भारतीय मूल्यों और संस्कृति के राजदूत हैं विदेशों में पढ़ने वाले भारतीय विद्यार्थी: बिरला

Live 7 Desk

ताशकंद 08 अप्रैल (लाइव 7) लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने विदेशों में पढ़ने वाले भारतीय विद्यार्थियों को ‘भारतीय मूल्यों और संस्कृति का राजदूत’ है और कहा कि घर से हजारों मील दूर रहने के बावजूद वे देश की परंपराओं से मजबूती से जुड़े हुए हैं और मेजबान देशों में सक्रिय रूप से उनका प्रचार-प्रसार कर रहे हैं।
उज्बेकिस्तान की चार दिवसीय दौरे पर पहुंचे श्री बिरला ने समरकंद मेडिकल यूनिवर्सिटी में भारतीय विद्यार्थियों से बातचीत के दौरान ये बातें कहीं। श्री बिरला इस समय अंतर संसदीय संघ (आईपीयू) की 150वीं बैठक भारतीय संसदीय शिष्टमंडल (आईपीडी) का नेतृत्व कर रहे हैं ।
उन्होंने नये भारत को ‘अवसरों की भूमि’ बताते हुए कहा कि मौजूदा समय में भारत में हर क्षेत्र में तेजी से सुधार हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि आयुष्मान भारत जैसी राष्ट्रीय पहल से पूरे देश के स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में प्रचुर अवसर उपलब्ध हुए हैं। आयुष्मान भारत के नेटवर्क में सरकारी अस्पतालों के साथ ही निजी अस्पतालों के जुड़ने से इस योजना में विदेशों में पढ़े (एफएमजी) डॉक्टरों के लिए बहुमूल्य अनुभव प्राप्त करने और देश की स्वास्थ्य सेवा प्रणाली में योगदान करने के अपार अवसर मौजूद हैं। उन्होंने कहा कि भारत में चिकित्सा अनुसंधान एवं शिक्षा के क्षेत्र में तेजी से हो रहे विकास से विद्यार्थियों के लिए शैक्षणिक और अनुसंधान संस्थानों में काम करने के ढेरों अवसर उपलब्ध हैं।
लोकसभा अध्यक्ष ने कहा कि भारत सरकार दुनिया के हर कोने में रह रहे भारतीयों की बराबर चिंता करती है। उन्होंने कहा कि सरकार प्रवासी भारतीय विद्यार्थियों की सहायता और सहयोग के लिए तत्पर है। उन्होंने कहा कि ‘मदद’ पोर्टल जैसी पहलों और विदेशों में स्थित भारतीय दूतावासों की सक्रिय भागीदारी के माध्यम से सरकार यह सुनिश्चित करती है कि भारतीय विद्यार्थियों को उनकी शिक्षा, सुरक्षा और करियर की संभावनाओं में कोई बाधा न आए। उन्होंने कहा, “भारतीय डॉक्टरों की वैश्विक पहचान है और आपको इस परंपरा को आगे बढ़ाना चाहिए।”
उन्होंने कहा कि भारत ने हमेशा उत्कृष्ट चिकित्सक तैयार किए हैं और भारतीय विद्यार्थी अपने ज्ञान और कौशल से पूरी दुनिया की स्वास्थ्य सेवाओं को सशक्त करेंगे । श्री बिरला ने कहा कि विद्यार्थियों का वैश्विक अनुभव उनके मेडिकल करियर में और अधिक सफलता का मार्ग प्रशस्त करेगा।
उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों को अपने ज्ञान और कौशल को बढ़ाने के साथ ही खुद में समर्पण और करुणा जैसे मूल्यों का भी समावेश करना चाहिए। उन्होंने कहा कि उनकी कड़ी मेहनत वैश्विक स्वास्थ्य सेवाओं को नयी दिशा देगी। उन्होंने कहा कि भारत के सांस्कृतिक और शैक्षिक प्रतिनिधियों के रूप में विद्यार्थी भारत और उज्बेकिस्तान के बीच मित्रता और सहयोग को मजबूत करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।
लोकसभा अध्यक्ष ने भारत की बढ़ती आर्थिक ताकत का उल्लेख करते हुए कहा कि भारत आज दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ रही अर्थव्यवस्था है और इसकी वैश्विक प्रतिष्ठा तथा नवाचारों ने अनगिनत नए अवसरों का सृजन किया है। उन्होंने कहा कि प्रवासी भारतीय निवेश और नवाचार के माध्यम से देश के विकास में योगदान दे सकते हैं। उन्होंने कहा कि प्रवासी भारतीयों को ‘विकसित भारत’ अभियान के अंतर्गत उपलब्ध अवसरों का समुचित लाभ उठाना चाहिए।
श्री बिरला ने कहा कि भारत और उज्बेकिस्तान के संबंध आधिकारिक दौरों और दस्तावेजों तक ही सीमित नहीं, बल्कि आपसी संपर्क, मेलजोल, सांस्कृतिक आदान-प्रदान तथा दोनों देशों के लोगों के बीच परस्पर सम्मान पर भी टिके हुए हैं। उन्होंने कहा कि भारत और उज्बेकिस्तान के ऐतिहासिक संबंधों को सुदृढ़ करने में प्रवासी भारतीयों की भूमिका महत्वपूर्ण रही है, क्योंकि उन्होंने कड़ी मेहनत और समर्पण से दोनों देशों के विकास में योगदान दिया है। उन्होंने कहा कि भाषा, खान-पान, परंपराएं और सांस्कृतिक आदान-प्रदान इन मजबूत संबंधों की नींव हैं। उन्होंने कहा कि विज्ञान, स्वास्थ्य, शिक्षा, व्यापार और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में भारत और उज्बेकिस्तान के बीच बढ़ती साझेदारी दोनों देशों की प्रगति के लिए महत्वपूर्ण सिद्ध हो रही है।
लोकसभा अध्यक्ष ने ताशकंद में अंतर-संसदीय संघ की 150वीं बैठक के मौके पर जॉर्जिया की संसद के अध्यक्ष शाल्वा पापुआश्विली से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने संसदीय परंपराओं को मजबूत करने तथा व्यापार, पर्यटन और नवाचार में सहयोग बढ़ाने पर विचार रखे। उन्होंने बहुपक्षीय मंचों पर भारत के समर्थन और जॉर्जिया में रह रहे भारतीय समुदाय के लोगों की सुरक्षा और कल्याण सुनिश्चित करने के लिए जॉर्जिया की सराहना की। उन्होंने कहा कि भारत और जॉर्जिया के बीच घनिष्ठ सांस्कृतिक संबंध हैं। उन्होंने युवाओं के आदान-प्रदान कार्यक्रमों, डिजिटल सहयोग और दोनों देशों के लोगों के बीच संबंधों को और मजबूत करने का आह्वान किया।
संतोष अशोक
लाइव 7

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