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झारखंड राज्य को अलग हुए 25 वर्षों का लंबा समय हो चुका है इसी को लेकर राज्य में 25 वीं वर्षगांठ पर पूरे राज्य भर में रजत जयंती मनाई जा रही है. इस जयंती को लेकर राजधानी राँची के मोरहाबादी मैदान में विशेष 2 दिवसीय कार्यक्रम हो रहा है, जिसमें पहला दिन 15 नवंबर को हुआ जिसमें जनता के बीच हेलिकाप्टर से पुष्पवर्षा के साथ स्वागत किया गया .हालांकि इस महोत्सव का आकर्षण कई चीजें हैं लेकिन सबसे बड़ा आकर्षण के तौर पर भगवान बिरसा मुंडा की 150 वीं जयंती और दिशोम गुरु शिबू सोरेन की जीवनी पर आधारित विशेष प्रदर्शनी से लोगों के बीच उनके इतिहास और संघर्ष को जीवंत दिखाया गया.

राज्य की जनता को इस समारोह के माध्यम से 8,799 करोड़ की 1087 योजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया. समारोह में मुख्य अतिथि राज्यपाल संतोष गंगवार,कई मंत्री और वरिष्ट अधिकारी मौजूद थे.

राज्य में शिक्षा,स्वास्थ्य और सामाजिक विकास चुनौती है – राज्यपाल संतोष गंगवार

राज्य स्तरीय समारोह के मौके राज्यपाल संतोष गंगवार ने कहा की आज के दिन की विशिष्टता के तौर पर यह इतिहास के पन्नों में दर्ज है, इस राज्य की नींव संघर्ष और दृढ़ संकल्प पर रखी गई है. उन्होंने कहा की जब झारखंड का गठन हो रह था तब वे उस समय लोकसभा के सदस्य थे. राज्यपाल ने अपने सम्बोधन में राज्य की अलग पहचान पर बात करते हुए कहा की झारखंड एक प्राकृतिक से भरा राज्य है और यहाँ सौन्दर्य के साथ – साथ खनिज संपदा भी भरपूर है. हालांकि राज्यपाल ने राज्य में शिक्षा,स्वास्थ्य और सामाजिक विकास को चुनौती के रूप में माना है और कहा की इस चुनौती को हम सबों को मिलकर ठीक करने की जिम्मेवारी है.

वीरों के सपनों का झारखंड बनाना हम सभी का परम कर्तव्य है – हेमंत सोरेन
कार्यक्रम में हेमंत सोरेन ने सबसे पहले अपने पिता को याद करते हुए एक वृक्ष के रूप में छाया की तरह होने का बात कहते हुए राज्य को अलग पहचान दिलाने में भूमिका को बताते हुए भावुक हुए और कहा की उनकी कमी उन्हें पीड़ा दे रही है. सीएम ने कहा की झारखंड राज्य गठन का 25 वर्ष पूरा हो चुका है और अब अगले 25 वर्षों के विकास के लिए कार्य योजना बनाने की जरूरत है. मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने सभा को संबोधित करते हुए झारखंड को “वीरों की धरती” बताया, जिसके निर्माण में कई शहीदों ने अपना सर्वस्व न्योछावर किया है. उन्होंने कहा कि इन वीरों के सपनों का झारखंड बनाना हम सभी का परम कर्तव्य है .
आदिवासी विकास प्राथमिकता होगी

सोरेन ने कहा की इस राज्य को सँवारने और सजाने की जिम्मेवारी सबको निभाने की जरूरत है क्यूंकि यह जिम्मेदारी हम सभी के कंधे पर है.वे अपनी सरकार की प्रमुखता पर बाल देते हुए कहा की राज्य सरकार आदिवासी और जनजातीय समुदाय पर पहली प्राथमिकता के तौर पर कार्य कर रही है, इनके लिए महत्वकांक्षी योजनाएं चला रही है और जीतने भी विकास योजनाएं है उसको सबसे ऊपर रखने का कार्य किया जा रहा है . साथ ही कहा की हमारी सरकार गाँव से चलने वाली सरकार है और हम अपनी सरकार को राँची मुख्यालय से नहीं बल्कि गाँव से चलने वाली सरकार के रूप में बेहतर कार्य कर रहे है ,हम प्रत्येक परिवार तक विकास की योजनाओं को पहुंचाने का कार्य कर रहे है साथ हीं हम महिलाओं पर विशेष ध्यान दे रहे है ताकि वे मजबूत और समृद्ध बनें .

