अगर आशीर्वाद का कोई चेहरा होता तो मुझे लगता है रागिनी होती : बादशाह

Live 7 Desk

मुंबई, 20 नवंबर (लाइव 7) सिंगिंग रियलिटी शो, ‘इंडियन आइडल 15’ के जज बादशाह ने प्रतियोगी रागिनी की तारीफ करते हुये कहा है कि अगर आशीर्वाद का कोई चेहरा होता तो मुझे लगता है वह रागिनी होती।

पिछले वीकेंड, सोनी एंटरटेनमेंट टेलीविज़न के लोकप्रिय सिंगिंग रियलिटी शो, ‘इंडियन आइडल 15’ के जज बादशाह और फैंस उस समय दंग रह गए जब औरंगाबाद की 15 वर्षीय रागिनी शिंदे को थिएटर राउंड में रिजेक्शन का सामना करना पड़ा। कई लोग इस घटनाक्रम से बेहद हैरान रह गए थे क्योंकि रागिनी का इंडियन आइडल तक का सफ़र हर तरह से वीरता भरा था। तीन साल की उम्र में, उन्होंने जीवन रक्षक बोन मैरो ट्रांसप्लांट से अपने भाई को थैलेसीमिया की चपेट से बचाया था, और खुद को एक योद्धा साबित किया था। उनका ऑडिशन हर तरह से अनूठा था; उन्होंने   भोसले का प्रतिष्ठित ट्रैक ‘निगाहें मिलाने को जी चाहता है’ गाया था, उनकी सुंदर आवाज़ और गाने के निडर चुनाव ने जजों को हैरान कर दिया था, जिसके बाद बादशाह ने उनकी तारीफ करते हुए कहा, “अगर आशीर्वाद का कोई चेहरा होता तो मुझे लगता है रागिनी होती।”

हैरान करने वाले एक घटनाक्रम में, रागिनी को इंडियन आइडल में 16वें प्रतियोगी के रूप में एन्ट्री दी गई, जिससे यह सुनिश्चित हो गया कि वह किसी की जगह नहीं लेंगी और उन्हें खिताब जीतने का अच्छा मौका भी मिला। अपने कमबैक परफ़ॉर्मेंस के लिए, रागिनी ने उषा मंगेशकर के गानों, ‘तुमको पिया दिल दिया’ और ‘मैं चली’ पर शानदार प्रस्तुति दी। शो में उनकी वापसी को खास मेहमान उषा मंगेशकर की मौजूदगी ने और भी खास बना दिया, जिन्होंने रागिनी के साहस और उनकी अविश्वसनीय प्रतिभा की तारीफ की, और रागिनी की आवाज़ की तुलना   भोंसले से की।

बादशाह और फैंस के प्रति विनम्रतापूर्वक अपना आभार व्यक्त करते हुए, रागिनी ने कहा, “मेरे पास शब्द नहीं हैं और मैं अपनी खुशी जितनी भी व्यक्त करूं वह कम है। मैं वाकई बादशाह सर और अपने फैंस की आभारी हूं, जिन्होंने लगातार मेरा समर्थन किया और मेरी प्रतिभा पर भरोसा दिखाया। टॉप 16 में आना बड़ी ज़िम्मेदारी की बात है और मैं इस सफर में आगे बढ़ने के लिए उत्साहित हूं।”

 

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