वैश्विक रुख से तय होगी बाजार की चाल

Live 7 Desk

मुंबई 22 सितंबर (लाइव 7) अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व के ब्याज दर में अप्रत्याशित आधी फीसदी की कटौती करने से विश्व बाजार में आई तेजी की बदौलत स्थानीय स्तर पर हुई दमदार लिवाली से बीते सप्ताह करीब दो प्रतिशत उछले घरेलू शेयर बाजार की चाल अगले सप्ताह वैश्विक रुख से तय होगी।
बीते सप्ताह बीएसई का तीस शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 1653.37 अंक अर्थात् 1.99 प्रतिशत की ऊंची छलांग लगाकर पहली बार 84 हजार अंक के मनोवैज्ञानिक स्तर के पार 84544.31 अंक पर पहुंच गया। इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 434.45 अंक यानी 1.7 प्रतिशत की दमदार तेजी के साथ सप्ताहांत पर 25790.95 अंक के रिकॉर्ड स्तर पर बंद हुआ।
समीक्षाधीन सप्ताह में बीएसई की दिग्गज कंपनियों के विपरीत मझौली और छोटी कंपनियों के शेयरों में बिकवाली का दबाव रहा। इससे मिडकैप 80.83 अंक अर्थात 0.2 प्रतिशत उतरकर सप्ताहांत पर 49163.22 अंक और स्मॉलकैप 47 अंक यानी 0.1 प्रतिशत फिसलकर 57081.04 अंक पर रह गया।
विश्लेषकों के अनुसार, फेड रिजर्व के ब्याज दर में वर्ष 2020 के बाद पहली बार 0.5 प्रतिशत कटौती करने के साथ ही आगे भी नीतिगत दरों को और घटाए जाने के संकेत से पूरी दुनिया के बाजार में तेजी आई वहीं इससे दुनिया की सर्वाधिक शक्तिशाली अर्थव्यवस्था के एक बार फिर मंदी की चपेट में आने की आशंका बढ़ गई है। इस पर निवेशकों की पैनी नजर रहेगी।
इसके अलावा शेयरों के ऊंचे भाव पर पहुंचने से बाजार में अगले सप्ताह मुनाफावसूली की भी संभावना है। साथ ही फेड की कटौती के बाद अक्टूबर में रिजर्व बैंक की होने वाली मौद्रिक समीक्षा नीति बैठक में ब्याज दर में कमी करने की उम्मीद बढ़ गई है। अगले सप्ताह बाजार को दिशा देने में इन सभी कारकों की महत्वपूर्ण भूमिका रहेगी।
बीते सप्ताह बाजार में बुधवार की गिरावट को छाड़कर चार दिन तेजी का रुख रहा। फेड रिजर्व के ब्याज दर में सितंबर में कटौती शुरू करने की उम्मीद में स्थानीय स्तर पर यूटिलिटीज, कैपिटल गुड्स, धातु, रियल्टी और पावर समेत चौदह समूहों में हुई लिवाली की बदौलत सोमवार को सेंसेक्स 97.84 अंक की तेजी के साथ 82,988.78 अंक और निफ्टी 27.25 अंक बढ़कर 25,383.75 अंक हो गया।
विश्व बाजार के मिलेजुले रुख के बीच स्थानीय स्तर पर दूरसंचार, यूटिलिटीज, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स, रियल्टी और टेक समेत ग्यारह समूहों में हुई लिवाली से मंगलवार को सेंसेक्स 90.88 अंक की तेजी के साथ पहली बार 83 हजार अंक के मनोवैज्ञानिक स्तर के पार 83,079.66 अंक और निफ्टी 34.80 अंक की बढ़त लेकर 25,418.55 अंक के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया।
वहीं, फेड रिजर्व के ब्याज दर में कटौती शुरू करने के होने वाले निर्णय से पहले स्थानीय स्तर पर निवेशकों की सतर्कता के बीच आईटी, टेक, हेल्थकेयर और तेल एवं गैस समेत अठारह समूहों में हुई मुनाफावसूली के दबाव में बुधवार को सेंसेक्स 131.43 अंक की गिरावट लेकर 82,948.23 अंक और निफ्टी 41.00 अंक उतरकर 25,377.55 अंक रह गया।
फेडरल रिजर्व के ब्याज दर में आधी फीसदी की कटौती से विश्व बाजार की तेजी से उत्साहित निवेशकों की स्थानीय स्तर पर हुई एनटीपीसी, मारुति, एचडीएफसी बैंक, टाटा मोटर्स और रिलायंस समेत उन्नीस दिग्गज कंपनियों में हुई लिवाली की बदौलत गुरुवार को सेंसेक्स 236.57 अंक की तेजी के साथ 83,184.80 अंक और निफ्टी 38.25 अंक की मामूली बढ़त लेकर 25,415.80 अंक के रिकॉर्ड स्त दर पर रहा।
फेड के ब्याज दर में अप्रत्याशित आधी फीसदी की कटौती करने से एशियाई बाजारों में आई तेजी से उत्साहित निवेशकों की स्थानीय स्तर पर हुई चौतरफा लिवाली की बदौलत शुक्रवार को सेंसेक्स 1359.51 अंक की तूफानी तेजी के साथ 84,544.31 अंक और निफ्टी 375.15 अंक की छलांग लगाकर 25,790.95 अंक के सार्वकालिक उच्चतम स्तर पर बंद हुआ।
 
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