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भारत सरकार के एमएसएमई मंत्रालय की शाखा एमएसएमई विकास कार्यालय, धनबाद द्वारा आकांक्षी प्रखंड गोविंदपुर में प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना पर आधारित एक दिवसीय जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य लाभार्थियों को योजना से मिलने वाले लाभ, पात्रता एवं आवेदन प्रक्रिया के बारे में विस्तृत जानकारी देना था।
कार्यक्रम का उद्घाटन गुरुवार को पूर्वाह्न 10:30 बजे होटल मधुबन, गोविंदपुर में मुख्य अतिथि राजेंद्र प्रसाद, महाप्रबंधक जिला उद्योग केंद्र धनबाद एवं अन्य गणमान्य अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया। उद्घाटन सत्र में श्री कुणाल (यंग प्रोफेशनल) ने सभी अतिथियों का स्वागत किया। कार्यक्रम के संयोजक एवं सहायक निदेशक सुजीत कुमार (आईडीएस) ने बताया कि पीएम विश्वकर्मा योजना में 18 पारंपरिक विधाओं के कारीगर एवं शिल्पकार शामिल हैं।

इन विधाओं में कारपेंटर, नाव बनाने वाले, अस्त्र निर्माता, लोहार, ताला निर्माता, टूलकिट निर्माता, मूर्तिकार, मोची, राजमिस्त्री, चटाई-झाड़ू निर्माता, गुड़िया-खिलौना निर्माता, नाई, मालाकार, धोबी, दरजी और मछली जाल बनाने वाले शामिल हैं। योजना के तहत लाभार्थियों को 5 से 7 दिन का प्रशिक्षण, ₹500 प्रतिदिन भत्ता तथा प्रशिक्षण उपरांत ₹15,000 का टूलकिट ई-वाउचर दिया गया है और जिनको नहीं मिल पाया है, उनकी समस्या को फॉर्म मे MSME के पदाधिकारियों के द्वारा दर्ज कर ली गई है, ताकि फिर रिपोर्ट को एकत्र करके उनकी जो भी समस्या है उसका निदान कराया जा सके। इसके अलावा प्रथम चरण में ₹1 लाख और द्वितीय चरण में ₹2 लाख तक का बिना गारंटी ऋण 5% ब्याज दर पर उपलब्ध कराया जाएगा।
कार्यक्रम में सम्मानित अतिथि—
- जितेंद्र कुमार, शाखा प्रबंधक, केनरा बैंक गोविंदपुर
- अरशद नसीम खान, शाखा प्रबंधक, फेडरल बैंक गोविंदपुर
- रोशन आनंद, एलडीएम, बैंक ऑफ इंडिया धनबाद
सभी ने प्रतिभागियों को योजना का लाभ लेने की अपील की।
मुख्य अतिथि राजेंद्र प्रसाद ने अपने संबोधन में बताया कि प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना को 17 सितंबर 2023 को डिजिटल रूप से लॉन्च किया गया था। इसका उद्देश्य पारंपरिक कलाकारों एवं कारीगरों को आर्थिक सहायता और आधुनिक उपकरण उपलब्ध कराकर उनके व्यवसाय को मजबूत करना है।
तकनीकी सत्र में शशी भूषण कुमार ने प्रतिभागियों को कीमत निर्धारण, पैकेजिंग, लेवलिंग एवं ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म पर ऑनबोर्डिंग के बारे में सरल भाषा में जानकारी दी । प्रीतम कुमार, प्रबंधक आईपीपीबी धनबाद ने प्रतिभागियों को यूपीआई क्यूआर कोड उपलब्ध कराया। भोजन अवकाश के बाद आदित्य चौधरी, ओडीबी मैनेजर, जिला उद्योग केंद्र धनबाद ने उद्यम पंजीकरण, योजना में रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया, पात्रता एवं लाभ पर विस्तृत प्रस्तुति दी।
कार्यक्रम के अंत में राकेश कुमार, यूडीसी, एमएसएमई विकास कार्यालय धनबाद ने सभी अतिथियों और प्रतिभागियों को धन्यवाद दिया।धनबाद जिले के 90 से अधिक शिल्पकारों ने इस जागरूकता कार्यक्रम में भाग लेकर योजना की विस्तृत जानकारी प्राप्त की। कार्यक्रम को सफल बनाने में एमएसएमई विकास कार्यालय के कर्मियों का महत्वपूर्ण योगदान रहा।

