मुंबई 19 जनवरी (लाइव 7) अमेरिका में रोजगार के मजबूत आंकड़े से फेडरल रिजर्व की ब्याज दर में शीघ्र कटौती की उम्मीद धूमिल पड़ने से स्थानीय स्तर पर हुई बिकवाली से बीते सप्ताह करीब एक प्रतिशत लुढ़के घरेलू शेयर बाजार की अगले सप्ताह विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) के रुख और कंपनियां के चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही के नतीजे पर नजर रहेगी।
बीते सप्ताह बीएसई का तीस शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 759.58 अंक अर्थात 0.98 प्रतिशत का गोता लगाकर सप्ताहांत पर 76619.33 अंक रह गया। इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 228.3 अंक यानी 0.97 प्रतिशत टूटकर 23203.20 अंक पर बंद हुआ।
समीक्षाधीन सप्ताह में बीएसई की दिग्गज कंपनियों की तरह मझौली और छोटी कंपनियों के शेयरों में भी जमकर बिकवाली हुई। इससे मिडकैप 479.7 अंक अर्थात 1.1 प्रतिशत लुढ़ककर सप्ताहांत पर 43761.23 अंक और स्मॉलकैप 411.03 अंक यानी 0.8 प्रतिशत कमजोर रहकर 52311.31 अंक पर आ गया।
विश्लेषकों के अनुसार, बीते सप्ताह अमेरिका में रोजगार के मजबूत आंकड़े से फेडरल रिजर्व की ब्याज दर में शीघ्र कटौती की उम्मीद धूमिल पड़ने से बाजार पर दबाव बना लेकिन महंगाई घटने से फेड के ब्याज दर में कटौती करने की उम्मीद बढ़ने से सेंसेक्स-नफ्टी को समर्थन मिला। हालांकि चीन के आर्थिक विकास के आंकड़े अनुमान से अधिक मजबूत रहने की बदौलत विश्व बाजार में तेजी रहने के बावजूद सप्ताहांत पर बाजार फिर से बिकवाली के दबाव में आ गया।
अगले सप्ताह बाजार पर एफआईआई के रुख का असर रहेगा क्याेंकि वे जनवरी में अबतक कुल 46,576.06 करोड़ रुपये की बिकवाली कर चुके हैं। इस अवधि में एफआईआई 132,947.06 करोड़ रुपये के लिवाल जबकि 179,523.12 करोड़ रुपये के बिकवाल रहे हैं। हालांकि आलोच्य अवधि में घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) की निवेश धारणा मजबूत रहने से बाजार को समर्थन मिला। इस अवधि में डीआईआई का शुद्ध निवेश 49,367.14 करोड़ रुपये का रहा है।
इनके अलावा बाजार को दिशा देने में कंपनियों के वित्त वर्ष 2024-25 की अक्टूबर-दिसंबर तिमाही के परिणाम की अहम भूमिका रहेगी। अगले सप्ताह एचडीएफसी बैंक, हिंदुस्तान यूनिलीवर, जेएसडब्ल्यू स्टील, सेंट्रल बैंक, आईडीबीआई, जम्मू-कश्मीर बैंक, पेटीएम, जोमैटो, इंडियन बैंक, इंडिया सीमेंट, यूको बैंक, बीपीसीएल, हुडको, डॉ. रेड्डी, बैंक ऑफ इंडिया और डीएलएफ समेत कई दिग्गज कंपनियों के तिमाही नतीजे आने वाले हैं।
बीते सप्ताह बाजार में दो दिन गिरावट जबकि तीन दिन तेजी रही। अमेरिका में रोजगार के मजबूत आंकड़े से फेडरल रिजर्व की ब्याज दर में शीघ्र कटौती की उम्मीद धूमिल पड़ने से विश्व बाजार में आई गिरावट से हतोत्साहित निवेशकों की स्थानीय स्तर पर हुई चौतरफा भारी बिकवाली से सोमवार को शेयर बाजार सात महीने के निचले स्तर पर आ गया। सेंसेक्स 1048.90 अंक का गोता लगाकर 76,330.01 अंक और निफ्टी 345.55 अंक लुढ़ककर 23,085.95 अंक पर बंद हुआ।
अमेरिकी मुद्रास्फीति के आंकड़ों और राष्ट्रपति के रूप में डोनाल्ड ट्रम्प के दूसरे कार्यकाल की शुरुआत से पहले विश्व बाजार की तेजी से उत्साहित निवेशकों की स्थानीय स्तर पर यूटिलिटीज, पावर, कमोडिटीज, ऑटो, धातु और दूरसंचार समेत 17 समूहों में हुई लिवाली से मंगलवार को सेंसेक्स 169.62 अंक की तेजी के साथ 76,499.63 और निफ्टी 90.10 अंक चढ़कर 23,176.05 अंक हो गया।
अमेरिका में मौद्रिक नीति को प्रभावित करने वाली खुदरा महंगाई के आंकड़े आने से पहले विश्व बाजार के मिलेजुले रुख के बीच स्थानीय स्तर पर यूटिलिटीज, पावर, रियल्टी, आईटी, टेक और सर्विसेज समेत 17 समूहों में लिवाली की बदौलत बुधवार को शेयर बाजार में लगातार दूसरे दिन तेजी रही। सेंसेक्स 224.45 अंक उछलकर 76,724.08 अंक और निफ्टी 37.15 अंक की बढ़त लेकर 23,213.20 अंक पर बंद हुआ।
अमेरिका में महंगाई घटने से फेडरल रिजर्व के ब्याज दर में कटौती करने की उम्मीद बढ़ने से विश्व बाजार में आई तेजी से उत्साहित निवेशकों की स्थानीय स्तर पर कमोडिटीज, इंडस्ट्रियल्स, दूरसंचार, धातु और सर्विसेज समेत सोलह समूहों में हुई लिवाली से गुरुवार को सेंसेक्स 318.74 अंक की छलांग लगाकर 77,042.82 और निफ्टी 98.60 अंक की बढ़ोतरी के साथ 23,311.80 अंक पर पहुंच गया।
चीन के आर्थिक विकास के आंकड़े अनुमान से अधिक मजबूत रहने की बदौलत विश्व बाजार में तेजी रहने के बावजूद स्थानीय स्तर पर आईटी, टेक, फोकस्ड आईटी और बैंकिंग समेत छह समूहों में हुई भारी बिकवाली से शुक्रवार को सेंसेक्स 423.49 अंक का गोता लगाकर 76,619.33 अंक और निफ्टी 108.60 अंक लुढ़ककर 23,203.20 अंक पर बंद हुआ।
लाइव 7
एफआईआई के रुख और तिमाही नतीजे पर रहेगी बाजार की नजर
Leave a Comment
Leave a Comment