“इस बार हमारा प्रयास केवल विवाह कराने तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि नवविवाहित जोड़ों को रोजगार और आवश्यक सहयोग देकर उनकी गृहस्थी को मजबूती देना भी है।”– मनीष जायसवाल
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हजारीबाग लोकसभा क्षेत्र में सेवा, संवेदना और सामाजिक सरोकार का एक और स्वर्णिम अध्याय जुड़ने जा रहा है। 8 फरवरी 2026 को रामगढ़ के सिद्धू–कानू मैदान में सांसद सामूहिक विवाह उत्सव 2026 भव्यता के साथ आयोजित होगा। यह कार्यक्रम लगातार तीसरी बार आयोजित किया जा रहा है जिसमें इस बार भी 101 निर्धन बेटियों का विवाह संपन्न होगा।
3 वर्षों की सेवा यात्रा: 25 से शुरू होकर अब 101 बेटियों तक पहुंचा अभियान
सांसद मनीष जायसवाल ने इस सामाजिक सेवा की शुरुआत वर्ष 2024 में की थी, जब हजारीबाग के डीपीएस स्कूल में 25 गरीब बेटियों का विवाह कराया गया। इसके बाद 2025 में कंचन ग्राउंड में 101 असहाय बेटियों का सामूहिक विवाह हुआ, जिसमें लगभग 50 हजार लोगों ने शामिल होकर इसे जन-उत्सव का रूप दे दिया। अब वर्ष 2026 में यह आयोजन पहली बार रामगढ़ की धरती पर आयोजित हो रहा है।
सिद्धू– कान्हु मैदान सजेगा दुल्हन की तरह
आयोजन स्थल को पारंपरिक थीम, भव्य रोशनी, रंगीन कलाकृतियों और आकर्षक पंडालों से सजाया जा रहा है। पूरा मैदान एक भव्य विवाह स्थल का रूप धारण करेगा। पिछले दो वर्षों की तरह इस बार भी कोलकाता के आचार्य राघव पंडित जी म्यूजिकल फेरों की खास परंपरा के साथ विवाह की रस्में सम्पन्न कराएंगे।
सांसद की पहल: सिर्फ विवाह नहीं, गृहस्थी बसाने की भी जिम्मेदारी
सांसद मनीष जायसवाल को सामाजिक सरोकारों से जुड़े जनप्रतिनिधि के रूप में जाना जाता है।
वे तीर्थ दर्शन अभियान, निर्धनों को राशन उपलब्ध कराना, बेटियों को लहंगा भेंट करना और जरूरतमंदों की सहायता जैसे कई कार्यों से जुड़े हैं।
रामगढ़ की सड़कों पर निकलेगी भव्य बारात
रामगढ़ के फुटबॉल ग्राउंड से 101 दूल्हों की बारात गाजे-बाजे और आतिशबाजी के बीच निकलेगी। यह बारात सिद्धू–कानू ग्राउंड पहुंचेगी, जहां दूल्हे अपनी दुल्हनों से मिलेंगे और विवाह समारोह सम्पन्न होगा।
रजिस्ट्रेशन में कमजोर वर्गों को प्राथमिकता
सांसद कार्यालय और रामगढ़ में बनाए गए रजिस्ट्रेशन केंद्रों परआर्थिक रूप से कमजोर, विकलांग अथवा पिता रहित लड़कियों के परिवारों को प्राथमिकता दी जा रही है।
8 फरवरी 2026: रामगढ़ में फिर लिखी जाएगी सेवा की नई कहानी
तैयारियाँ जोरों पर हैं और 8 फरवरी को रामगढ़ एक बार फिर सामूहिक विवाह उत्सव का ऐतिहासिक गवाह बनेगा, जहां 101 बेटियों के जीवन में नई खुशियों की शुरुआत होगी।

