ओटावा, 29 अप्रैल (लाइव 7) कनाडा के संघीय चुनावों में निर्णायक परिणाम सामने आए हैं, जिसमें खालिस्तान समर्थक नेता और कनाडा के पूर्व रक्षा मंत्री जगमीत सिंह की न्यू डेमोक्रेटिक पार्टी को ओटावा की राजनीति में बड़ी गिरावट का सामना करना पड़ा है।
यह नतीजा भारत-कनाडा संबंधों के लिए सकारात्मक हो सकता है, जो हाल के वर्षों में खालिस्तानी तत्वों को बढ़ावा देने के कारण बिगड़ गए थे। खालिस्तान समर्थक नेता जगमीत सिंह की पार्टी की ताकत संसद में काफी घट गई, जबकि मार्क कार्नी की लिबरल पार्टी ने 168 सीटें जीतकर बहुमत हासिल किया और कनाडा में नए सेंट्रिस्ट शासन की शुरुआत की।
जगमीत की हार भारत-कनाडा संबंधों के लिए वरदान साबित होने की संभावना
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