‘वोट चोरी’ के आरोप पर विपक्ष का संसद से सड़क तक प्रदर्शन

Live 7 Desk

नयी दिल्ली, 11 अगस्त (लाइव 7) संसद में बिहार में मतदाता सूची पुनरीक्षण तथा चुनाव आयोग पर वोट चोरी कराने के आरोप को लेकर संसद में हंगामा कर रहे इंडिया गठबंधन के 300 से अधिक सांसदों ने सोमवार को यहां संसद भवन परिसर से निर्वाचन कार्यालय तक मार्च किया लेकिन भारी संख्या में तैनात दिल्ली पुलिस कर्मियों ने उन्हें संसद मार्ग पर ही रोक दिया और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, शरद पवार साहित सैकड़ों सांसदों को हिरासत में ले लिया।
संसद में सुबह लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही शुरु होते ही सदस्यों ने हंगामा किया जिसके कारण दोनों सदनों की कार्यवाही दो बजे तक स्थगित की गई। इसी बीच 11 विपक्षी दलों के सांसद पहले से तय कार्यक्रम के अनुसार संसद भवन के मकर द्वार पर एकत्रित होकर वैनर, तख्तियां लेकर और नारेबाजी करते हुए निर्वाचन कार्यालय की तरफ बढ़े।
सांसदों का जुलूस नारे लगाते हुए संसद भवन परिसर से बाहर आने के बाद संसद मार्ग की ओर बढ़ने लगा तो आकाशवाणी के पास बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात थे जिन्होंने सांसदों को बैरिकेटर लगाकर रोक दिया। पुलिस के साथ इस दौरान प्रदर्शन कर रहे सांसदों की तीखी नोकझोंक भी हुई लेकिन पुलिस के जवानों ने उन्हें आगे नहीं बढ़ने दिया इसलिए समाजवादी पार्टी के अखिलेश यादव सहित कई सांसदों ने अवरोधकों काे पार करने का प्रयास किया।
प्रदर्शन के दौरान कई सांसद बेरिकेटर के ऊपर बैठकर विरोध प्रदर्शन करने लगे तो प्रियंका गांधी वाड्रा तथा डिम्पल यादव सहित बड़ी संख्या में महिला सांसद सड़क पर ही बैठकर धरना देने लगे। काफी देर तक चले हंगामे के बाद पुलिस ने प्रदर्शन कर रहे सांसदों को हिरासत में ले लिया और संसद मार्ग थाने ले गये जहां बाद में उन्हें छोड़ दिया गया।
इसी बीच तृणमूल कांग्रेस की महुआ मोइत्रा अस्वस्थ महसूस करने लगी। पुलिस ने सभी सांसदों को बसों में भरना शुरु कर दिया लेकिन श्री खरगे तथा शरद पवार जैसे वरिष्ठ सांसदों को छोटे वाहनों से जाने की अनुमति दे दी। संसद भवन थाने में सभी सांसदों को करीब दो घंटे तक रखा गया। इसी पार्टी की मिताली बाग की थाने में तबियत बिगड़ गयी और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। कांग्रेस की रेणुका चौधरी की तबियत भी खराब हुयी।
इस बीच श्री खरगे ने कहा, “अगर सरकार हमें चुनाव आयोग तक पहुंचने नहीं देती, तो हमें समझ नहीं आता उसे किस बात का डर है। इस मार्च में सभी सांसद थे, हम शांतिपूर्ण ढंग से मार्च निकाल रहे थे। हम चाहते थे कि चुनाव आयोग सभी सांसदों को बुलाता, हम मीटिंग करते और अपना-अपना पक्ष रखते, लेकिन चुनाव आयोग कह रहा है कि सिर्फ 30 मेंबर आएं। ऐसा कैसे संभव है।”
श्री गांधी ने कहा “आज जब हम चुनाव आयोग से मिलने जा रहे थे, इंडिया गठबंधन के सभी सांसदों को रोका गया और हिरासत में ले लिया गया। वोट चोरी की सच्चाई अब देश के सामने है।
यह लड़ाई राजनीतिक नहीं – यह लोकतंत्र, संविधान और ‘एक व्यक्ति, एक वोट’ के अधिकार की रक्षा की लड़ाई है। एकजुट विपक्ष और देश का हर मतदाता मांग करता है: साफ़-सुथरी वोटर लिस्ट। ये हक़ हम हर हाल में लेकर रहेंगे।”
शिव सेना की प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि चुनाव आयोग की मनमर्जी चल रही है। लोकतंत्र के लिए यह ठीक नहीं है। हमारा काम जनता को जागरूक करना और अपनी लड़ाई को लड़ते रहना है। चुनाव आयोग भाजपा नेताओं की तरह काम कर रहा है और भाजपा प्रवक्ता उनके समर्थन बयानबाजी करते हैं।”
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