भारत पोलैंड के बीच रणनीतिक साझीदारी स्थापित करने का फैसला

Live 7 Desk

वारसा 22 अगस्त (लाइव 7) भारत एवं पोलैण्ड ने अपने द्विपक्षीय संबंधों को रणनीतिक साझीदारी का स्वरूप देने तथा आर्थिक सहयोग को व्यापक बनाने पर सहमति जताने के साथ संयुक्त राष्ट्र एवं अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं को आतंकवाद सहित वैश्विक चुनौतियों का मुकाबला करने में सक्षम बनाने के लिए उनमें व्यापक सुधार की आवश्यकता पर बल दिया।
पोलैंड की यात्रा पर आये प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मेज़बान प्रधानमंत्री डोनाल्ड टस्क के बीच यहां प्रतिनिधि मंडल स्तर की द्विपक्षीय शिखर बैठक में ये निर्णय लिये गये। दोनों देशों ने शहरी विकास, तकनीकी उन्नयन एवं सांस्कृतिक जुड़ाव के लिए अनेक फैसलों की घोषणा की।
बैठक के बाद श्री मोदी ने अपने प्रेस वक्तव्य में वारसा में उनके गर्मजोशी भरे आतिथ्य के लिए प्रधानमंत्री श्री टस्क का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि श्री टस्क लंबे समय से भारत के मित्र रहे हैं और भारत और पोलैंड के बीच संबंधों को बढ़ाने में उनका बहुत बड़ा योगदान है। आज के बाद 45 साल बाद, एक भारतीय प्रधानमंत्री ने पोलैंड का दौरा किया। उन्हें अपने तीसरे कार्यकाल की शुरुआत में यह अवसर मिला। उन्होंने कहा, “मैं पोलैंड की सरकार और लोगों को धन्यवाद देना चाहता हूं कि आपने 2022 में यूक्रेन संघर्ष के दौरान भारतीय छात्रों को बचाने में जो मदद की है, उसे मैं कभी नहीं भूल सकता।”
प्रधानमंत्री ने कहा, “इस साल हम अपने राजनयिक संबंधों की 70वीं वर्षगांठ मना रहे हैं। इस मौके पर हमने रिश्ते को रणनीतिक साझीदारी में बदलने का फैसला किया है। भारत और पोलैंड के बीच संबंध लोकतंत्र और कानून के शासन जैसे साझा मूल्यों पर आधारित हैं। आज, हमने संबंधों को एक नई दिशा देने के लिए कई पहलों की पहचान की है। दो लोकतांत्रिक देशों के रूप में, हमारी संसदों के बीच विचारों के आदान-प्रदान को प्रोत्साहित किया जाना चाहिए। आर्थिक सहयोग को व्यापक बनाने के लिए खाद्य प्रसंस्करण के क्षेत्र में पोलैंड विश्व में अग्रणी है, हम चाहते हैं कि पोलिश कंपनियां भारत में बन रहे मेगा फूड पार्क से जुड़ें। भारत में तेजी से हो रहे शहरीकरण से जल उपचार, ठोस अपशिष्ट प्रबंधन जैसे क्षेत्रों में हमारे सहयोग के नए अवसर खुल रहे हैं। शहरी बुनियादी ढांचा, स्वच्छ कोयला प्रौद्योगिकी, हरित, हाइड्रोजन, नवीकरणीय ऊर्जा और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस भी हमारी सामान्य प्राथमिकताएं हैं। हम पोलिश कंपनियों को मेक इन इंडिया और मेक फॉर द वर्ल्ड में शामिल होने के लिए आमंत्रित करते हैं। भारत ने फिनटेक, फार्मा और अंतरिक्ष जैसे क्षेत्रों में कई उपलब्धियां हासिल की हैं। हमें इन क्षेत्रों में पोलैंड के साथ अपना अनुभव साझा करने में खुशी होगी।”
उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय मंच पर हम दाेनों देश वैश्विक चुनौतियों से निपटने में संयुक्त राष्ट्र संघ और अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं में सुधार की आवश्यकता पर बल देते हैं। हम मानते हैं कि मानवता में विश्वास करने वाले लोगों के लिए आतंकवाद एक बड़ी चुनौती है। जलवायु परिवर्तन साझा चिंता है।
श्री मोदी ने कहा, “जनवरी 2025 में, पोलैंड यूरोपीय संघ की अध्यक्षता संभालेगा। मुझे विश्वास है कि आपका समर्थन भारत और यूरोपीय संघ के बीच संबंधों को भी मजबूत करेगा।” उन्होंने कहा, “यूक्रेन और पश्चिम एशिया में चल रहे संघर्ष हम सभी के लिए गहरी चिंता का विषय हैं। भारत का दृढ़ विश्वास है कि किसी भी संकट का समाधान रणभूमि में नहीं निकल सकता है। मासूम लोगों की जनहानि पूरी मानवता के लिए सबसे बड़ी चुनौती बन गई है। हम जल्द से जल्द शांति और स्थिरता की बहाली के लिए बातचीत और कूटनीति का समर्थन करते हैं। इसके लिए भारत अपने मित्र देशों के साथ मिलकर हर संभव सहयोग करने को तैयार है।”
प्रधानमंत्री ने कहा, “पोलैंड में इंडोलॉजी और संस्कृत की बहुत पुरानी और समृद्ध परंपरा है। हमारे संबंधों की मजबूत नींव भारतीय सभ्यता और भाषाओं में गहरी रुचि से रखी गई है। कल हमारे लोगों के बीच गहरे संबंधों का प्रत्यक्ष और जीवंत उदाहरण देखा। मुझे कोल्हापुर के महाराजा के स्मारक पर  ंजलि अर्पित करने का सौभाग्य मिला। मुझे खुशी है कि पोलैंड के लोग आज भी उनकी परोपकारिता और उदारता का सम्मान करते हैं। उनकी स्मृति को अमर बनाने के लिए हम भारत और पोलैंड के बीच जाम साहेब नवानगर यूथ एक्शन प्रोग्  शुरू करने जा रहे हैं। हर साल पोलैंड से 20 युवाओं को भारत भ्रमण पर ले जाया जाएगा।”
इस मौके पर पोलैंड के प्रधानमंत्री श्री टस्क ने कहा, “यह हम दोनों देशों के लिए बहुत महत्वपूर्ण दिन है। यह हमारे लिए बहुत सम्मान की बात है कि हम अपने देशों के बीच रणनीतिक संबंधों की 70वीं वर्षगांठ के अवसर पर भारत के प्रधानमंत्री की मेजबानी कर रहे हैं। यह इस बात का प्रमाण है कि यह यात्रा अत्यधिक महत्वपूर्ण है। निस्संदेह, यह इस बात का प्रमाण है कि हमारे दोनों देशों के बीच संबंध और भी बेहतर हो रहे हैं…यह पूरे क्षेत्र के लिए आवश्यक है…कोई विवाद नहीं है। हमारे देशों के बीच कोई संघर्ष नहीं है। हम अपनी भौगोलिक भिन्नताओं, अलग-अलग परंपराओं और इतिहास के बावजूद एक-दूसरे को अच्छी तरह से समझते हैं, लेकिन इतिहास ने हमारे दोनों देशों को सिद्धांतों, सीमाओं, क्षेत्रीय अखंडता, संप्रभुता, देश के कानून का सम्मान करना सिखाया है।”
श्री टस्क ने कहा, “पूरी दुनिया भारत की प्रशंसा करती है क्योंकि भारत की सरकार बहुत लोकतांत्रिक है। दुनिया के उस हिस्से में हमें ऐसा ज्यादा देखने को नहीं मिलता है। एक बार फिर, मैं आपको आपकी चुनावी जीत पर बधाई देना चाहता हूं। यह बहुत संतोषजनक है। मुझे भी पता है कि आपके देश में सरकार लोगों के जनादेश के आधार पर चुनी जाती है।”
उन्होंने कहा, “आज हमने अपने संबंधों को रणनीतिक साझीदारी के स्तर पर ले जाने का फैसला किया है। यह सिर्फ एक परिभाषा नहीं है, महज शब्द नहीं हैं। इसके पीछे विभिन्न क्षेत्रों में आपसी सहयोग का हमारा संकल्प है। हमने एक स्पष्टीकरण के साथ एक ऐसे मुद्दे की शुरुआत की है जो बहुत भावनात्मक हैं। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने अपनी इच्छा की पुष्टि की है कि वह शांतिपूर्ण, उचित और तत्काल युद्ध समाप्त कराने के लिए तैयार हैं। हमारा मानना ​​है कि भारत एक महत्वपूर्ण और बहुत रचनात्मक भूमिका निभा सकता है। अगले 10 घंटे में आप यूक्रेन का दौरा करेंगे। हमें विश्वास है कि आपकी यूक्रेन यात्रा ऐतिहासिक होगी।”
श्री मोदी इसके बाद पोलैंड के राष्ट्रपति आंद्रेज डूडा से भी द्विपक्षीय मुलाकात करेंगे और बाद में बिज़नेस लीडर्स से भी भेंट करेंगे। वह शाम को यात्रा के अगले चरण में यूक्रेन के लिए प्रस्थान करेंगे।
 
लाइव 7

Share This Article
Leave a comment