धुरकी सीएचसी में 9 हजार संदिग्ध प्रमाण पत्र का खुलासा, रिकॉर्ड सीज कर ऑपरेटरों से पूछताछ तेज
LIVE 7 TV / GARHWA
गढ़वा जिले के धुरकी प्रखंड स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से बड़े पैमाने पर फर्जी जन्म प्रमाण पत्र जारी किए जाने का मामला सामने आया है। मामले के उजागर होते ही स्वास्थ्य विभाग ने तत्काल जांच प्रक्रिया शुरू कर दी है।
प्रारंभिक जांच में पता चला है कि केंद्र द्वारा लगभग 11 हजार जन्म प्रमाण पत्र जारी किए गए थे, जिनमें से करीब 9 हजार प्रमाण पत्र संदिग्ध बताए जा रहे हैं। विशेष रूप से इनमें गुमला, बोकारो, जामताड़ा, धनबाद और पलामू जिलों के फर्जी पते दर्ज पाए गए हैं।
सिविल सर्जन डॉ. जान एफ. केनेडी और एसडीओ प्रभाकर मिर्धा ने संयुक्त निरीक्षण कर संबंधित दस्तावेजों की पड़ताल की। तीन सदस्यीय जांच समिति ने अगस्त से अक्टूबर 2025 तक जारी प्रमाण पत्रों के सभी रिकॉर्ड की विस्तृत समीक्षा की।
जांच टीम ने पाया कि कई प्रमाण पत्र बिना ओटीपी वेरिफिकेशन के जारी कर दिए गए, जिससे साइबर अपराध की आशंका बढ़ गई है। इस गड़बड़ी में केंद्र के दो ऑपरेटर — गौतम चंद्रवंशी और मनोज कुमार चंद्रवंशी — की भूमिका संदिग्ध मानी जा रही है, जिनसे पूछताछ भी की गई है।
इसके अलावा धुरकी केंद्र से दूरस्थ जिलों जैसे साहेबगंज और पाकुड़ के नाम पर भी प्रमाण पत्र बनाए जाने की शिकायतें मिली हैं। कई संदिग्ध प्रमाण पत्र रद्द कर दिए गए हैं और सभी रिकॉर्ड को सीज कर आगे की तकनीकी जांच शुरू हो चुकी है। आवश्यकता पड़ने पर साइबर सुरक्षा एजेंसियों की भी मदद ली जाएगी।
विभाग ने प्रभावित लोगों के वैध दस्तावेजों की दोबारा जांच और सुधार की प्रक्रिया शुरू करने की बात कही है।

