राँची : झारखंड के डीजीपी अनुराग गुप्ता को लेकर राज्य और केंद्र के बीच टकराहट जारी था . मामला रिटायरमेंट के बाद सेवा विस्तार पर बने रहने को लेकर खींचतान की स्थिति बनी हुई थी . इसलिए डीजीपी ने मंगलवार देर शाम को मुख्यमंत्री आवास में इस्तीफा सौंपा.
संभावित नए डीजीपी का चर्चा तेज
पहला 1992 बैच के अधिकारी प्रशांत सिंह और दूसरा 1993 बैच के अधिकारी एम.एस भाटिया का नाम खूब तेजी से चर्चा का विषय बन रहा है नए डीजीपी के तौर पर.
आखिर डीजीपी पद से इस्तीफा क्यूँ देना पड़ा आईएएस अधिकारी अनुराग गुप्ता को ?
इस इस्तीफा का परिणाम को लेकर मुख्य बातें जो सामने आ रही है वो यह है की केंद्र सरकार और न्यायपालिका में चल रहे विवाद को लेकर बढ़ते दबाव को माना जा रहा है . हालांकि अनुराग गुप्ता का इस्तीफा 30 अप्रैल 2025 को सेवनिवृत होने ही वाले थे उससे पहले राज्य सरकार नें 2 साल का सेवा विस्तार कर दिया था , तभी केंद्र सरकार ने ऑल इंडिया सर्विस रूल का हवाला देते हुए सेवा विस्तार को लेकर अपनी आपति जता दी थी. यह मुद्दा झारखंड बीजेपी अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने इसे हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दे दी थी. इसलिए अपने निर्धारित कार्यकाल की समाप्ति के पहले हीं यह फैसला उठाया है.
अनुराग गुप्ता को मिल चुका है गैलेन्टरी अवॉर्ड
अनुराग गुप्ता को वीरता के लिए राष्ट्रपति का गैलेन्टरी अवॉर्ड भी मिल चुका है और वो इससे पहले भी कई महत्वपूर्ण पदों पर अपनी सेवा दे चुके हैं.
शशी भूषण कुमार /लाइव -7

