लक्ष्मीनाथ गोस्वामी का 232 वां जन्मोत्सव का आयोजन महापरिनिर्वाण दिवस पर सरबा सद्भावना रथयात्रा आयोजित
LIVE 7 TV /SAHARSA
मिथिला के सिद्ध साधक और महान संत योगीराज परमहंस लक्ष्मीनाथ गोस्वामी का 232वां जन्मोत्सव सह महापरिनिर्वाण दिवस मंगलवार को पूरे धार्मिक उल्लास के साथ मनाया गया। परंपरा के अनुरूप बाबाजी कुटी, बनगांव में पंचोपचार पूजा के साथ सरबा सद्भावना रथयात्रा का शुभारंभ किया गया।

नगर निगम महापौर ने दिखाई हरी झंडी
रथयात्रा की शुरुआत सहरसा नगर निगम की महापौर ब. बैनप्रिया, डॉ. रमण झा, डॉ. अरुण खां एवं लक्ष्मीनाथ सेवा मिशन के अध्यक्ष धनंजय कुमार झा ने हरी झंडी दिखाकर की।पंचोपचार पूजा पंडित पवन कुमार झा, पंडित नुनुजी, पंडित नवीन खां, पंडित राजेंद्र बाबा और पंडित राघव द्वारा संपन्न कराई गई।
कई गांवों से गुजरी रथयात्रा
लक्ष्मीनाथ सेवा मिशन के अध्यक्ष धनंजय कुमार झा (भगवान जी) ने बताया कि रथयात्रा बनगांव से प्रारंभ होकर देवना, गोपाल बरियाही, कहाड़ा कुट्टी, सराही बाईपास होते हुए मत्स्यगंधा स्थित बाबाजी कुटी पर विशेष पूजा के साथ आगे बढ़ी।
इसके बाद यात्रा बलहा, गढ़िया, बारा और लालगंज मार्ग से सिहौल स्थित बाबाजी की कुटिया पहुंचकर संपन्न हुई।
भजन, कीर्तन और प्रवचन से गुंजायमान हुआ वातावरण
पूरे मार्ग में बाबाजी द्वारा रचित गीत, भजन, नचारी और कीर्तन का गायन किया गया।साथ ही, बाबा जी के लिखित विचारों को प्रवचन के रूप में प्रस्तुत किया गया, जिसमें उनके सामाजिक समरसता के सिद्धांतों को विस्तार से बताया गया।

सामाजिक समरसता का प्रतीक थे बाबाजी
अध्यक्ष धनंजय झा ने कहा कि परमहंस लक्ष्मीनाथ गोसाई का जीवन समाज की सेवा और समरसता के लिए समर्पित रहा।
उनकी सत्यनिष्ठा का प्रमाण यह है कि आज भी लोग उनके नाम की झूठी शपथ लेने से डरते हैं।उन्होंने बताया कि बाबा जी का जन्म और स्वर्गारोहण दोनों विवाह पंचमी के दिन ही हुआ था, जो एक अद्भुत संयोग माना जाता है।
2016 से लगातार जारी है यह परंपरा
लक्ष्मीनाथ सेवा मिशन वर्ष 2016 से लगातार इस आयोजन को संपन्न करता आ रहा है।रथयात्रा बाबाजी कुटी बनगांव से शुरू होकर संपूर्ण बनगांव भ्रमण के बाद कहाड़ा बाबाजी कुटी पहुंची, जहां महाप्रसाद का वितरण हुआ। इसके बाद यात्रा मत्स्यगंधा कुटी और बारा कुटी होते हुए सिहौल कुटी पहुंचकर समाप्त हुई, जहां विशेष महाआरती और भजन कार्यक्रम आयोजित किया गया।

यात्रा में मिशन के सदस्य राहुल बिलटु, भरतजी, राजेश मंटू, अभिषेक सोनू, ओमजी, मनोरंजन खां, अरविंद, संतोष खां, संजीव, मोनू, आजाद रोशन, गौतम नाथ झा, पीयूष गोलू, सौरभ, अमित, सूरज, राजा, राकेश मिश्रा, कौशल, समीर, नीतिश चौधरी, सलिल चौधरी, चंदन झा, गोपाल मिश्रा, चुनचुन खां, ऋतिक कुमार, रवि शंकर समेत सैकड़ों श्रद्धालु और सरबा बंधु शामिल रहे।
Report- Vikash kumar

