पटाखों को लेकर शीर्ष न्यायालय का फैसला संतुलित: रेखा

Live 7 Desk

नयी दिल्ली, 15 अक्टूबर (लाइव 7) दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने दीपावली पर्व पर दिल्ली-एनसीआर में ग्रीन पटाखों के सीमित उपयोग की शीर्ष न्यायालय की अनुमति पर आभार व्यक्त करते हुए कहा कि यह निर्णय देश की सांस्कृतिक संवेदनाओं और जनभावनाओं को समझने वाला कदम है, जो परंपरा और पर्यावरण संरक्षण दोनों के बीच सुंदर संतुलन स्थापित करता है।
श्रीमती गुप्ता ने कहा है कि दीपावली भारतीय संस्कृति में प्रकाश, ज्ञान और शुभता का प्रतीक पर्व है। यह केवल दीप जलाने का उत्सव नहीं, बल्कि हमारे सामाजिक और पारिवारिक जीवन में उल्लास, एकता और   का प्रतीक है। इस पर्व के साथ जुड़ी आतिशबाजी सदियों से लोगों की भावनाओं और सांस्कृतिक अभिव्यक्ति का हिस्सा रही है।शीर्ष न्यायालय का यह निर्णय उन भावनाओं का सम्मान करता है, साथ ही पर्यावरणीय जिम्मेदारी को भी मजबूती देता है। दिल्ली सरकार ने शीर्ष न्यायालय से विशेष आग्रह किया था कि राजधानी में ग्रीन पटाखों के उपयोग की अनुमति दी जाए, ताकि दीपावली की परंपरा का सम्मान बना रहे और पर्यावरण की रक्षा भी हो सके। न्यायालय ने जनभावनाओं को ध्यान में रखते हुए जो निर्णय दिया है, उसके लिए वह दिल्ली की जनता की ओर से आभार व्यक्त करती हैं।
उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार हरित और स्वच्छ दिल्ली के संकल्प के प्रति पूरी तरह प्रतिबद्ध है। सरकार का उद्देश्य है कि त्योहारों की रौनक बनी रहे, लेकिन प्रदूषण पर भी नियंत्रण रहे। मुख्यमंत्री ने लोगों से अपील की कि इस दीपावली केवल प्रमाणित ग्रीन पटाखों का ही प्रयोग करें और निर्धारित दिशा-निर्देशों का पालन करें, ताकि उत्सव की खुशी के साथ वायु गुणवत्ता भी सुरक्षित रहे। उन्होंने कहा कि यह फैसला परंपराओं और पर्यावरण के बीच संतुलन स्थापित करने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम है।
उन्होंने कहा कि सालों बाद दिल्लीवासी दीपावली पर अधिकृत रूप से पटाखे चला पाएंगे, जिससे न केवल जनभावनाओं का सम्मान हुआ है बल्कि पर्यावरण के संरक्षण के प्रति भी जिम्मेदारी का संदेश गया है। मुख्यमंत्री ने बताया कि बीते वर्षों की तुलना में दिल्ली की वायु गुणवत्ता में सुधार दर्ज किया गया है और प्रदूषण नियंत्रण के प्रयास लगातार जारी हैं। उन्होंने कहा कि सरकार वायु गुणवत्ता, यातायात और निगरानी से जुड़े सभी तंत्रों को सक्रिय रखेगी, ताकि दीपावली के दौरान स्वच्छ वातावरण बना रहे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि शीर्ष न्यायालय की अनुमति न केवल दिल्लीवासियों के लिए राहत का विषय है, बल्कि यह पूरे देश के लिए एक सकारात्मक संदेश है कि विकास, परंपरा और पर्यावरण संरक्षण साथ-साथ चल सकते हैं। उन्होंने कहा, “हम सब मिलकर इस दीपावली को ग्रीन और गौरवमयी बनाएंगे। यह केवल उत्सव नहीं, बल्कि हमारी सांस्कृतिक चेतना और जिम्मेदारी का प्रतीक होगा।” उन्होंने कहा कि इस निर्णय ने हर घर में खुशियां लौटाई हैं और पर्यावरण के प्रति सजगता का नया अध्याय भी खोला है। उन्होंने दिल्ली की जनता से अपील की कि उत्सव की चमक में प्रकृति की शांति को भी स्थान दें और एक हरित एवं खुशहाल दिल्ली के निर्माण में सहभागी बनें।
आजाद अशोक
लाइव 7

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