देहरादून, 10 सितम्बर (लाइव 7) उत्तराखंड के रूद्रप्रयाग जिले में केदारनाथ धाम यात्रा मार्ग पर सोमवार शाम को हुए भूस्खलन के कारण फंसे तीर्थयात्रियों में से मंगलवार सुबह चार और शव ब द हुए हैं। जिससे मृतकों की संख्या आज पांच हो गई है। जबकि तीन अन्य को घायल अवस्था में बाहर निकाला गया है। मृतक और घायलों में पड़ोसी देश नेपाल के साथ, मध्य प्रदेश और गुजरात के यात्री शामिल हैं। राहत और बचाव कार्य अभी जारी है।
रूद्रप्रयाग के अपर जिलाधिकारी श्याम सिंह राणा ने आज बताया कि सोमवार शाम करीब साढ़े सात बजे सूचना प्राप्त हुई कि कोतवाली सोनप्रयाग क्षेत्रान्तर्गत, सोनप्रयाग से लगभग 01 किमी दूर गौरीकुण्ड की तरफ हाल ही में हुए भूस्खलन प्रभावित क्षेत्र में गौरीकुण्ड से सोनप्रयाग की ओर आ रहे कुछ यात्री मलबे में दब गए हैं। सूचना पर पुलिस, प्रशासन, एसडीआरएफ, एनडीआरएफ व डीडीआरएफ की ओर से संयुक्त बचाव अभियान चलाया गया। अभियान के दौरान देर रात तीन व्यक्तियों को घायल अवस्था में बाहर निकाला गया, जबकि एक अचेत अवस्था में मिला जिसे डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। उन्होंने बताया कि यहां पर रात के समय खराब मौसम व लगातार मलबा-पत्थर आने के कारण रेस्क्यू टीमों को अपना कार्य करने में दिक्कतें आयी व बचाव कार्य रोकना पड़ा।
श्री राणा के अनुसार, मंगलवार तड़के रेस्क्यू टीमों द्वारा फिर बचाव कार्य शुरू किया गया। इस स्थल पर 3 व्यक्ति (2 महिला व 1 पुरुष) अचेत अवस्था में मिले, जिनको डॉक्टरों द्वारा मृत घोषित किया गया है। उन्होंने बताया कि लगातार चले बचाव अभियान के दौरान, कुछ देर बाद रेस्क्यू टीमों को एक और महिला अचेत अवस्था में मिली, जिनको डॉक्टरों द्वारा मृत घोषित किया गया है। इस प्रकार इस हादसे में मृतकों की संख्या 05 हो गई है।
उन्होंने बताया कि मृतकों की पहचान गोपाल पुत्र भक्त , निवासी जीजोड़ा, पोस्ट राजोद, जिला धार, मध्य प्रदेश, उम्र 50 वर्ष, दुर्गाबाई खापर पत्नी संघन लाल निवासी नेपावाली, जिला घाट, मध्य प्रदेश, उम्र 50 वर्ष, तितली देवी पत्नी राजेंद्र मंडल, निवासी ग् वैदेही, जिला धनवा, नेपाल, उम्र 70 वर्ष, भारत भाई निरालाल पुत्र निरालाल पटेल, निवासी ए 301, सरदार पैलेस करवाल नगर, खटोदरा, सूरत, गुजरात, उम्र 52 वर्ष और समनबाई पत्नी शालक , निवासी झिझोरा, जिला धार मध्य प्रदेश, उम्र 50 वर्ष के रूप में हुई है।
अपर जिलाधिकारी श्री राणा ने बताया कि इसके अतिरिक्त, जीवच तिवारी पुत्र चरित, निवासी धनवा नेपाल, उम्र 60 वर्ष, मनप्रीत सिंह पुत्र कश्मीर सिंह, निवासी वेस्ट बंगाल, उम्र 30 वर्ष और छगनलाल पुत्र भक्त , निवासी राजोत, जिला धार, मध्य प्रदेश, उम्र 45 वर्ष को घायल अवस्था में रेस्क्यू किया गया है। जिनका उपचार किया जा रहा है।
रूद्रप्रयाग के जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार ने बताया कि जनपद पुलिस के स्तर से यात्रियों की सुरक्षा के दृष्टिगत रात्रि के 06:30 बजे के बाद आवाजाही बिल्कुल बन्द कर दी गयी थी। जो लोग इस समयावधि से पहले गौरीकुण्ड से सोनप्रयाग की ओर चले गये थे, उन लोगों के साथ यह हादसा हुआ। उन्होंने बताया कि बाधित चल रहा मार्ग पैदल आवागमन के लिए खुल चुका है। सुरक्षा बलों की देखरेख में यात्रियों को सुरक्षित तरीके से सोनप्रयाग की ओर भेजा जा रहा है।
सुमिताभ.
लाइव 7