महात्मा गांधी नगर , बेलगावी, 26 दिसंबर (लाइव 7) कांग्रेस कार्यसमिति (सीडब्ल्यूसी) ने गुरुवार को यहां आयोजित में एक सदी पहले महात्मा गांधी द्वारा भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की ऐतिहासिक अध्यक्षता की याद में कई प्रस्ताव पारित किये ।
संविधान को अपनाने की 75वीं वर्षगांठ की पृष्ठभूमि में आयोजित इस बैठक में देश के भविष्य को प्रभावित करने वाले कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर भी चर्चा की गयी।
एक महत्वपूर्ण प्रस्ताव में सीडब्ल्यूसी ने डॉ. बीआर अंबेडकर को अपमानित करने वाली उनकी हालिया टिप्पणियों के लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के इस्तीफे और देश से माफी मांगने की मांग की। समिति ने संविधान की रक्षा के लिए अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि की और इस बात पर जोर दिया कि इसके संस्थापक सिद्धांतों को कमजोर करने के किसी भी प्रयास का कड़ा विरोध किया जायेगा।
सीडब्ल्यूसी ने न्यायपालिका, चुनाव आयोग और मीडिया सहित भारत के संस्थानों के बढ़ते राजनीतिकरण की निंदा करते हुए प्रस्ताव भी पारित किये।
सीडब्ल्यूसी ने संसदीय कार्यवाही में बाधा डालने और चुनाव नियमों के संचालन में हाल ही में किये गये संशोधनों के लिए सत्तारुढ़ भाजपा सरकार की यह कहते हुए आलोचना की कि ये महत्वपूर्ण चुनावी दस्तावेजों तक जनता की पहुँच को प्रतिबंधित करते हैं। सीडब्ल्यूसी ने तर्क दिया कि ये संशोधन भारत के चुनावों की पारदर्शिता और अखंडता को खतरे में डालते हैं।
अन्य प्रस्तावों में मौजूदा आर्थिक मंदी, बढ़ती मुद्रास्फीति और कृषि और ग् ीण रोजगार की उपेक्षा को संबोधित करने पर ध्यान केंद्रित किया गया। सीडब्ल्यूसी ने गरीबों और मध्यम वर्ग का समर्थन करने के लिए तत्काल सुधारों का आह्वान किया, जिसमें आय सहायता, कर राहत और एक निष्पक्ष वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) प्रणाली शामिल है। इसके साथ ही किसानों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) के लिए कानूनी गारंटी और मनरेगा के लिए बढ़ी हुई निधि की भी मांग की गयी।
सीडब्ल्यूसी ने लद्दाख की स्थिति पर संसद में पूरी चर्चा की अपनी मांग दोहरायी और क्षेत्रीय सुरक्षा चिंताओं से निपटने में राष्ट्रीय एकता के महत्व पर जोर दिया। सीडब्ल्यूसी ने बंगलादेश में धार्मिक अल्पसंख्यकों पर बढ़ते हमलों पर भी चिंता व्यक्त की और भारत सरकार से उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए वहां की अंतरिम सरकार के साथ मिलकर काम करने का आह्वान किया।
बैठक का समापन “जय बापू, जय भीम, जय संविधान अभियान” की घोषणा के साथ हुआ, जो संविधान की रक्षा के लिए एक राष्ट्रव्यापी आंदोलन है। यह कार्यक्रम शुक्रवार को बेलगावी में एक रैली के साथ शुरू होगा और 26 जनवरी-2025 तक जारी रहेगा।
सीडब्ल्यूसी ने 2025 में संविधान बचाओ राष्ट्रीय पदयात्रा की योजनाओं की भी जानकारी दी।
अशोक
लाइव 7
कांग्रेस कार्यसमिति ने संविधान और लोकतंत्र की रक्षा के लिए प्रस्ताव पारित किए

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