स्टार्टअप्स के वैश्विक सशक्तीकरण का मंच बनेगा वर्ल्ड हिन्दू इकॉनॉमिक फोरम

Live 7 Desk

नयी दिल्ली, 27 अक्तूबर (लाइव 7) हिंदू उद्यमियों की अगली पीढ़ी को सशक्त बनाने के उद्देश्य से आठवां वर्ल्ड हिन्दू इकॉनॉमिक फोरम (डब्ल्यूएचईएफ) 13 से 15 दिसम्बर के बीच मुंबई में आयोजित किया जाएगा जिसमें करीब 45 देशों के 1200 प्रतिनिधि भाग लेंगे।
मुंबई के जिओ इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर में आयोजित होने वाले इस सम्मेलन में स्टार्ट अप्स के लिए डब्ल्यूएचईएफ लॉन्चपैड के शुभारंभ किया जाएगा जो हिंदू समुदाय के भीतर   स्टार्टअप और उद्यमियों का सहयोग करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। इस पहल का उद्देश्य अंतरराष्ट्रीय वित्त पोषण के अवसरों को बढ़ावा देना और नवउद्यमों को आवश्यक प र्श प्रदान करना है।
मुंबई में डब्ल्यूएचईएफ लॉन्चपैड की शुरुआत नये आइडिया पर स्टार्टअप्स को प्रतिष्ठित वैश्विक निवेशकों और उद्योग विशेषज्ञों के एक पैनल के सामने अपने व्यावसायिक विचारों को प्रदर्शित करने का एक अनूठा अवसर प्रदान करेगा।इस परिवर्तनकारी कार्यक्रम का हिस्सा बनने वाले स्टार्टअप्स के प्रतिष्ठित वैश्विक निवेशकों और उद्योग विशेषज्ञों के पैनल के समक्ष अपने व्यापारिक विचारों को प्रस्तुत करने का मौका मिलेगा।
स्टार्टअप्स को दुनिया भर के निवेशकों, सलाहकारों और उद्योग विशेषज्ञों के विविध समूह से जुड़ने और वैश्विक नेटवर्क तैयार करने, व्यक्तिगत और संस्थागत सहायता एवं प र्श प्राप्त करने, स्टार्टअप पारिस्थितिकी तंत्र में प्रमुख स्तंभों तक पहुंच बनाने का अवसर मिलेगा।
इस वर्ष डब्ल्यूएचईएफ की थीम भगवद् गीता के सार तत्व पर आधारित है – “भविष्य के बारे में सोचो, भविष्य के लिए सोचो।” इसमें पहली बार एक ही जगह पर सम्मेलन के साथ- साथ बिजनेस एक्सपो का भी आयोजन किया जाएगा। इस एक्सपो में कई राज्य सरकारें और प्रमुख व्यावसायिक घराने भाग लेंगे।
सम्मेलन में करीब 45 देशों के रक्षा और एयरोस्पेस, फार्मास्युटिकल, निर्माण, स्वास्थ्य, इस्पात उद्योग, चिकित्सा उपकरण प्रौद्योगिकी, सीमेंट उद्योग, रसायन और उर्वरक, ऑटोमोबाइल और इलेक्ट्रिक, कृषि, वाहन एवं परिवहन, बैंकिंग और वित्त, बीमा, कोयला, खनिज एवं खनन, स्टार्ट अप इकोसिस्टम, पारंपरिक ऊर्जा, प्रौद्योगिकी, दूरसंचार, इलेक्ट्रॉनिक्स, नवीकरणीय ऊर्जा, एफएमसीजी, फिल्म एवं टेलीविजन, तेल और गैस तथा आतिथ्य एवं पर्यटन क्षेत्रों के बड़े उद्योग एवं और कारोबार जगत के दिग्गज, पेशेवर, नीति निर्माता, उद्यमी मिलेंगे और आपसी विकास एवं समृद्धि के लिए चर्चा करेंगे।
डब्ल्यूएचईएफ की वार्षिक सम्मेलन की यात्रा की शुरुआत साल 2012 में हांगकांग से हुई थी। इसके बाद इसका आयोजन बैंकॉक (2013), नयी दिल्ली (2014), लंदन (2015), लॉस एंजिल्स (2016), शिकागो (2018), मुंबई (2019) और बैंकॉक 2023 में सफलतापूर्वक हो चुका है। इस बार यह एक बार फिर से मुंबई में आयोजित हो रहा है। इस मंच को जिन लोगों ने सुशोभित किया है उनमें उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, निर्मला सीतारमन, सुरेश प्रभु आदि रहे हैं। इस वर्ष केंद्रीय उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल शिरकत करेंगे।
डब्ल्यूएचईएफ के संस्थापक विश्व हिन्दू परिषद के संयुक्त महामंत्री स्वामी विज्ञानानंद जी के अनुसार,“ यह प्लेटफॉर्म आर्थिक प्रगति के लिए सकारात्मक प्रभाव और तेजी से विकास उत्प्रेरक बन रहा है। कनेक्ट करें, संवाद करें, सहयोग करें, मजबूत उद्यम बनाएं, विकास करें, समाज में योगदान दें, प्रभाव पैदा करें के सिद्धांत पर चलते हुए यह आर्थिक रूप से सफल हिंदुओं की एकता और सहयोग असंख्य मार्गों के माध्यम से अधिक अधिशेष धन के सृजन को उत्प्रेरित कर रहा है। इनमें ज्ञान और अनुभव साझा करना, संसाधनों को एकत्रित करना, नेटवर्क स्थापित करना, नीतियां लागू करना, समुदाय के भीतर मार्गदर्शन की पेशकश करना और परोपकारी प्रयासों में संलग्न होना शामिल है।”
उन्होंने कहा कि हिन्दू संस्कृति में अर्थोपार्जन एवं समृद्धि “शत हस्त समाहार, सहस्त्र हस्त संकिरा” (सौ हाथों से धन बनाएं और हजारों हाथों से साझा करें) के मंत्र पर आधारित है। दुनिया भर के हिंदू वैश्विक अर्थव्यवस्था पर एक मजबूत और अंतिम प्रतिभा बनाए रखते हैं। इसके अलावा, हिंदू उद्यमियों और व्यवसायों ने वैश्विक स्तर पर महत्वपूर्ण निवेश किया है, जिसके परिणामस्वरूप रोजगार सृजन हुआ है और स्थानीय अर्थव्यवस्थाओं में महत्वपूर्ण योगदान मिला है।
उनका कहना है कि डब्ल्यूएचईएफ सामूहिक रूप से हिंदू सभ्यता की अदम्य भावना, अटूट दृढ़ संकल्प और स्थायी आर्थिक योगदान का उत्सव है जिसने वैश्विक समृद्धि को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
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लाइव 7

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