आखिर बीजेपी के साथ मीडिया पर क्यों भड़के नीतीश ?
तेजस्वी के सामने बीजेपी से दोस्ती वाले बयान पर दी सफाई ।
- Sponsored -
दिल्ली डेस्क
- Sponsored -
बीजेपी से दोस्ती वाला बयान बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का पीछा छोड़ता नहीं दिख रहा है. शनिवार को पटना में पत्रकारों ने एक बार फिर से जब इस मुद्दे को छेड़ा तो नीतीश कुमार भड़क गए. बीजेपी के साथ-साथ उन्होने पत्रकारों को भी लपेटे में ले लिया. नीतीश कुमार बीजेपी नेताओं खासकर पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी के बयान से काफी नाराज दिखे. सुशील मोदी समेत बीजेपी के कई नेताओं ने कहा था कि नीतीश के लिए उनकी पार्टी के दरवाजे बंद हैं. इन बयानों के बाद पलटवार करते हुए नीतीश कुमार ने कहा कि तुमसे परमिशन कौन मांग रहा है. उन्होने कहा कि दोस्ती वाले उनके बयान का गलत मतलब निकाला जा रहा है. इसके लिए नीतीश कुमार ने पत्रकारों को भी जिम्नेदार ठहराते हुए कहा कि जो हम बोलते हैं वो छापते नहीं और जो नहीं बोलते हैं उसे छाप देते हैं. नीतीश कुमार ने कहा कि जब सुशील मोदी को उपमुख्यमंत्री नहीं बनाया गया तो उन्हे तकलीफ हुई थी और अब वो ही ऐसी बातें कर रहे हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि विपक्ष के हमलों की उन्हे परवाह नहीं है, वो अपना काम कर रहे हैं. उन्होने लोगों से भी उनका किया काम याद रखने की अपील की. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जब अपने दोस्ती वाले बयान पर सफाई दे रहे थे तब उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव भी उनके साथ मौजूद थे. मौका था सचिवालय में बिहार के प्रथम मुख्यमंत्री श्रीकृष्ण सिंह की जयंती पर राजकीय समारोह का जिसमें वो शामिल होने पहुंचे थे.
पिछले दिनों मोतिहारी के महात्मा गांधी केंद्रीय विश्वविद्यालय में दीक्षांत समारोह में राष्ट्रपति द्रैपदी मुर्मू के साथ नीतीश कुमार भी शामिल हुए थे. ऐसी खबर आई कि नीतीश कुमार ने अपने भाषण के दौरान वहां मौजूद बीजेपी नेताओं से कहा कि वो जबतक रहेंगे उनके साथ संबंध बना रहेगा. इसके बाद बयान को लेकर सियासत राज्य की सियासत गरमा गई. सरकार में सहयोगी आरजेडी के नेताओं ने भी नीतीश पर निशाना साधते हुए काफी तल्ख बयान दिए.
- Sponsored -
Comments are closed.