ऑकलैंड, 05 नवंबर (लाइव 7) भारत-न्यूजीलैंड मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) की चौथे दौर की लाइव 7 के लिए यहां आये केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने बुधवार को कहा कि भारत के तेजी से बढ़ते बाजार से न्यूजीलैंड को लाभ होगा।
श्री गोयल 03 से 07 नवंबर तक एफटीए लाइव 7 के लिए न्यूजीलैंड में हैं। ऑकलैंड बिज़नेस चैंबर द्वारा आयोजित भारत-न्यूज़ीलैंड बिजनेस फोरम में उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि बातचीत आपसी सम्मान और संतुलित परिणाम प्राप्त करने की साझा प्रतिबद्धता के साथ आगे बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि भारत के विशाल और तेजी से बढ़ते बाज़ार तक पहुंच से न्यूजीलैंड को लाभ होगा, जबकि भारत पारस्परिक रूप से लाभकारी सहयोग बनाने के लिए न्यूजीलैंड की तकनीकी विशेषज्ञता और विशिष्ट क्षमताओं का लाभ उठा सकता है। उन्होंने न्यूजीलैंड की अर्थव्यवस्था को मजबूत करने और सांस्कृतिक तथा लोगों के बीच संबंधों को बढ़ाने में प्रवासी भारतीयों के महत्वपूर्ण योगदान की भी सराहना की।
इस दौरान उन्होंने न्यूजीलैंड के व्यापार मंत्री टॉड मैकक्ले के साथ ऑकलैंड बिजनेस चैंबर के मुख्य कार्यकारी अधिकारी साइमन ब्रिजेस द्वारा संचालित एक परिचर्चा में भी हिस्सा लिया।
सत्र की शुरुआत करते हुए श्री गोयल ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और न्यूजीलैंड के प्रधानमंत्री क्रिस्टोफर लक्सन के बीच हुई द्विपक्षीय बैठक का उल्लेख किया। उन्होंने दोनों देशों से अपनी आर्थिक साझेदारी को गहरा करने के लिए सहयोग के नए रास्ते तलाशने का आह्वान किया। उन्होंने समुद्री, वानिकी, खेल, शिक्षा, प्रौद्योगिकी और पर्यटन सहित प्रमुख क्षेत्रों में सहयोग की अपार संभावनाओं पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि भारत से इतने बड़े व्यापारिक प्रतिनिधिमंडल की यह पहली न्यूजीलैंड यात्रा थी, जो विकसित भारत के दृष्टिकोण के अनुरूप भारतीय उद्योग के आत्मविश्वास और गतिशीलता को दर्शाती है।
ऑकलैंड के महात्मा गांधी केंद्र में आयोजित एक सामुदायिक कार्यक्रम में श्री गोयल ने इस अवसर पर उपस्थित होने और भारत-न्यूज़ीलैंड साझेदारी के उत्सव में शामिल होने के लिए प्रधानमंत्री लक्सन का आभार व्यक्त किया। भारत के गहन सांस्कृतिक लोकाचार का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि जहां हमारी जन्मभूमि हमें अपनी जड़ों से जोड़ती है, वहीं हमारी कर्मभूमि हमें सेवा और योगदान का अवसर प्रदान करती है। उन्होंने भारतीय समुदाय को अपनी कर्मभूमि के प्रति निष्ठावान बने रहने और जन्मभूमि के मूल्यों को अपने हृदय में धारण करने के लिए प्रोत्साहित किया।
उन्होंने जीवंत भारतीय प्रवासियों की कड़ी मेहनत की सराहना की और इस बात पर बल दिया कि साझा मूल्य, संस्कृति और आकांक्षाएं भारत और न्यूजीलैंड को लगातार करीब ला रही हैं, जिससे एक मजबूत और भविष्योन्मुखी साझेदारी का मार्ग प्रशस्त हो रहा है।
श्री लक्सन ने भारत के एक वैश्विक आर्थिक महाशक्ति के रूप में उभरने के लिए न्यूजीलैंड के प्रबल समर्थन की बात की और कहा कि भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की राह पर है।
प्रधानमंत्री ने इस बात पर ज़ोर दिया कि भारत-न्यूज़ीलैंड संबंध आपसी सम्मान, निष्पक्षता और समृद्धि के साझा दृष्टिकोण पर आधारित हैं। उन्होंने प्रवासी भारतीयों को दोनों देशों के बीच संबंधों को मजबूत करने वाले “सेतु” बताया।
चर्चाओं में दोनों अर्थव्यवस्थाओं के बीच सहयोग के बढ़ते अवसरों पर प्रकाश डाला गया, विशेष रूप से कृषि और खाद्य प्रसंस्करण, लकड़ी और वानिकी, प्रौद्योगिकी और नवाचार के क्षेत्र में।
अजीत अशोक
लाइव 7
भारत के तेजी से बढ़ते बाजार से न्यूजीलैंड को होगा लाभ: गोयल
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