शीतकालीन सत्र से पहले सियासी हलचल बढ़ी, सीएम सोरेन करेंगे नेतृत्व
LIVE 7 TV /RANCHI
ठंड का मौसम शुरू हो चुका है, लेकिन झारखंड की राजनीति इन दिनों खासा गर्म है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पांच दिनों की दिल्ली यात्रा के बाद बुधवार शाम रांची लौट आए। उनके आने के अगले ही दिन, गुरुवार को शाम 4:30 बजे ATI भवन में महागठबंधन विधायकों की बैठक बुलाई गई है, जिसकी अध्यक्षता स्वयं मुख्यमंत्री करेंगे। दूसरी ओर, भाजपा विधायक दल 7 दिसंबर को अपनी रणनीति बैठक करेगा।
सूत्रों के मुताबिक, यह बैठक झारखंड विधानसभा के शीतकालीन सत्र को लेकर पहले से निर्धारित थी। इसमें सदन में सरकार की तैयारी, विपक्ष के सवालों का जवाब और मौजूदा राजनीतिक चर्चाओं पर रणनीति तय की जाएगी। मुख्यमंत्री के दिल्ली दौरे के बाद से ही राज्य में सत्ता परिवर्तन की अफवाहें तेजी से फैल रही हैं। सीएम के लौटने पर सभी को उनके बयान का इंतजार था, लेकिन उन्होंने इस मुद्दे पर कोई टिप्पणी नहीं की है। संभावना है कि आज की बैठक में इस पर चर्चा हो सकती है।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन कई बार कह चुके हैं कि उनके दिल्ली जाने भर से विपक्ष सत्ता परिवर्तन की बातें फैलाने लगता है, जबकि ऐसा वास्तविकता से दूर है। शुक्रवार से शीतकालीन सत्र शुरू होने वाला है, और सबकी निगाहें इस बात पर होंगी कि सीएम सदन में इन अटकलों पर क्या प्रतिक्रिया देते हैं।
उधर, राजनीतिक गलियारों में पिछले कुछ दिनों से सत्ता परिवर्तन की चर्चाएँ और तेज हुई हैं। भाजपा, कांग्रेस और झामुमो के नेताओं की ओर से सोशल मीडिया पर किए गए पोस्ट भी सियासी तापमान बढ़ा रहे हैं। भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता ने ‘महुआ मस्ती’ जैसे शब्दों के जरिए तंज कसा, जिसके बाद बहस और तेज हो गई। जवाब में कांग्रेस महासचिव के. सी. वेणुगोपाल ने स्पष्ट किया कि मुख्यमंत्री से बातचीत में यह साफ हो गया है कि झारखंड में इंडिया गठबंधन पूरी तरह मज़बूत है और फैल रही अफवाहें निराधार हैं।
इधर, झामुमो नेताओं के “झारखंड झुकेगा नहीं” लिखे ट्वीट ने भी राजनीतिक हलचल बढ़ा दी है। कुल मिलाकर, राज्य की सियासत इस समय चर्चाओं, दावों और जवाबी दावों के बीच उबल रही है, और सभी की निगाहें सरकार की अगली चाल पर टिकी हैं।

