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पटना :बिहार विधानसभा परिसर में राष्ट्रपति चुनाव के लिए मतदान आज पूर्वाह्न 10 बजे शुरू हो गया, जो शाम पांच बजे तक चलेगा।
बिहार के कुल 243 में से 242 विधायक नए राष्ट्रपति का चुनाव करने के लिए अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। वहीं, आज से संसद का मॉनसून सत्र शुरू होने के कारण राज्य के लोकसभा और राज्यसभा सांसदों के नई दिल्ली में वोट डालने की उम्मीद है। राष्ट्रपति पद के चुनाव में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) ने झारखंड की पूर्व राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू को अपना उम्मीदवार बनाया है जबकि विपक्षी दलों की ओर से पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा प्रत्याशी हैं।
विधानसभा सचिवालय के सूत्रों ने सोमवार को यहां बताया कि कड़ी सुरक्षा तैयारियों के बीच राष्ट्रपति चुनाव के लिए मतदान शुरू हो गया है। विधानसभा के कांफ्रेंस हॉल में मतदान की व्यवस्था की गयी है।
बिहार विधानसभा में विधायकों की कुल संख्या 243 है लेकिन राष्ट्रपति चुनाव के लिए केवल 242 विधायक ही अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकते हैं क्योंकि हाल ही में आर्म्स एक्ट में दोषी ठहराए जाने के बाद मोकामा से राष्ट्रीय जनता दल (राजद) विधायक अनंत ंिसह की सदस्यता समाप्त कर दी गई है। इसी तरह बिहार से 40 लोकसभा सांसद और 16 राज्यसभा सांसद हैं और उनके नई दिल्ली में अपने मताधिकार का प्रयोग करने की उम्मीद है।
विधानसभा के अद्यतन आंकड़ों के अनुसार, सत्तारूढ़ राजग के पास 127 जबकि विपक्ष के 114 विधायक हैं। साथ ही एक निर्दलीय विधायक भी हैं। बिहार में एक विधायक का मत मूल्य 173 जबकि सांसद का 700 है।
राजग के घटक भाजपा के 77, जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के 45, ंिहदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) के चार और एक निर्दलीय विधायक राजग का समर्थन कर रहे हैं। इसी तरह विपक्ष के 114 विधायकों में से राजद के 79, कांग्रेस के 19, भारत की कम्युनिस्ट पार्टी मार्क्सवादी-लेनिनवादी (भाकपा-माले) के 12, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) और मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के दो-दो विधायक श्री सिन्हा का समर्थन कर रहे हैं। आॅल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिममीन (एआईएमआईएम) का एक विधायक विधानसभा में न तो राजग में और न ही विपक्षी गठबंधन में।
देश के 15वें राष्ट्रपति का चुनाव करने के लिए लगभग 4800 निर्वाचित सांसदों और विधायकों के देश भर में मतदान करने की उम्मीद है। राजग के राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू के पास एक स्पष्ट बढ़त है क्योंकि उन्हें झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो), बीजद, शिअद और शिवसेना सहित राजग के बाहर की कई पार्टियों ने अपना समर्थन देने की घोषणा की है।
ओडिशा की रहने वाली श्रीमती मुर्मू ने झारखंड के राज्यपाल के रूप में काम किया है और वह ओडिशा सरकार में मंत्री भी रह चुकी हैं। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई सरकार में मंत्री रहे श्री यशवंत सिन्हा ने पिछले साल भाजपा से इस्तीफा दे दिया था और तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) में शामिल हो गए थे। हालांकि उन्होंने विपक्षी दलों के उम्मीदवार के रूप में राष्ट्रपति चुनाव लड़ने के लिए टीएमसी से इस्तीफा दे दिया है।
उल्लेखनीय है कि मतों की गिनती 21 जुलाई को होगी। मौजूदा राष्ट्रपति रामनाथ कोंिवद का कार्यकाल 24 जुलाई को समाप्त होगा। नए राष्ट्रपति 25 जुलाई को शपथ लेंगे।
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