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पश्चिमी सिंहभूम कुपोषण में अव्वल जिला- पायलट प्रोजेक्ट के लिए चयनित

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1000 दिनों तक अति गंभीर कुपोषण से ग्रसित बच्चों, गंभीर एनीमिया से पीड़ित बच्चे/किशोरियों/धात्री व गर्भवती महिलाओं पर विशेष ध्यान दिया जाएगा उपायुक्त
 
उपायुक्त ने की अधिकारियों के साथ बैठकजिले में 2303 आंगनबाड़ी केंद्र वार पोषण दल का गठन करने का निर्देश

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चाईबासा : जिला दंडाधिकारी-सह- उपायुक्त  अनन्य मित्तल के द्वारा समाहरणालय स्थित कार्यालय कक्ष में उप विकास आयुक्त  संदीप बख्शी, सहायक समाहर्ता  रवि जैन , जिला समाज कल्याण पदाधिकारी  अनीषा कुजूर, जिला सर्विलांस पदाधिकारी डॉ संजय कुजूर सहित अन्य की उपस्थिति में  समर अभियान के सफल क्रियान्वयन हेतु डिस्ट्रिक्ट रिसॉर्स ग्रुप सदस्यों के साथ बैठक आयोजित की गई। उक्त बैठक में अभियान के तहत सभी आंगनबाड़ी केंद्रों पर पोषण दल के गठन, प्रखंड रिसॉर्स ग्रुप गठन की स्थिति सहित आंगनवाड़ी केंद्रों में ग्रोथ मॉनिटरिंग डिवाइस, (सेम) किट, एएनएम के पास डिजिटल हिमोग्लोबिन मीटर उपलब्धता से संबंधित आदि बिंदुओं पर विकसित रूप से समीक्षा की गई एवं संबंधित विभाग के पदाधिकारियों को निर्देशित किया गया कि इस कार्यक्रम के सफल क्रियान्वयन हेतु सभी विभाग प्राथमिकता के आधार पर समन्वय स्थापित कर कार्य करेंगे।
उपायुक्त ने बताया  कि समर अभियान के पायलट परियोजना तहत राज्य में चयनित 5 जिलों में पश्चिमी सिंहभूम जिला भी शामिल है एवं उक्त अभियान कुपोषण एवं एनीमिया के निवारण हेतु 1000 दिवसीय कार्यक्रम है। कार्यक्रम के द्वारा आगामी 1000 दिनों तक अति गंभीर कुपोषण से ग्रसित बच्चों, गंभीर एनीमिया से पीड़ित बच्चे/किशोरियों/धात्री व गर्भवती महिलाओं पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि पोषण दल द्वारा सर्वेक्षण के उपरांत चिन्हित लाभुकों का कुपोषण स्थिति एवं हीमोग्लोबिन जांच करते हुए एमटीसी रेफरल, एसटीसी, सेम किट, आईएफए सिरप/गोली, पोषाहार, काउंसलिंग, फॉलोअप इत्यादि हेतु प्रबंधन एवं सभी संबंधित आंकड़ों का संकलन समर ऐप्स में किया जाएगा।
उपायुक्त  ने बताया कि समर अभियान के तहत गठित डिस्ट्रिक्ट रिसॉर्स ग्रुप में उप विकास आयुक्त, मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी एवं जेएसएलपीएस के जिला कार्यक्रम प्रबंधक शामिल हैं एवं प्रखंड स्तर पर गठित रिसॉर्स ग्रुप में प्रखंड विकास पदाधिकारी, चिकित्सा प्रभारी, सीडीपीओ, लेडी सुपरवाइजर, जेएसएलपीएस के प्रखंड कार्यक्रम पदाधिकारी को शामिल किया गया है। उन्होंने बताया कि योजना के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में गतिविधि संचालित करने हेतु जिले में 2303 आंगनबाड़ी केंद्र वार पोषण दल का गठन भी सुनिश्चित कर लिया गया है। इस पोषण दल में सेविका, सहिया और जेएसएलपीएस समूह की दीदी को शामिल किया गया है।
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