राँची: झारखंड के खेल के इतिहास में नया अध्याय जोड़ने जा रहा है, झारखंड राज्य के तीन दिव्यांग क्रिकेटर पहली बार अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत का प्रतिनिधित्व करने जा रहे हैं. ये खिलाड़ी श्रीलंका की राजधानी कोलंबो में आयोजित होने वाले अंतरराष्ट्रीय दिव्यांग क्रिकेट महासंग्राम में हिस्सा लेंगे, जो 13 नवंबर से 17 नवंबर 2025 तक के आयोजित किया गया है. उन्होंने रवाना होने से पूर्व समेंद्र लाल उर्फ युवराज,crc नामकुम के पदाधिकारी बसंत कुमार, लहू बोलेगा का संस्थापक नदीम खान ,पॉवेल कुमार,रीमा साहू , रंजीत कुमार, ऊषा लोहारा, दीक्षा विकलांग समिति के राजीव सिंह,के द्वारा, अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी पर फूल मालाओं एवं उपहार देने सहित जोरदार स्वागत करते हुए खिलाड़ियों को प्रोत्साहित और सम्मानित किया गया ही, पॉवेल के द्वारा इन खिलाड़ियों में रामगढ़ के अतहर अली, बोकारो के महावीर मोदी, साहिबगंज के नाजिर शामिल हैं ,तीनों खिलाड़ी झारखंड राज्य के दिव्यांग क्रिकेट खिलाड़ी के नियमित सदस्य रहे हैं और अपने प्रदर्शन के दम पर राष्ट्रीय चयनकर्ताओं को ध्यान आकर्षित किया है. अब यह खिलाड़ी भारतीय टीम का हिस्सा बनकर श्रीलंका के धरती पर तिरंगा लहराने को तैयार है.
तीनों खिलाड़ी रांची रेलवे स्टेशन से रवाना होकर चेन्नई पहुंचेंगे, जहां से वह हवाई मार्ग से कोलंबो के लिए उड़ान भरेंगे. रवाना होने से पहले रेलवे स्टेशन पर परिवार जनों और खेल प्रेमियों और सामाजिक संगठनों ने इन खिलाड़ियों को शुभकामनाएं दी. संदीप करमाली बताया कि झारखंड के इन खिलाड़ियों ने पिछले वर्षों से कई राष्ट्रीय टूर्नामेंट में शानदार प्रदर्शन किया है रामगढ़ के अतहर अली को उनकी बल्लेबाजी के लिए जाना जाता है, जबकि बोकारो के महावीर मोदी एक बल्लेबाज और विकेट कीपिंग के रूप में जाना जाता है. साहिबगंज के नाजिर अपनी तेज तर्रार फील्डिंग और बॉलिंग के लिए मशहूर है. संघ के सचिव, जितेंद्र कुमार ने कहा कि यह उपलब्धियां दिखती है कि अगर मन में जज्बा हो तो कोई भी बाधा बड़ी नहीं होती, इन खिलाड़ियों ने साबित किया है की सीमाएं केवल शरीर की नहीं सोच की होती है.
टीम चयन की घोषणा के बाद पूरा झारखंड में खुशी की लहर दौड़ रही है , सोशल मीडिया पर खेल प्रेमी लगातार बधाइयां दे रहे है.

