पटना। बिहार के रोहिणी आचार्य मामले को लेकर भाजपा नेता और पूर्व सांसद रामकृपाल यादव ने राजद नेता तेजस्वी यादव पर तीखा हमला किया है। उन्होंने कहा कि बिहार संभालने की बात करने वाला नेता अपने घर को नहीं संभाल पाया। यादव ने स्पष्ट किया कि बिहार के संचालन के लिए एनडीए सरकार और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का नेतृत्व ही पर्याप्त है। पटना में आईएएनएस से बातचीत के दौरान रामकृपाल यादव ने कहा कि तेजस्वी यादव माताओं और बहनों के लिए योजनाएं चलाने की बात कर रहे थे। उन्होंने दावा किया कि अगर गलती से ये लोग सत्ता में आ जाते, तो महिलाओं की सुरक्षा खतरे में पड़ जाती। उन्होंने रोहिणी आचार्य मामले का जिक्र करते हुए कहा कि जो अपनी बहन का सम्मान नहीं कर सकता, उससे उम्मीद करना कि वह बिहार को संभाल पाएगा, बेमानी है।
रामकृपाल यादव ने कहा, “तेजस्वी यादव को इतने वोट मिले कि वे नेता प्रतिपक्ष बने, वरना जनता ने उन्हें पूरी तरह रिजेक्ट किया है। जो अपनी बहन को नहीं संभाल सकता, वह बिहार क्या संभालेगा? हारे हुए लोग अब क्या-क्या बोलेंगे।” भाजपा नेता ने सेना प्रमुख के हालिया बयान की भी सराहना की। उन्होंने कहा कि वे बिल्कुल सही कह रहे हैं, “इस देश में आतंकवाद के लिए कोई जगह नहीं है। खून और पानी एक साथ नहीं बह सकते।” मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना को लेकर उठाए जा रहे सवालों पर उन्होंने कहा कि बिहार की डबल इंजन सरकार ने महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। उन्होंने यह भी दावा किया कि अगर राजद के हाथ में सत्ता भूल से भी चली जाती, तो योजनाएं और राज्य का विकास दोनों प्रभावित होते।
चुनाव परिणाम के बाद महागठबंधन नेताओं के बयानों पर टिप्पणी करते हुए रामकृपाल यादव ने कहा कि कांग्रेस के पास बोलने के लिए कुछ बचा नहीं है, केवल विलाप करना बाकी है। उन्होंने कहा कि राजद और कांग्रेस की बयानबाजी जनता के सामने केवल दिखावा है। भविष्य की राजनीति पर संकेत देते हुए रामकृपाल यादव ने कहा कि बिहार का अगला मुख्यमंत्री एक बार फिर नीतीश कुमार ही बनने वाले हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रस्तावित बिहार दौरे का भी स्वागत किया और कहा कि बिहार की जनता में जबरदस्त उत्साह है। उनके स्वागत में भारी भीड़ उमड़ेगी। इस अवसर पर रामकृपाल यादव ने भाजपा के दृष्टिकोण को स्पष्ट करते हुए कहा कि सरकार और पार्टी महिलाओं की सुरक्षा और सशक्तिकरण के लिए प्रतिबद्ध हैं। उन्होंने तेजस्वी यादव और विपक्ष पर निशाना साधते हुए दावा किया कि उनकी आलोचना केवल राजनीतिक विरोध और विफलता को ढकने का प्रयास है।

