछावर कर दिया। आजादी महात्मा गांधी और उन महान स्वंतत्रता सेनानियों के संघर्ष की देन हैं, जिन्होंने पूरे देश को एक संघर्ष के साथ जोड़कर सैकड़ों वर्षों की दास्तां से हमें मुक्त कराया। उन्होंने आह्वान किया कि स्वदेशी को जीवन का हिस्सा बनाना देश की स्वाधीनता का संकल्प बनना चाहिए। उन्होंने कहा,“ उत्तर प्रदेश में ‘वन डिस्ट्रिक्ट, वन प्रोडक्ट’ के नाम से स्थानीय उत्पाद को आगे बढ़ाने का काम हो रहा है। हम विकसित भारत की संकल्पना के साथ जुड़ें जो भारत को आत्मनिर्भरता के बेहतर भविष्य की तस्वीर प्रस्तुत कर सके।” उन्होंने ‘विजन-2047’ का भी उल्लेख किया और कहा कि जब भारत अपनी स्वतंत्रता के 100 वर्ष पूरे करेगा, तब तक हमें देश को हर क्षेत्र में आत्मनिर्भर और विश्व गुरु बनाना होगा।
राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने जोधपुर के बरकतुल्लाह खान स्टेडियम में तिरंगा फहराया। उन्होंने सभी प्रदेशवासियों को स्वतंत्रता दिवस की शुभकामना दी और स्वाधीनता के लिए जीवन भर पीड़ायें-यातनायें झेलने वाले ज्ञात-अज्ञात स्वतंत्रता सेनानियों और बलिदानियों को नमन किया। उन्होंने इस राष्ट्रीय पर्व पर बहादुर जवानों को स्मरण करते हुए कहा कि वे देश की सीमाओं पर दिन-रात मुस्तैदी के साथ डटे हुए हैं। उन्होंने राष्ट्र निर्माण में अपनी अमूल्य सेवायें देने वाले सभी पुलिसकर्मियों और नागरिक संगठनों एवं समाजसेवी संस्थाओं को भी धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि ‘वोकल फॉर लोकल’ से प्रेरणा लेते हुए हमें स्वदेशी उत्पादों को गर्व के साथ अपनाना है। ‘जय जवान, जय किसान, जय विज्ञान’ में अब जय अनुसंधान जोड़ने की आवश्यकता है। खादी का धागा आजादी की लड़ाई में हमारी ताकत बना था, और आज वही धागा हमें विकसित भारत के सपने को साकार करने की प्रेरणा देता है। आज, ‘मेक इन इंडिया’ के तहत हम स्वदेशी युद्धपोत, विमान और अत्याधुनिक हथियार प्रणालियां बना रहे हैं।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में राष्ट्रीय ध्वज फहराने के बाद आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि उनकी सरकार ने वर्ष 2005 में सत्ता में आने के बाद समाज के हर वर्गों के विकास के लिये कई कदम उठाये हैं। उन्होंने कहा कि हाल ही में सरकार ने कई महत्वपूर्ण निर्णय लिये हैं, जिसका लाभ आम लोगों को भी मिल रहा है। उन्होंने सरकारी नौकरियों के लिये आयोजित परीक्षाओं में शामिल होने वाले युवाओं को बड़ी राहत देते हुये प्रारंभिक स्तर के परीक्षा का शुल्क घटा कर मात्र सौ रुपये किये जाने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि मुख्य परीक्षाओं में शामिल होने के लिये अब परीक्षार्थियों से कोई शुल्क नहीं लिया जायेगा। राज्य में घरेलू उपभोक्ताओं के लिये 125 यूनिट बिजली निःशुल्क देने की योजना शुरू की जा चुकी है। अब सोलर पॉवर पैनल हर इच्छुक परिवारों के घर में बिलकुल निःशुल्क लगाया जायेगा। पूर्व में सोलर पॉवर पैनल लगाने के लिये सरकार की ओर से अनुदान दी जाती थी।
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने फरीदकोट में आयोजित राज्य स्तरीय समारोह में राष्ट्रीय ध्वज फहराया। उन्होंने पंजाब की जनता समेत सभी देशवासियों को स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनायें दीं और पंजाब के विभिन्न क्षेत्रों में अपनी सेवायें देने वाली हस्तियों को सम्मानित किया। उन्होंने कहा कि श्री गुरु तेग बहादुर जी के शहीदी दिवस को समर्पित पूरे पंजाब में बड़े कार्यक्रम आयोजित किये जाने के साथ ही गुरु साहिब को समर्पित विकास कार्य भी शुरू किये जाएंगे। उन्होंने कहा कि 881 आम आदमी क्लीनिक लोगों की सेवा में हैं, जहां प्रतिदिन लगभग 70,000 लोग अपना इलाज कराते हैं। 200 नये क्लीनिक बहुत जल्द लोगों को समर्पित किये जाएंगे। उन्होंने कहा, “शिक्षा के क्षेत्र में स्कूल ऑफ एमिनेंस खोले गये हैं, जिनके परिणाम भी बहुत प्रभावशाली हैं। हर चार साल में होने वाले राष्ट्रीय उपलब्धि सर्वेक्षण में पंजाब को देश के सभी राज्यों में प्रथम स्थान मिला है। हम पंजाब के स्वास्थ्य और शिक्षा को और बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध हैं।”
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने यहां मुख्यमंत्री निवास परिसर में ध्वजारोहण कर प्रदेशवासियों को स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं दीं। उन्होंने राष्ट्रीय ध्वज फहराकर सलामी ली। डॉ यादव ने उनकी सुरक्षा में पदस्थ अधिकारियों- कर्मचारियों की उत्कृष्ट सेवाओं के लिए उन्हें सम्मानित करते हुए प्रमाण पत्र तथा पुरस्कार प्रदान करने की घोषणा भी की। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर कहा, “ स्वतंत्रता सेनानियों और क्रांतिकारियों की एक लंबी लड़ाई और बलिदान से हमें आजादी मिली है। आज का यह पर्व हमारे लिए सबसे बड़ा त्योहार है। हम सब का सौभाग्य है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत का मान सम्मान लगातार बढ़ रहा है। यह स्वर्णिम काल है और हम उसके साक्षी हैं, लेकिन हमें भूलना नहीं है, उन अमर शहीदों, स्वतंत्रता सेनानियों और जिन क्रांतिकारियों को, जिनके बलिदान से हमें आजादी मिली। यह झांसी की रानी लक्ष्मीबाई, रानी अवंती बाई, रानी दुर्गावती, झलकारी बाई, टंट्या मामा, भीमा नायक, तात्या टोपे, राजा शंकर शाह, रघुनाथ शाह और अमर शहीद चंद्रशेखर आजाद जैसे उन सभी बलिदानियों का स्मरण करने का भी अवसर है, जिन्होंने अपनी मातृभूमि के लिए प्राण न्यौछावर कर भारत माता को गौरवान्वित किया।”
दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर शुक्रवार को राष्ट्रीय राजधानी के छत्रसाल स्टेडियम में राष्ट्रीय ध्वज फहराकर दिल्लीवासियों को अपनी सरकार की प्राथमिकताओं की जानकारी दी और दिल्ली के विकास एवं नागरिक कल्याण की योजनाओं को पूरा करने का संकल्प लिया।
राजधानी में बारिश के बावजूद देशभक्ति के जज्बे से ओत-प्रोत हज़ारों नागरिक, बच्चे और जवान इस ऐतिहासिक पल के साक्षी बने।
मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन की शुरुआत स्वतंत्रता संग् के महानायकों, वीर शहीदों और सीमा पर डटे जवानों को नमन करते हुए की। उन्होंने कहा, “दिल्ली की मुख्य सेविका और मुख्यमंत्री होने के नाते मैं दिल्लीवासियों सहित पूरे देश को इस महान पर्व की हार्दिक शुभकामनायें देती हूं। तिरंगे की आन, बान और शान को मेरा कोटि-कोटि प्रणाम, जो स्वतंत्रता संग् से लेकर आज तक भारत की गौरवगाथा और प्रगति का साक्षी रहा है। सियाचिन की हाड़ कंपा देने वाली ठंड, राजस्थान की झुलसाने वाली गर्मी या मूसलाधार बारिश, हर परिस्थिति में देश की रक्षा करने वाले हमारे सुरक्षा बलों को मेरा हृदय से नमन। साथ ही ऑपरेशन सिंदूर के उन वीर जवानों को ंजलि और सम्मान, जिन्होंने 140 करोड़ भारतीयों के सम्मान और स्वाभिमान की रक्षा करते हुए आतंकवाद को करारा जवाब दिया।”
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने राजधानी रायपुर के पुलिस परेड ग्राउण्ड में ध्वजारोहण कर परेड की सलामी ली। उन्होंने स्वतंत्रता संग् सेनानियों और सेना के वीर जवानों को नमन करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ राज्य की स्थापना के 25 गौरवशाली वर्ष की विकास यात्रा को ‘छत्तीसगढ़ रजत महोत्सव’ के रूप में मना रहे हैं। उन्होंने कहा “इस अवसर पर हम विकसित भारत-विकसित छत्तीसगढ़ का संकल्प लें। छत्तीसगढ़ राज्य के निर्माता श्रद्धेय अटल जी के सुशासन का दृढ़ संकल्प हमें शक्ति देता है। हम निश्चित ही जन-जन की सहभागिता से विकसित छत्तीसगढ़ के निर्माण के लक्ष्य को साकार करेंगे। गोस्वामी तुलसीदास जी का कथन ‘ काजु कीन्हें बिनु मोहि कहां बिश् ’ हमारा आदर्श वाक्य है और पंडित दीनदयाल उपाध्याय के अंत्योदय के सिद्धांत हमारे पथप्रदर्शक हैं।”
उन्होंने कहा, “आज के इस गौरवशाली दिन हम अपने सुरक्षाबलों के जवानों का अभिनंदन करते हैं, जिन्होंने नक्सलियों को उनके ठिकानों में घुसकर मात दी। पिछले 20 महीनों में हमारे जवानों ने 450 माओवादियों को न्यूट्रलाइज और 1578 को गिरफ्तार किया है। हमारे जवानों ने माओवादियों के शीर्ष नेताओं बसवराजू और सुधाकर को न्यूट्रलाइज करने में सफलता पायी। राज्य सरकार की आकर्षक आत्मसमर्पण नीति से प्रभावित होकर 1589 माओवादी हथियार छोड़ चुके हैं। इनके पुनर्वास, कौशल विकास और रोजगार की व्यवस्था की गयी है। उन्होंने जोर दिया कि सुशासन का असली मतलब तब है, जब आखिरी व्यक्ति तक लाभ पहुंचे। महाराष्ट्र के नागपुर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने अपने मुख्यालय पर स्वतंत्रता दिवस पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया। संघ प्रमुख मोहन भागवत के शहर से बाहर होने के कारण, नागपुर महानगर संघचालक राजेश लोया ने महल स्थित संघ मुख्यालय में तिरंगा फहराया। श्री लोया ने अपने संबोधन में स्वतंत्रता सेनानियों को ंजलि अर्पित की और आजादी के बाद से राष्ट्र पर आये किसी भी खतरे का मुंहतोड़ जवाब देने के लिए भारतीय सशस्त्र बलों की सराहना की।उन्होंने कहा कि भारत ने अपने संसाधनों के उपयोग से जो उपलब्धियां हासिल की हैं, उनसे पूरा विश्व आश्चर्यचकित है। उन्होंने इस सफलता का श्रेय हाल के वर्षों में लोगों में राष्ट्रीय स्वाभिमान से उत्पन्न चेतना को दिया है। उन्होंने आत्मनिर्भरता के महत्व का उल्लेख करते हुए इस बात पर ज़ोर दिया कि इस तरह की जागृति भाषा से शुरू होती है।बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में राष्ट्रीय ध्वज फहराने के बाद आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि उनकी सरकार ने वर्ष 2005 में सत्ता में आने के बाद समाज के हर वर्गों के विकास के लिये कई कदम उठाये हैं, जिसका लाभ आम लोगों को भी मिल रहा है। उन्होंने सरकारी नौकरियों के लिये आयोजित परीक्षाओं में शामिल होने वाले युवाओं को बड़ी राहत देते हुये प्रारंभिक स्तर के परीक्षा का शुल्क घटा कर मात्र सौ रुपये किये जाने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि मुख्य परीक्षाओं में शामिल होने के लिये अब परीक्षार्थियों से कोई शुल्क नहीं लिया जायेगा। घरेलू उपभोक्ताओं के लिये 125 यूनिट बिजली निःशुल्क देने की योजना शुरू की जा चुकी है। अब सोलर पॉवर पैनल हर इच्छुक परिवारों के घर में बिलकुल निःशुल्क लगाया जायेगा। पूर्व में सोलर पॉवर पैनल लगाने के लिये सरकार की ओर से अनुदान दिया जाता था।
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने अपने पैतृक गांव गढ़ जिले के नेमरा में झंडोत्तोलन कर तिरंगे को सलामी दी। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने समस्त झारखण्ड वासियों को स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनायें दी।
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री 15 अगस्त को मोरहाबादी मैदान रांची में झंडोतोलन करते थे, लेकिन इस बार शिबू सोरेन के श्राद्ध के कारण वह अपने गांव नेमरा में है और रांची में राज्यपाल ने इस बार झंडोतोलन किया है। तेलंगाना में मुख्य राज्य स्तरीय समारोह का आयोजन ऐतिहासिक गोलकुंडा किले में किया गया, जहां मुख्यमंत्री ए रेवंत रेड्डी ने राष्ट्रीय ध्वज फहराया और उपस्थित लोगों को संबोधित किया। गोलकुंडा जाने से पहले मुख्यमंत्री ने जुबली हिल्स स्थित अपने आवास पर तिरंगा फहराया और सिकंदराबाद में सेना युद्ध स्मारक पर ंजलि अर्पित की।
श्री रेड्डी ने लोगों को स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनायें देते हुए कहा कि आज हमें जो ी मिली है, वह अनगिनत महान नेताओं के बलिदान का परिणाम है। उन्होंने महात्मा गांधी को ंजलि अर्पित की और उन्हें अहिंसक संघर्ष के लिए एक वैश्विक आदर्श बताया। उन्होंने पंडित जवाहरलाल नेहरू के लोकतांत्रिक, धर्मनिरपेक्ष एवं प्रगतिशील भारत के दृष्टिकोण को भी याद किया। उन्होंने महिलाओं के लिए महालक्ष्मी मुफ्त बस योजना, आरोग्यश्री स्वास्थ्य कवरेज को 10 लाख रुपये तक बढ़ाने और निवेश सहायता एवं खरीद बोनस के माध्यम से बड़े पैमाने पर किसानों को समर्थन जैसे प्रमुख कल्याणकारी उपायों की बात की।
उन्होंने धान उत्पादन में तेलंगाना की अग्रणी स्थिति और राज्य को देश के लिए अन्नपूर्णा बनाने के सरकार के प्रयासों का भी उल्लेख किया। मुख्यमंत्री ने सरकार के दृष्टिकोण दस्तावेज, तेलंगाना राइजिंग-2047 का अनावरण किया जिसका उद्देश्य तेलंगाना को 2035 तक एक ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर और 2047 तक तीन ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाना है। इस योजना में क्षेत्रीय रिंग रोड, मेट्रो रेल विस्तार, शुष्क बंदरगाह, ग्रीनफील्ड राजमार्ग, औद्योगिक गलियारा, गांधी सरोवर परियोजना और शहरी बाढ़ की समस्या से निपटने के लिए मुसी पुनरुद्धार परियोजना जैसी अवसंरचनात्मक परियोजनायें शामिल हैं।
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने विजयवाड़ा के इंदिरा गांधी स्टेडियम में राष्ट्रीय ध्वज फहराने के बाद अपने संबोधन में राज्य के विकास और जन कल्याण को प्राथमिकता देने की सरकार की प्रतिबद्धता दोहरायी तथा सभी वित्तीय बाधाओं को पार कर राज्य के पुनर्निर्माण का संकल्प लिया।
श्री नायडू ने कहा, “ हमने ‘पेडाला सेवालो’ कार्यक्रम के तहत 64 लाख से ज़्यादा लोगों को उनके घरों पर ‘एनटीआर भरोसा सामाजिक सुरक्षा पेंशन’ वितरित करके राज्य में कल्याणकारी योजनाओं के मायने बदल दिए हैं। हमने अपने बच्चों को शिक्षित करने का सपना देखने वाली माताओं का बोझ कम करने के लिए वित्तीय सुरक्षा प्रदान करने के लिए ‘तल्लिकी वंदनम’ योजना भी शुरू की है और इस योजना को 10,000 करोड़ रुपये की लागत से लागू किया जा रहा है। ‘अन्नदाता सुखीभव’ योजना की पहली किस्त के रूप में राज्य सरकार ने 7,000 से ज़्यादा किसानों के खातों में 5,000 रुपये और केंद्र सरकार ने 2,000 रुपये जमा किये हैं। हमने 47 लाख से ज़्यादा किसानों को 3,173 करोड़ रुपये प्रदान किये हैं। दीपम योजना के तहत हम प्रति वर्ष तीन घरेलू गैस सिलेंडर मुफ़्त दे रहे हैं। हम सालाना 2,684 करोड़ रुपये खर्च कर रहे हैं। हमने अब तक 2 करोड़ रुपये मूल्य के सब्सिडी वाले सिलेंडर वितरित किये हैं। ”
उन्होंने इस अवसर पर ‘स्त्री शक्ति’ योजना के तहत उपहार के रूप में एपीएसआरटीसी बसों में ‘महिलाओं के लिए मुफ्त यात्रा’ नामक एक और प्रमुख योजना शुरू करने की घोषणा की।
कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्दामैया ने स्वतंत्रता दिवस पर अपने संबोधन में कहा कि राज्य की नीतियां मनुवाद के बजाय संविधानवाद के संवैधानिक सिद्धांत पर आधारित हैं, जिनका कर्तव्य सबसे कमज़ोर और सबसे असुरक्षित लोगों को प्राथमिकता देना है। उन्होंने बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर को याद करते हुए कहा कि देश का संविधान स्वतंत्रता, समानता और बंधुत्व को प्रतिष्ठित करता है तथा इसकी अनदेखी करना स्वतंत्रता संग् के साथ विश्वासघात है।
उन्होंने संविधान के इस दर्शन को राज्य की गारंटी योजनाओं से जोड़ते हुए कहा कि ये योजनायें अत्यधिक आर्थिक असमानता का मुकाबला करने के लिए बनाई गई हैं। र्थिेक असमानता का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि सबसे धनी 10 प्रतिशत लोगों के पास भारत की 80 प्रतिशत संपत्ति है, फिर भी वे जीएसटी राजस्व में केवल तीन प्रतिशत का योगदान करते हैं, जबकि आम नागरिकों की भागीदारी 97 प्रतिशत है।
ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने राजधानी भुवनेश्वर में तिरंगा फहराया। इस मौके पर श्री माझी ने सरकारी क्षेत्र में दक्षता बढ़ाने के लिए पर्याप्त मानव संसाधन की आवश्यकता पर ज़ोर देते हुए कहा कि युवाओं के लिए रोज़गार के अवसर पैदा करने और रिक्त सरकारी नौकरियों को भरने पर विशेष ज़ोर दिया जा रहा है।
उन्होंने कहा, “हमने दो साल में 65,000 सरकारी पदों को भरने का लक्ष्य रखा था। हालांकि हमने कम से कम 85,000 पदों को भरने का निर्णय लिया है। हमारी सरकार रोज़गार के क्षेत्र में बहुत तेज़ गति से आगे बढ़ रही है । हम न केवल लक्ष्य हासिल कर रहे हैं बल्कि रिक्तियों को भरने के लक्ष्य से भी बेहतर प्रदर्शन कर रहे है। चौदह महीने पहले भाजपा सरकार के सत्ता में आने के बाद से ओडिशा विकास की एक नयी यात्रा की ओर अग्रसर है। उन्होंने आगे कहा “ओडिशा के लोगों ने नए ‘सूर्योदय’ की के साथ एक नई सरकार चुनी है। मुझे आज यह कहने में कोई संकोच नहीं है कि हमारी सरकार राज्य के लोगों की ओं और आकांक्षाओं को पूरा करने में सक्षम रही है। अभी भी बहुत कुछ करना बाकी है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कुशल मार्गदर्शन में राज्य प्रगति और समृद्धि के पथ पर आगे बढ़ेगा।”
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने चेन्नई में फोर्ट सेंट जॉर्ज की प्राचीर पर स्वतंत्रता दिवस पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया। इस मौके पर उन्होंने इसरो अध्यक्ष वी नारायणन को कल्पना चावला वीरता पुरस्कार और पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम पुरस्कार सहित विभिन्न पुरस्कार प्रदान करने के बाद अपने संबोधन में शक्तियों और वित्तीय संसाधनों के वितरण में राज्य सरकारों को सशक्त बनाने के लिए राजनीतिक और कानूनी उपायों का आह्वान किया। उन्होंने जोर दिया कि भारत की एकता तभी मजबूत होगी जब प्रत्येक राज्य अपनी अनूठी और विशिष्ट पहचान बनाए रखते हुए स्वतंत्र रूप से विकास करेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि तमिलनाडु देश की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था है। उन्होंने कहा कि राज्य में स्वतंत्रता सेनानियों की मासिक पेंशन बढ़ाकर 22,000 रुपये और स्वतंत्रता संग् के शहीदों के परिजनों के लिए पारिवारिक पेंशन बढ़ाकर 12,000 रुपये की जाएगी। उन्होंने यह भी घोषणा की कि स्वतंत्रता सेनानियों वीरपांडिया कट्टाबोम्मन, नाथपुरम के राजा मुथु लिंगम विजया रघुनाथ सेतुपति, मरुधु बंधुओं और वी.ओ. चिदंबरम पिल्लई के वंशजों के लिए विशेष पेंशन बढ़ाकर 11,000 रुपये कर दी जाएगी। उन्होंने द्वितीय विश्व युद्ध में भाग लेने वाले तमिलनाडु के पूर्व सैनिकों के लिए वित्तीय सहायता बढ़ाकर 15,000 रुपये करने की घोषणा की और कहा कि इन सैनिकों की विधवाओं को 8,000 रुपये मिलेंगे।उन्होंने चेन्नई के माधवरम में 22 करोड़ रुपये की लागत से पूर्व सैनिकों के लिए 33,000 वर्ग फुट के छात्रावास के निर्माण की भी घोषणा की।
केरल के मुख्यमंत्री पिनारायी विजयन ने तिरुवनंतपुरम के सेंट्रल स्टेडियम में ध्वजारोहण के बाद अपने संबोधन में लोगों से स्वतंत्रता संग् के अधूरे सपनों के प्रति खुद को पुनः समर्पित करने का आग्रह किया। श्री विजयन ने सांप्रदायिक और विभाजनकारी ताकतों से देश की रक्षा करने की आवश्यकता पर बल देते हुए कहा, “ हमें एकजुट होकर सभी भेदभावों से ऊपर उठकर इन प्रयासों को विफल करना होगा।” उन्होंने याद दिलाया कि संविधान के मूल मूल्य-स्वतंत्रता, लोकतंत्र, धर्मनिरपेक्षता और समाजवाद-बहस का विषय नहीं हैं बल्कि इन्हें बरकरार रखा जाना चाहिए और पूरी तरह से लागू किया जाना चाहिए। उन्होंने महात्मा गांधी का उदाहरण देते हुए कहा कि वे स्वतंत्रता दिवस का जश्न भव्य समारोहों में नहीं अपितु सबसे गरीब लोगों के बीच रहकर मनाना पसंद करते थे। मुख्यमंत्री ने सतही दिखावे से निकलकर देश के गहरे सामाजिक यथार्थ पर ध्यान देने पर जोर दिया।
देश के अन्य राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में भी 79वीं स्वतंत्रता दिवस मनाये जाने की खबरें हैं।
टीम.अशोक.श्रवण
लाइव 7
पूरे देश में हर्षोल्लास के साथ मनाया गया 79वां स्वतंत्रता दिवस
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