रांची। झारखंड में पुलिस विभाग में बड़ी पैमाने पर बहाली की तैयारी लगभग पूरी हो चुकी है। राज्य सरकार ने सिपाही के 4919 पदों पर नियुक्ति प्रक्रिया शुरू करने का निर्णय लिया है। इसके लिए पुलिस मुख्यालय ने तेज़ी से तैयारी शुरू कर दी है। हाल ही में मुख्य सचिव की अध्यक्षता में हुई उच्चस्तरीय बैठक में पुलिस मुख्यालय को तत्काल भर्ती प्रक्रिया शुरू करने का निर्देश दिया गया था। इस निर्देश के बाद से बहाली को लेकर विभागीय गतिविधियां और भी तेज हो गई हैं।
वर्तमान समय में झारखंड पुलिस में सिपाही के कुल 9671 पद रिक्त हैं। सरकार ने इन पदों पर चरणबद्ध तरीके से भर्ती करने का फैसला लिया है। पहले चरण में 4919 पदों पर नियुक्ति की जाएगी, जबकि शेष पदों को बाद में भरा जाएगा। सूत्रों के अनुसार, सभी रिक्त पदों के रोस्टर क्लीयरेंस में लंबा समय लग सकता है, इसलिए पुलिस मुख्यालय ने पहले उन 4919 पदों पर भर्ती शुरू करने का निर्णय लिया है जिनका रोस्टर पहले से तैयार है।
पुलिस विभाग के अधिकारियों का कहना है कि राज्य में पुलिस बल की कमी लंबे समय से महसूस की जा रही है। नए सिपाहियों की बहाली से न केवल पुलिस बल को मजबूती मिलेगी, बल्कि कानून-व्यवस्था व्यवस्था को भी और प्रभावी बनाया जा सकेगा। अधिकारियों के अनुसार, कई जिलों में जवानों की कमी के कारण विशेष अभियानों और रोज़मर्रा की पुलिसिंग कार्य में चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा था। अब इस बहाली के बाद स्थिति में सुधार की उम्मीद है।
सरकार द्वारा यह भी स्पष्ट किया गया है कि पूरी नियुक्ति प्रक्रिया मार्च 2025 में अधिसूचित ‘झारखंड पुलिस, कक्षपाल, सिपाही (होम गार्ड), उत्पाद सिपाही संयुक्त भर्ती नियमावली 2025’ के तहत संपन्न होगी। नई नियमावली के अनुसार भर्ती प्रक्रिया को अधिक पारदर्शी, त्वरित और आधुनिक बनाया गया है। चयन प्रक्रिया में शारीरिक दक्षता परीक्षा, लिखित परीक्षा और दस्तावेज़ सत्यापन जैसे चरण शामिल होंगे।
बहाली प्रक्रिया शुरू होने से राज्यभर में युवाओं में उत्साह है। प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे अभ्यर्थी इस भर्ती का बेसब्री से इंतज़ार कर रहे थे। माना जा रहा है कि दिसंबर के अंत या जनवरी 2025 की शुरुआत में आधिकारिक विज्ञापन जारी कर दिया जाएगा। इसके बाद आवेदन प्रक्रिया शुरू होगी।फिलहाल पुलिस मुख्यालय भर्ती प्रक्रिया के अंतिम मसौदे, परीक्षा केंद्र निर्धारण, एजेंसी चयन और तकनीकी तैयारियों को अंतिम रूप दे रहा है। विभाग का लक्ष्य है कि 2025 के मध्य तक नए सिपाही बल में शामिल होकर प्रशिक्षण शुरू कर सकें।
राज्य सरकार का मानना है कि यह बहाली युवाओं के लिए रोजगार का बड़ा अवसर होगी और साथ ही पुलिस बल को मजबूत करने में अहम भूमिका निभाएगी। प्रशासन के अनुसार, चरणबद्ध बहाली पूरी होने के बाद झारखंड पुलिस बल की क्षमता और कार्यक्षमता दोनों में बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा।

