किसानों को मिलेगा तोहफा, प्रधानमंत्री मोदी आज कोयंबटूर से पीएम-किसान योजना की 21वीं किस्त जारी करेंगे

Ravikant Upadhyay

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को तमिलनाडु के कोयंबटूर में आयोजित कार्यक्रम से प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (पीएम-किसान) योजना की 21वीं किस्त जारी करेंगे। इस अवसर पर प्रधानमंत्री एक विशाल जनसभा को भी संबोधित करेंगे। सरकार की इस बड़ी घोषणा से देशभर के करोड़ों किसानों को राहत मिलने की उम्मीद है। प्रधानमंत्री लगभग दोपहर 1:30 बजे कोयंबटूर में दक्षिण भारत प्राकृतिक कृषि शिखर सम्मेलन (South India Natural Farming Summit) का उद्घाटन करेंगे। इसी मंच से वे पीएम-किसान योजना के तहत 18,000 करोड़ रुपये से अधिक की राशि सीधे किसानों के बैंक खातों में भेजेंगे। यह लाभ देश के 9 करोड़ किसानों को मिलेगा।

देश की सबसे बड़ी प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण योजना

पीएम-किसान सम्मान निधि योजना 24 फरवरी 2019 को शुरू की गई थी। इस योजना के तहत प्रत्येक पात्र किसान परिवार को 6,000 रुपये वार्षिक आर्थिक सहायता तीन समान किस्तों में प्रदान की जाती है। अब तक सरकार द्वारा 11 करोड़ से अधिक किसानों को 3.70 लाख करोड़ रुपये की राशि 20 किश्तों के माध्यम से वितरित की जा चुकी है। सरकार के अनुसार यह योजना न केवल भारत बल्कि वैश्विक स्तर पर भी सबसे बड़ी प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण (DBT) पहलों में से एक बन चुकी है।

डिजिटल सिस्टम ने बढ़ाई पारदर्शिता

योजना का लाभ वही किसान उठा पाते हैं जिनकी भूमि का विवरण पीएम किसान पोर्टल पर दर्ज है, जिनके बैंक खाते आधार से जुड़े हैं और जिनकी ई-केवाईसी पूरी है। सरकार का कहना है कि आधार-आधारित भुगतान व्यवस्था और डिजिटल प्रक्रियाएँ इस योजना की सफलता के प्रमुख कारण हैं। डिजिटल सार्वजनिक बुनियादी ढांचे (Digital Public Infrastructure) का उपयोग करते हुए लाभ सीधे किसानों के बैंक खातों में भेजा जाता है, जिससे बिचौलियों की भूमिका समाप्त हो चुकी है। इससे ग्रामीण एवं दूर-दराज के क्षेत्रों में भी राशि समय पर पहुंच रही है।

महिला किसानों की बड़ी भागीदारी

सरकार के अनुसार इस योजना के तहत मिलने वाली वित्तीय सहायता में से 25 प्रतिशत से अधिक लाभ महिलाओं को मिल रहा है। इसे ग्रामीण महिलाओं की आर्थिक स्वालंबन बढ़ाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।

कृषि शिखर सम्मेलन में प्राकृतिक खेती को बढ़ावा

कोयंबटूर में आयोजित दक्षिण भारत प्राकृतिक कृषि शिखर सम्मेलन का उद्देश्य किसानों को

  • प्राकृतिक खेती,
  • जैविक कृषि,
  • कम लागत वाली तकनीकें,
  • सतत कृषि मॉडल

के प्रति जागरूक करना है। प्रधानमंत्री के संबोधन में प्राकृतिक खेती को लेकर नई घोषणाओं की भी संभावना जताई जा रही है।

किसानों को बड़ी राहत की उम्मीद

21वीं किस्त जारी होने से किसानों को रबी फसल की तैयारी के बीच सीधे आर्थिक सहायता मिलेगी। कृषि विशेषज्ञों का मानना है कि इस समय समर्थन राशि मिलना किसानों के लिए अत्यंत सहायक साबित होगा।

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